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World Disability Day 2025: कई बच्चों में जन्म के साथ हाथ-पैर या शरीर के किसी हिस्से में समस्या होती है। ऐसे बच्चों को स्पेशल चाइल्ड या विकलांगता की कैटेगरी में रखा जाता है। विकलांग व्यक्तियों को बराबरी के मौके देने और उनके अधिकारों को बनाए रखने के लिए हर साल 3 दिसंबर को विश्व विकलांग दिवस मनाया जाता है। यह दिन लोगों के बीच विकलांगता को लेकर हो रहे भेदभाव को खत्म करने और उन्हें समाज में सम्मान दिलाने के लिए इस दिन का बहुत महत्व होता है। ऐसे में हर साल विश्व विकलांगता दिवस मनाने के लिए किसी न किसी थीम को तय किया जाता है, जिस पर दुनियाभर में कई तरह के कार्यक्रम, सेमिनर आदि आयोजित किए जाते हैं। आइए इस लेख में जानते हैं कि विश्व विकलांगता दिवस क्यों मनाया जाता है और इस साल की क्या थीम है?
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विश्व विकलांगता दिवस 2025 की थीम - World Disability Day 2025 Theme in Hindi
हर साल विश्व विकलांगता दिवस के लिए एक खास थीम निर्धारित की जाती है, जिसके जरिए इस साल इस दिन को मनाने की प्राथमिकता और संदेश तय होता है। ऐसे में साल 2025 के लिए “Fostering disability-inclusive societies for advancing social progress” यानी “विकलांग समावेशी समाजों को आगे बढ़ाना ताकि सामाजिक प्रगति संभव हो सके।” तय किया गया है। इस थीम का उद्देश्य है कि अगर समाज, नीतियां, स्थितियां और वातावरण दिव्यांग लोगों के लिए अनुकूल हो तभी सामाजिक विकास और समानता संभव हो सकता है।
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विश्व विकलांगता दिवस का इतिहास - History Of World Disability Day in Hindi
विश्व विकलांगता दिवस की शुरुआत सन 1981 में पहली बार की गई थी। इसके बाद 1992 में संयुक्त राष्ट्र (UN) की महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर इस बात का फैसला किया कि हर साल 3 दिसंबर को विश्व स्तर पर दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विश्व विकलांगता दिवस मनाया जाएगा।शुरुआत में इस दिन का नाम अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस रखा गया था। लेकिन, साल 2007 में महासभा ने संशोधन का करना नाम बदलकर अंतर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस कर दिया ताकि विकलांगता शब्द की जागरूकता और सम्मान की भावना को लोगों के बीच मजबूत किया जा सके।
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विश्व विकलांगता दिवस का महत्व - Significance of World Disability Day in Hindi
विश्व विकलांगता दिवस मनाने के पीछे का मुख्य उद्देश्य है कि -
- समाज में दिव्यांग लोगों के स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ी चुनौतियों और उनके अधिकारों की जरूरत को लेकर लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाई जाए।
- इस दिन को मनाने का उद्देश्य है कि विकलांग लोगों को शिक्षा, काम, स्वास्थ्य, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन में आसानी सा भागीदारी दी जा सके और हर जगह समान रूप से उन्हें शामिल किया जा सके।
- इस दिन को मनाने का उद्देश्य विकलांग लोगों के अधिकारों री रक्षा करना है, ताकि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद की जा सके।
- इस दिन का उद्देश्य यह दिखाता है कि दिव्यांग लोग भी समाज में एक्टिव और खुद को शक्तिशाली मान सकें।
निष्कर्ष
किसी व्यक्ति के दिव्यांग होने की स्थिति को “कमजोरी” या “मुश्किल” समझने के बजाए मानव विविधता के रूप स्वीकार करने से जुड़ा है। हर साल 3 दिसंबर को विश्व विकलांगता दिवस मनाने का उद्देश्य दिव्यांग लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों को समझने के लिए और उनके लिए समान अवसर पहुंच और सम्मान समाज में बनाए रखने की कोशिश करना है।
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Dec 02, 2025 15:37 IST
Published By : Katyayani Tiwari