
हमारे शरीर के लिए प्रोटीन कितना जरूरी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके बिना मानव शरीर की संरचना ही संभव नहीं है।
हमारे शरीर के लिए प्रोटीन कितना जरूरी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके बिना मानव शरीर की संरचना ही संभव नहीं है। खास तौर से हमारी मांसपेशियां दो तरह के प्रोटींस से बनी होती हैं, जिन्हें एक्टिन और मायोसिन कहा जाता है। मांसपेशियां हड्डियों से जुडकर शरीर के सभी अंगों के संचालन और हार्ट को पंप करने में भी सहायक होती हैं। इसके अलावा अन्य मांसपेशियां आंतों तक भोजन पहुंचाने का काम करती हैं।
एक प्रोटीन के कितने काम
प्रोटीन मूलत: हमारे शरीर में कैल्शियम और मिनरल्स के साथ मिलकर टिशूज बनाने का काम करते हैं। हमारे शरीर की रक्तवाहिका नलियों, आंतों, लिवर व किडनी जैसे सभी महत्वपूर्ण अंगों और त्वचा का निर्माण प्रोटीन से होता है। तेज धूप और उम्र बढने के साथ त्वचा के निर्माण में सहायक प्रोटीन कोलेजन नष्ट होने लगता है और इससे त्वचा पर झुर्रियां पडने लगती हैं। इतना ही नहीं शरीर में पाए जाने वाले एंजाइम्स भी खास तरह के प्रोटीन ही होते हैं, जो भोजन को पचाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा प्रोटीन हमारे शरीर के सही ढंग से काम करने में सहायक होता है। प्रोटीन के साथ खून में खास तरह की रासायनिक प्रतिक्रिया होती है, जो चोट लगने पर होने वाली ब्लीडिंग को रोकने में मददगार होती है। हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम में भी खास तरह का प्रोटीन होता है, जिसे एंटी बॉडीज के नाम से जाना जाता है। ये एंटी बॉडीज शरीर को हानिकारक संक्रमण से बचाते हैं। हमारी कोशिकाओं को भी प्रोटीन की जरूरत होती है। इससे टूटी-फूटी कोशिकाओं की मरम्मत होती है और इसके माध्यम से ही बच्चों का शारीरिक विकास संभव होता है।
कैसे लें प्रोटीन सप्लीमेंट
अकसर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या हमारे रोजमर्रा के भोजन से शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिल जाता है या इसके लिए हमें अलग से प्रोटीन सप्लीमेंट लेने की जरूरत होती है? दरअसल हमारे रोजाना के भोजन से हमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का पोषण मिल जाता है। वैसे, कॉर्बोहाइड्रेट के साथ प्रोटीन का सेवन (जैसे-रोटी या चावल के साथ दाल) सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। शाकाहारी लोगों को दाल, दूध और उससे बनी चीजों का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए। अगर आप नॉन वेजटेरियन हैं तो अंडा, चिकेन, मछली, रेड मीट का लिवर और किडनी प्रोटीन के बहुत अच्छे स्रोत हैं।
अगर प्रोटीन का सेवन अत्यधिक मात्रा में किया जाए तो यह सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है, क्योंकि यह कार्बोहाइड्रेट या फैट की तरह शरीर में स्टोर नहीं हो पाता। इसलिए अगर शरीर में इसकी मात्रा ज्यादा हो जाए तो इसमें मौजूद अमीनो एसिड की वजह से इसे शरीर से बाहर निकालने की प्रक्रिया में किडनी पर ज्यादा दबाव पडता है।
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