जानिये क्यों हो जाती है थॉयराइड की समस्या और क्या है इसका उपचार

थॉयराइड को साइलेंट किलर माना जाता है क्योंकि इसके लक्षण शुरुआती दौर में नहीं समझ आते।

Anurag Anubhav
Written by: Anurag AnubhavUpdated at: Jan 05, 2018 19:28 IST
जानिये क्यों हो जाती है थॉयराइड की समस्या और क्या है इसका उपचार

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थॉयराइड की समस्‍या लोगों में तेजी से बढ़ रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह खानपान में अनियमिता है। थायरायड ग्रंथि गले में सांस की नली के ऊपर और वोकल कॉर्ड के दोनों ओर दो भागों में बनी होती है। ये तितली के आकार की होती है। ये ग्रंथि थाइराक्सिन नाम का हार्मोन बनाती है, जिससे शरीर में प्रोटीन बनाने और एनर्जी मेनटेन होती है। थॉयराइड ग्रंथि अगर सही से अपना काम नहीं करती है तो कई समस्याएं हो जाती हैं क्योंकि ये ऐसे जीन्स का निर्माण करती हैं जिसके कारण कोशिकाएं अपना काम ठीक से कर पाती हैं। थॉयराइड को साइलेंट किलर माना जाता है क्योंकि इसके लक्षण शुरुआती दौर में नहीं समझ आते। गर्दन में थोड़ा बहुत दर्द या छोटी सी गांठ को लोग ऐसे ही इग्नोर कर देते हैं लेकिन जब इस रोग का पता चलता है तब तक ये खतरनाक रूप ले लेती है। थॉयराइड की शुरुआत इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी से होती है।

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क्यों होता है थॉयराइड

  • भोजन में आयोडीन की कमी से या बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने से थॉयराइड हो जाता है।
  • ज्यादा तनाव का असर हमारी थॉयराइड ग्रंथियों पर पड़ता है इसलिए तनाव भी थॉयराइड की समस्या का एक कारण है
  • अगर परिवार में पहले से किसी को थॉयराइड हो तो भी इसके होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • महिलाओं में पीरियड्स शुरू होने के बाद कई तरह के हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। कई बार इसी हार्मोनल चेंज की वजह से थॉयराइड की समस्या हो जाती है।
  • गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई बड़े परिवर्तन होते हैं और कई महिलाएं ऐसी स्थिति में ज्यादा तनाव में रहती हैं जिस वजह से कई बार थॉयराइड हो जाता है।
  • कई बार दवाओं के प्रतिकूल प्रभाव से भी थॉयराइड की समस्या हो जाती है।
  • कई बार सोयाबीन प्रोडक्ट्स के ज्यादा इस्तेमाल से भी थॉयराइड हो जाता है।

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थॉयराइड के लक्षण

  • कब्ज होना
  • अक्सर हाथ-पैर ठंडे हो जाना
  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना
  • बाल और भौंहों का झड़ने लगना
  • ज्यादा तनाव होना
  • स्किन ड्राई हो जाना
  • काम में जल्दी थक जाना
  • जुकाम होना फिर ठीक न होना
  • वंशानुगत कारणों से


थॉयराइड में अखरोट और बादाम का सेवन बहुत फायदेमंद है। अखरोट और बादाम में सेलेनियम पाया जाता है। एक ग्राम अखरोट में 5 माइक्रो ग्राम सेलेनियम होता है। सेलेनियम थॉयराइड की समस्या को खत्म करने में सक्षम है क्योंकि ये थॉयराइड ग्रंथि की एक्टिविटी पर कंट्रोल करता है। अखरोट और बादाम दोनों के सेवन से गले में सूजन कम हो जाती है।

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