मधुमेह रोगी महिलाओं के लिए गर्भावस्था आहार

- गर्भवती के ग्लूकोज के स्तर को रोका जा सकता हैं संतुलित आहार से!
- महिलाओं को कम कैलोरी की जरूरत होती है गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में
- वसा और शर्करा से भरपूर मिठाईयों का सेवन कम से कम करें।
- विटामिन, फाइबर, खनिज और स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में लें।
महिलाओं को गर्भवती होने पर अच्छा और संतुलित आहार खाना चाहिए। यह मां और गर्भ में विकसित हो रहे बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। ऐसे में मधुमेह से पीड़ित गर्भवती महिलाओं के लिए आहार और भी ज्यादा चिंता का विषय बन जाता है।
संतुलित आहार और सही समय पर आहार करने से गर्भवती के ग्लूकोज के स्तर को बहुत अधिक या बहुत कम होने से रोका जा सकता हैं। अच्छी तरह से भोजन करने से भी इंसुलिन की जरूरत से बचने में मदद मिलती हैं।
आहार के लिए कुछ सुझाव
आहार के लिए कुछ सुझाव जो ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में आपकी मदद करेंगे।
• मधुमेह रोगी मोटी महिलाओं को गर्भावस्था के पहले और दौरान आमतौर पर सामान्य वजन या कम वजन वाली महिलाओं की तुलना में कम कैलोरी के आहार की जरूरत होती है।
• गर्भावस्था की दूसरी या तीसरी तिमाही की तुलना में गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में महिलाओं को कम कैलोरी की जरूरत होती है।
• मधुमेह रोगी महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान प्रतिदिन लगभग 300 अतिरिक्त कैलोरी वाला भोजन लेना चाहिए।
• स्वस्थ भोजन करें, जैसे- वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट को नियंत्रित मात्रा में खाए। साथ ही आहार में फल, सब्जियां, रोटी, अनाज, पास्ता जरूर लें। चीनी से समृद्ध खाद्य पदार्थों, जैसे- शीतल पेय, फलों के रस, और पेस्ट्री से बचें।
• गर्भावस्था के दौरान आपको ज्यादा से ज्यादा उच्च फाइबर, पूरे अनाज वाले कार्बोहाइड्रेट खाने चाहिए। खाद्य पदार्थों जैसे- रोटी, चावल, पास्ता, अनाज, आलू, मटर, मक्का, फल, फलों का रस, दूध, दही, कुकज, कैंडी में कार्बोहाइड्रेट होता है। कुछ सब्जियां, जैसे- गाजर, ब्रोकोली, और पालक में कार्बोहाइड्रेट और प्रचुर मात्रा में फाइबर होता हैं। ये खाद्य पदार्थ धीरे पचते हैं, अधिक स्वस्थ होते हैं और ग्लूकोज के स्तर में तीव्र वृद्धि को रोकते हैं।
• मधुमेह रोगी महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान रोटी, अनाज, सेम, चावल, और स्टार्चयुक्त सब्जियां को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इन खाद्य पदार्थ में विटामिन, फाइबर, खनिज और स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा पूरे अनाज की रोटी, ब्राउन चावल, या सेम इत्यादी को वरीयता दें।
• मिठाई का सेवन कम से कम करें, क्योंकि इनमें वसा और शर्करा अधिक होती है।
• तेल, घी, मक्खन, मार्जरीन, सलाद ड्रेसिंग, और डेसर्ट का सेवन सीमा में करें। लेकिन उन्हें अपने आहार से पूरी तरह से हटाएं नहीं, क्योंकि वे आपके बच्चे के विकास और भ्रूण के मस्तिष्क के विकास के लिए आवश्यक हैं।
• फल और सब्जियों में प्रचुर आहार खाएं क्योंकि उनमें खूब विटामिन, खनिज और फाइबर होता है। फ्रोजन या डिबाबंद की तुलना में ताजा फलों और सब्जियों को वरीयता दें।
• नाश्ते में सीमित कार्बोहाइड्रेट खाएं, क्योंकि ग्लूकोज का स्तर सुबह में अधिक होने की संभावना होती है।
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Source: ओन्ली माई हैल्थ सम्पादकीय विभाग Oct 10, 2012
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