
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में डार्क सर्कल्स सिर्फ थकान की नहीं, बल्कि कई मेडिकल समस्याओं की भी पहचान बन चुके हैं। नींद पूरी होने के बाद भी आंखों के नीचे कालापन बना रहना इस बात का संकेत हो सकता है कि शरीर के अंदर कुछ गड़बड़ चल रही है। आजकल गलत लाइफस्टाइल, स्क्रीन टाइम, पोषण की कमी और हार्मोनल बदलाव भी इस समस्या को तेजी से बढ़ा रहे हैं। कई बार लोग महंगे कंसीलर और क्रीम पर भरोसा कर लेते हैं, लेकिन बिना सही कारण जाने राहत नहीं मिलती।इसलिए जरूरी है कि डार्क सर्कल्स को केवल ब्यूटी प्रॉब्लम नहीं, बल्कि एक मेडिकल समस्या समझकर देखा जाए। इस लेख में जानेंगे डार्क सर्कल्स का इलाज। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr. Atula Gupta, Chief Dermatologist and Medical Director, Skinaid Clinic, Gurgaon से बात की।
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डार्क सर्कल्स होने के कारण- Causes Of Dark Circles

अगर आपकी नींद पूरी है, फिर भी डार्क सर्कल्स हैं, तो ये कारण हो सकते हैं-
- हार्मोनल बदलाव
- एलर्जी
- थायरॉइड समस्या
- विटामिन बी12 की कमी
इसलिए सिर्फ क्रीम नहीं, सही जांच ही असली इलाज है।
1. आयरन की कमी की जांच और इलाज करवाएं- Iron Deficiency Treatment For Dark Circles
अगर शरीर में आयरन की कमी (Anemia) हो, तो आंखों के नीचे की त्वचा डार्क या गहरी दिखने लगती है। ऐसी स्थिति में सिर्फ सोने से डार्क सर्कल्स ठीक नहीं होते।
क्या करें?
- सीबीसी और सीरम फेरिटिन (Serum Ferritin) टेस्ट करवाएं।
- डॉक्टर द्वारा बताए गए आयरन सप्लीमेंट खाएं।
- छह से आठ हफ्तों में फर्क दिख सकता है।
- आयरन बढ़ने से खून में ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर होती है, जिससे आंखों के नीचे का कालापन कम होता है।
2. अंडर-आई डर्मेटोलॉजिकल क्रीम- Prescription Under Eye Creams
मार्केट में मिलने वाली सामान्य क्रीम हर किसी पर काम नहीं करती। डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा लिखी गई क्रीम में ये एक्टिव इंग्रेडिएंट होते हैं-
- रेटिनॉल (Retinol)
- विटामिन-सी (Vitamin C)
- हायलूरोनिक एसिड (Hyaluronic Acid)
- कोजिक एसिड (Kojic Acid)
फायदे:
- पिग्मेंटेशन कम होता है।
- स्किन टाइट होती है।
इन इंग्रीडिएंट्स के साथ बनी क्रीम्स का बिना डॉक्टर की सलाह के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
3. लेजर ट्रीटमेंट- Laser Therapy For Dark Circles
अगर डार्क सर्कल्स जेनेटिक या बहुत पुराने हैं, तो लेजर थेरेपी सबसे असरदार मानी जाती है।
लेजर ट्रीटमेंट कैसे काम करता है?
- स्किन की ऊपरी पिग्मेंट लेयर को हटाती है।
- कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाती है।
- तीन से छह सिटिंग्स में रिजल्ट दिखता है।
4. फिलर और पीआरपी थेरेपी- Under Eye Fillers & PRP Treatment
कुछ लोगों में डार्क सर्कल्स की समस्या को दूर करने के लिए फिलर और पीआरपी थेरेपी की मदद ली जाती है। फिलर और पीआरपी थेरेपी की मदद से आंखें फ्रेश दिखती हैं, डार्कनेस और आंखों की थकान दोनों कम होती है और इसका असर छह से 12 महीने तक रह सकता है।
निष्कर्ष:
अगर आपकी नींद पूरी हो रही है फिर भी डार्क सर्कल्स नहीं जा रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज करना सही नहीं है। सही जांच और फिलर, पीआरपी, लेजर मेडिकल ट्रीटमेंट्स से इस समस्या को दूर कर सकते हैं।
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Dec 07, 2025 11:25 IST
Published By : Yashaswi Mathur