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बच्चों को भी हो सकता है सेप्टिक अर्थराइटिस, जानें इनके 5 लक्षणों के बारे में

Signs Of Septic Arthritis In Children: बच्चों को भी सेप्टिक अर्थराइटिस हो सकता है। इसको लेकर पैरेंट्स को जरा भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जानिए, सेप्टिक अर्थराइटिस होने पर किस तरह के लक्षण दिखते हैं।
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बच्चों को भी हो सकता है सेप्टिक अर्थराइटिस, जानें इनके 5 लक्षणों के बारे में

Symptoms Of Septic Arthritis In Children: बैक्टीरिया, फंगाई और वायरस के कारण होने वाला सेप्टिक अर्थराइटिस जोड़ों में होने वाला संक्रामक रोग है। इसे संक्रामक गठिया कहा जाता है। इस बीमारी में जोड़ों में फ्लूइड भर जाता है, जिसकी वजह से ज्वाइंट्स में दर्द, सूजन आदि समस्याएं होने लगती हैं। बहरहाल, अर्थराइटिस शब्द पढ़ते ही हमें लगता है कि इस तरह की बीमारियों सिर्फ बुजुर्गों को ही अपनी चपेट में लेती है। यह हमारी कल्पना से भरी परे है कि बच्चों को भी अर्थराइटिस जैसी समस्या हो सकती है। हालांकि, हकीकत ये है कि बच्चों को भी अर्थराइटिस हो सकता है। इसी तरह, उन्हें सेप्टिक अर्थराइटिस भी अपनी चपेट में ले सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर बच्चों को सेप्टिक अर्थराइटिस हो जाए, तो किस तरह के लक्षण नजर आते हैं? आइए, जानते हैं यथार्थ अस्पताल में Associate Consultant & Robotic Surgeon - Orthopedics & Joint Replacement डॉ. मुकेश शंकर से।


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बच्चों में सेप्टिक अर्थराइटिस के लक्षण- Septic Arthritis Symptoms In Children

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बुखारः जैसा कि यह स्पष्ट है कि सेप्टिक अर्थराइटिस एक तरह का संक्रमण है। ऐसे में जब बच्चों को सेप्टिक अर्थराइटिस होता है, तो इम्यून रेस्पॉन्स की वजह से उन्हें बुखार आ जाता है। यह संक्रमण के खिलाफ लड़ने की शरीर की अपनी प्रतिक्रिया होती है।

जोड़ों में दर्दः सेप्टिक अर्थराइटिस होने पर बच्चों को भी जोड़ों में दर्द का अहसास होता है। यह दर्द बहुत तीव्र होता है। खासकर, मूवमेंट करते हुए उनकी तकलीफ बढ़ जाती है।

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सूजन और रेडनेसः सेप्टिक अर्थराइटिस के कारण न सिर्फ जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है, बल्कि सूजन भी आ जाती है। पैरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों में सेप्टिक अर्थराइटिस होने पर सूजन इतनी ज्यादा होती है कि वह नजर आने लगती है और प्रभावित हिस्सा काफी लाल भी हो जाता है।

मूवमेंट में दिक्कतः सेप्टिक अर्थराइटिस के कारण जोड़ों का दर्द बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। इस तरह की स्थिति में बच्चे खुद मूवमेंट करने से बचते हैं। मूवमेंट न करने से भी कंडीशन बिगड़ जाती है। यहां तक कि बच्चों के लिए चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है।

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भूख में कमीः सेप्टिक अर्थराइटिस होने की वजह से बच्चे काफी चिड़चिड़ हो जाते हैं। इसका बुरा असर उनके मूड पर पड़ता है और खानपान की चाह भी उनमें कम हो जाती है। पैरेंट्स के लिए बहुत जरूरी है कि वे अपने बच्चों की मेंटल हेल्थ को समझें और उन्हें पूरा सपोर्ट करें।

निष्कर्ष

सेप्टिक अर्थराइटिस एक गंभीर समस्या है और समय पर इसका इलाज किया जाना बहुत जरूरी है। ऐसा तभी किया जा सकता है, जब आप इसके लक्षणों के बारे में पर्याप्त जानकारी रखते हैं। पैरेंट्स को चाहिए कि वे सेप्टिक अर्थराइटिस के बारे में जानें और बच्चों में इससे संबंधित किसी भी तरह के लक्षण नजर आएं, तो इसकी अनदेखी न करें।

All Image Credit: Freepik

नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Sr. Consultant - Cardiology डॉ. अमित हांडा

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FAQ

  • सेप्टिक गठिया का निदान क्या है?

    सेप्टिक अर्थराइटिस किस कारण हुआ है और वह जोड़ों में कहां तक फैल चुका है, इन्हीं बातों पर सेप्टिक अर्थराइटिस का इलाज निर्भर करता है। हालांकि, सेप्टिक अर्थराइटिस के कारण जोड़ों में एक किस्म का फ्लूइड जम जाता है। इसे रिमूव करने के लिए सिरिंज या सुई का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया को डॉक्टर ही अंजाम देते हैं।
  • गठिया का परमानेंट इलाज क्या है?

    अर्थराइटिस का कोई स्थाई इलाज नहीं है। आमतौर पर बढ़ती उम्र में यह समस्या देखने को मिलती है। बहरहाल, अगर किसी को अर्थराइटिस है, तो उन्हें इसके लक्षणों को मैनेज करना चाहिए। इसके लिए जीवनशैली में जरूरी बदलाव किए जा सकते हैं।
  • मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे बच्चे को सेप्टिक गठिया है?

    बच्चे को सेप्टिक अर्थराइटिस है, यह जानने के लिए लक्षणों पर गौर करें। सेप्टिक अर्थराइटिस के लक्षणां में बच्चे को बुखार आना, कूल्हों में दर्द महसूस होना, मूवमेंट में दिक्कत होना, जांघों और नितंब में सूजन आना शामिल हैं।

 

 

 

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  • Current Version

  • Dec 09, 2025 19:36 IST

    Published By : Meera Tagore

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