
अच्छा तो यही रहेगा कि जब जूते नए हों, तभी उनकी वाटरप्रूफिंग कर ली जाए।
मानसून आ चुका है। बरसात के मौसम में आप अपनी सेहत का तो खयाल रखते हैं। लेकिन, कभी आपने अपने जूतों की सेहत के बारे में सोचा है। आखिर वही तो बारिश के मौसम की सबसे ज्यादा मार झेलते हैं।
बरसात के मौसम में जूते अक्सर गीले हो जाते हैं। इससे उनके खराब होने का तो खतरा रहता है। साथ ही
पैरों को भी नुकसान पहुंचता है। लेकिन, जूतों को अगर वाटरपूफ्र बना लिया जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है। स्पोटर्स शूज आमतौर पर गीले होने पर खराब नहीं होते। लेकिन, बात अगर चमड़े के जूतों की जाए तो बरसात में इनके खराब होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। तो आइए कैसे जूतों को पानी से बचाने लायक बनाया जाए ताकि वे खराब न हों और लंबे समय तक आपका साथ निभाएं।
चमड़े के जूतों को वाटरप्रूफ बनाने के लिए सबसे पहले उसकी क्वालिटी के बारे में पता लगाना जरूरी है। पतले चमड़े के जूतों को खास तरह के देखभाल की जरूरत होती है। वहीं मोटे चमड़े के जूतों की वाटरप्रूफिंग करनी ज्यादा आसान होती है।
बाजार में जूतों की वाटरप्रूफिंग करने के लिए कई तरह के उत्पाद मौजूद हैं। इनमें कई तरह की क्रीम और तेल मौजूद हैं। ये न सिर्फ आपके जूतों को बरसात के पानी से बचाते हैं बल्कि उन्हें साफ, नरम और सूखा भी रखते हैं। बस एक साफ और सूखे कपड़े से इन्हें अपने जूते पर लगाकर आप बरसात के इफेक्ट को लौटा सकते हैं। इसके साथ ही कुछ स्प्रे भी बाजार में मौजूद हैं। इनका भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इनकी क्वालिटी को लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं, इसलिए इन्हें खरीदने से पहले अच्छी तरह से पड़ताल करनी जरूरी है।
अच्छा तो यही रहेगा कि जब जूते नए हों, तभी उनकी वाटरप्रूफिंग कर ली जाए। लेकिन, आप पुराने जूतों पर भी ऐसा कर सकते हैं। लेकिन, इससे पहले जूतों की जरूरी मरम्मत कराना अच्छा रहेगा। जूतों की वाटरप्रूफिंग हमेशा साफ जूतों पर ही करनी चाहिए।
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