बच्चों के दांत छह महीने के उम्र से आने शुरु होते हैं और करीब ढाई साल की उम्र तक एक-एक करके आते हैं। इस उम्र तक बच्चों के मुंह में करीब बीस दांत आ जाते हैं। इन्हें हम दूध के दांत बोलते हैं। मुंह में लगातार मीठी चीजें रहने से मुंह में कुछ तरह के बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। जो कार्बोहाइड्रेट को एसिड में बदल देते है और एसिड से यह बच्चों के दांत में कैविटी का रूप ले लेता है। इसलिए एसिड में बदले जाने वाले पदार्थ की मात्रा मुंह में लगातार नहीं आनी चाहिए। जैसे बच्चे दूध की बोतल लगाकर सो जाते हैं। बच्चों को ऐसी आदत से दूर रखें। साथ ही उन्हें कुल्ला और ब्रश करके सोने की आदत डालें। इससे दांतों में कैविटी होने की संभावना कम होती है। इसके अलावा बच्चों को मीठा कम खाने की आदत डालें।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।