
ताई-ची एक प्राचीन मार्शल-आर्ट है जिसमें धीमे और हल्के तरीकों का इस्तेमाल करते हुए, कार्य ऊर्जा को उच्च करके आंतरिक ध्यान को बढ़ाया जाता है। इसमें श्वसन-प्रक्रिया पर खास ध्यान दिया जाता है। ताई-ची से शारीरिक और मानसिक लाभ होता है।
ताई ची चीन में सैकड़ों वर्ष के अंतराल में विकसित अभ्यास की एक उपचार प्रणाली है। यह एक प्राचीन मार्शल-आर्ट है जिसमें धीमे और हल्के तरीकों का इस्तेमाल करते हुए, कार्य ऊर्जा को उच्च करके आंतरिक ध्यान को बढ़ाया जाता है। वेबसाइट टेलीग्राफ डॉट को डॉट यूके के मुताबिक शोधकर्ताओं ने पाया कि ताई ची का अभ्यास तनाव और पीड़ा से छुटकारा दिलाता है। व्यक्ति में आराम, संतुलन, ताकत और लचीलेपन को बढ़ाने के लिए इस कला को विकसित किया गया है। निराशा दूर करने और आत्मविश्वास बढ़ाने में मार्शल आर्ट ताई ची की भूमिका अहम हो सकती है।
कैसे होता है ताई-ची का अभ्यास
ताई ची अभ्यास में विभिन्न आकृतियों का समूह होता है। इसकी हर एक आकृति में सौ मुद्राओं तक कि श्रृंखला शामिल होती है। एक आकृति को पूरा करने में तकरीबन 20 मिनट तक का समय लग जाता है। ताई-ची का अभ्यास कहीं भी कभी भी किया जा सकता है। चीन में सुबह सुबह लोग इसका अभ्यास करते हैं। विभिन्न आकृतियों का अभ्यास करने के लिए आपको किसी ताई ची मास्टर खासकर जो कि मार्शल आर्ट में पारंगत हो उन से अभ्यास सीखना चाहिए। इसकी कक्षाएं लगभग एक घंटे की होती हैं। जब अभ्यस्त हो जाएं तो ताई ची कि आवर्ती का 7 से 10 मिनट में भी अभ्यास किया जा सकता है। ताई ची का रोजाना अभ्यास किया जा सकता है।
ताई-ची के शारीरिक लाभ
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं के मुताबिक दिल की बीमारियों के मरीज इसके अभ्यास से कार्डियोवैस्कूलर लाभ उठा सकते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल के वैज्ञानिकों ने 33 से 55 साल की महिलाओं पर किए अध्ययन में पाया कि तीन महीनों तक दिन में तीन बार ताई ची करने वाली महिलाओं का स्वास्थ्य संतुलन तुलनात्मक रूप से अच्छा रहा। ताई-ची का अभ्यास हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है। हांगकांग की चाइनीज यूनिवर्सिटी में किए गए अध्ययन में पाया गया कि रजोनिवृत्ति के बाद जिन महिलाओं ने सालभर तक हफ्ते में कम से कम पांच बार ताई ची का अभ्यास किया उनकी हडि्डयां इसका अभ्यास नहीं करने वालों की तुलना में ज्यादा मजबूत थीं।
ताई-ची शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। जिससे शरीर में कई रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ जाती है। इसके अलावा यह दर्द-निवारक भी है। दक्षिण कोरिया की एक वैज्ञानिक टीम ने घुटने के गठिया रोग से पीड़ित कई मरीजों पर गहन अध्ययन किया और उन्हें ताई ची का अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया। तीन महीने बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि इसका अभ्यास करने वाले मरीजों को दर्द में काफी राहत मिली थी। चीन का ये पारंपरिक मार्शल ऑर्ट ताई ची उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में सक्षम हो सकता है। ताई ची करने वाले लोगों में सीडी34 + नामक स्टेम सेल में वृद्धि देखी गई, जो शरीर के कार्यो और संरचना के लिए महत्वपूर्ण है।
ताई-ची से मानसिक लाभ
ताई-ची के अभ्यास से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक लाभ भी पहुंचता है। तनाव आजकल हम सबकी जिंदगियों का एक स्थायी हिस्सा बन गया है। ताई-ची के अभ्यास से तनाव कम होता है। हालांकि कोई ऐसी रिसर्च तो नहीं हुई है जिसमें ताई-ची के तनाव पर प्रत्यक्ष प्रभाव के बारे में बताया गया हो लेकिन ताई-ची के अभ्यास के दौरान जिस श्वसन, गतिविधि और मानसिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है, वह आपका ध्यान व्यस्त जीवनशैली से हटा देता है। मन और शरीर के कनेक्शन के लिए विशेष ध्यान की जरूरत होती है, जो शरीर में शांति लाता है। ताई-ची के अभ्यास से नींद न आने की समस्या भी दूर होने लगती है।
ताई-ची चिकित्सा की शुरुआत व विकास चीन में हुआ था लेकिन, अपने महत्व के कारण अब यह विश्वभर में प्रसिद्ध हो चुकी है। इसकी खास बात ये है कि हर उम्र के लोग इसका अभ्यास करके स्वास्थ्यलाभ प्राप्त कर सकते हैं। अमेरिका में बड़ी संख्या में वृद्ध ताई-ची का अभ्यास करते हैं। तो फिर आपको किस चीज का इंतजार है, आप भी ताई-ची का अभ्यास शुरू करें, और अपने आप इसके फायदों को महसूस करें।
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