
हाई कोलेस्ट्रॉल का सबसे बड़ा कारण हमारी अनियमित जीवनशैली और खानपान है। वसायुक्त भोजन और असक्रिय जीवनशैली ही इसका सबसे बड़ा कारण है। हाई कोलेस्ट्रॉल हमारे दिल पर बहुत बुरा असर डालता है। इससे धमनियां व अन्य रक्तवाहिनियां संकरी हो जाती हैं, जिससे हृदयाघात और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल को आप संतृप्त वसा में कमी, नियमित व्यायाम, धूम्रपान छोड़कर और एल्कोहल का सेवन कम करके आप कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं। अस्वास्थ्यकर भोजन, जिसमें वसा काफी अधिक मात्रा में हो, आपकी धमनियों में प्लाक जमा कर देता है। ऐसा इसलिए होता है क्योकि वसायुक्त भोजन में कोलेस्ट्रॉल होता है। वसा दो प्रकार की होती है। संतृप्त और असंतृप्त। आपको ऐसे आहार से दूर रहना चाहिए जिसमें संतृप्त वसा काफी अधिक मात्रा में हो, क्योंकि वे आपके रक्त में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा देगी।
उच्च संतृप्त वसा
मीट, मक्खन, घी, क्रीम, हार्ड चीज, केक और बिस्किट, नारियल और ताड़ तेल आदि में संतृप्त वसा होती है। आपको इन आहार का कम सेवन करना चाहिए। अधिक मात्रा में इनका सेवन आपके दिल को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
हालांकि, अपने आहार में से सभी प्रकार के वसायुक्त पदार्थ हटा देना भी कोई विकल्प नहीं है। और न ही ऐसा करना स्वास्थ्यकर माना जाता है। जरूरत इस बात की है आप संतृप्त वसा को असंतृप्त वसा से बदलें। असंतृप्त वसा गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर में इजाफा करती है और धमनियों के अवरोध कर रक्त प्रवाह को सुचारू बनाये रखने में मदद करती है।
असंतृप्त वसा युक्त खाद्य पदार्थ
मछली जैसे सालमन और ट्यूना, अवाकाडो, नट्स और बीज, सूरजमुखी और सफेद सरसों का तेल आदि में शरीर के लिए फायदेमंद असंतृप्त वसा होती है। यह हमारे शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाते हैं, जिससे हमारा हृदय बेहतर तरीके से काम करता है।
कम वसा युक्त आहार
फाइबर युक्त आहार जिसमें वसा की मात्रा कम होती है आपके लिए काफी फायदेमंद होते हैं और इनका सेवन आपके कोलस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। आपको साबुत अनाज, भूरे चावल, फल और सब्जियां आपके दिल को सुचारू रूप से काम करने देने में लाभकारी होतीं हैं। आपको रोजाना फल और सब्जियों से रोजाना 80 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए।
धूम्रपान छोड़ें
सिगरेट में पाया जाने वाले एक्रोलिन 'गुड कोलेस्ट्रॉल' (एचडीएल) को शरीर में जमा वसा को लिवर तक ले जाने से रोकता है। जिससे उच्च कोलेस्ट्रॉल की परेशानी होती है। साथ ही इससे धमनियां संकरी होने लगती हैं। इससे यह पता चलता है कि धूम्रपान हृदयाघात और स्ट्रोक के लिए बेहद खतरनाक होता है। अगर आप धूमपान करना छोड़ देते हैं, तो आप इन समस्याओं से काफी हद तक बच सकते हैं।
व्यायाम
शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय रहना और व्यायाम करना आपके शरीर में गुड कोलेस्ट्रोल यानी एचडीएल को बढ़ाने का काम करता है। इससे आपके शरीर में जमा अतिरिक्त वसा नष्ट होती है। आपके दिल और रक्तवाहिनियों को अच्छी स्थिति में रखकर आपके दिल को स्वस्थ बनाये रखता है। व्यायाम आपके वजन को कम करने में मदद करता है। यह तो आप जानते ही हैं कि अधिक वजन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाता है, जिससे आपकी सेहत को खतरा होता है। सप्ताह में 150 मिनट यानी ढाई घंटे की नियमित एक्सरसाइज आपके शरीर में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है। इसके लिए आपको जिम में घंटो पसीना बहाने की भी जरूरत नहीं है। तैराकी, पैदल चलना, साइक्लिंग और जॉगिंग आदि ही आपकी सेहत को दुरुस्त रखने और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में मदद करते हैं।
उच्च कोलेस्ट्रॉल का बचाव ही उसका सर्वोत्तम इलाज है। अगर इसके बाद भी आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल की अधिक है, तो आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत है। पर्याप्त व्यायाम और संतुलित आहार आपको सेहतमंद रखने में मदद करता है और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करता है।
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