
टाइप 2 डायबिटीज (TYPE 2 Diabetes) में बढ़ते ब्लड शुगर लेवल को काबू में रखने के लिए जरूरी है उस पर निरंतर निगरानी रखना। कुछ खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर लेवल को कम रखने में मदद करते हैं, जिसमें कुछ फल भी शामिल है। टाइप 2 डायबिटीज (TYPE 2 Diabetes) से मतलब है जब किसी व्यक्ति का पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है, जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। अगर ब्लड शुगर लेवल पर ध्यान न दिया जाए या फिर समय-समय पर चेक न किया जाए तो यह ह्रदय रोगों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देता है। हालांकि दिल को सुकून देने वाली बात ये है कि डाइट में कुछ बदलाव ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद कर सकते हैं। विशेषज्ञों का भी कहना है कि अगर आप एक प्रसिद्ध फल को अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो आप ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अंगूर में पाए जाने वाले तत्व ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकते हैं। 38 पुरुषों पर 16 सप्ताह तक किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि जो व्यक्ति प्रति दिन 20 ग्राम अंगूर का अर्क लेते हैं उनका ब्लड शुगर सामान्य ग्रुप वालों की तुलना में कम पाया गया।
कई शोध में पाया गया है कि अंगूर की खाल में पाया जाने वाले तत्व रेस्वेराट्रोल इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ा देता है, जो किसी व्यक्ति के शरीर में ग्लूकोज की प्रक्रिया में सुधार करता है और ब्लड शुगर लेवल को कम कर देता है। अध्ययन के निष्कर्षों में सामने आया कि रेस्वेराट्रोल सेल मेंबरेन पर ग्लूकोज रिस्पटर्स की संख्या बढ़ा देता है, जिसका ब्लड शुगर पर लाभकारी प्रभाव पड़ता है।
अध्ययन के मुताबिक, ऐसी एक आम धारणा है कि डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अंगूर नहीं खाने चाहिए क्योंकि इसमें शुगर होता है। डायबिटीज यूके ने चिंता जताई थी कि इस फल में शुगर होता है, जो किसी व्यक्ति के ब्लड ग्लूकोज को बढ़ा देता है।
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अगर आप नियमित तौर पर अंगूर का सेवन करते हैं तो आप कभी भी मधुमेह का शिकार नहीं होंगे क्योंकि अंगूर में वे तत्व होते हैं जो आपको मधुमेह से बचाते हैं। अंगूर का सेवन मधुमेह के एक अहम कारक मेटाबोलिक सिंड्रोम के जोखिम से बचाता है। अंगूर शरीर में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है। शोधों में भी यह बात साबित हो चुकी है कि जो लोग नियमित रूप से अंगूर का सेवन करते हैं उनमें मधुमेह का खतरा काफी कम होता है। शोध के मुताबिक अंगूर जैसे फाइ टोकैमिकल से भरपूर फल खाने से लोगों को इसका फायदा मिलता है। मधुमेह रोगियों को अपने आहार में विटामिन, मिनरल व फाइबर युक्त फलों को शामिल करना चाहिए। जिन फलों में कार्बोहाइड्रेट होता है उनके सेवन से शरीर में ब्लड ग्लूकोज का स्तर ठीक रहता है।
अंगूर और मधुमेह
आधा कप अंगूर से आपको 52 कैलोरी मिलती है। अंगूर प्राकृतिक रुप से मीठा होता है इसमें किसी तरह का शुगर नहीं होता है। मधुमेह रोगी अंगूर जैसे अन्य फल जो प्राकृतिक रुप से मीठे हो, खा सकते हैं। इससे किसी तरह का खतरा नहीं होता है। लाल अंगूर में फाइबर भी पाया जाता है इसके अलावा एक अलग तरह का कार्बोहाइड्रेट भी पाया जाता जो ब्लड शुगर का लेवल नहीं बढ़ता है।अंगूर में ग्लूकोज पाया जाता है जो रसायनिक प्रकिया के जरिए शरीर द्वारा सोख लिया जाता है । इसलिए अंगूर खाने के बाद आपको तुरंत ऊर्जा का एहसास होता है। अंगूर को सुबह सुबह खाली पेट खाना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। अंगूर के सेवन से मधुमेह के अलावा आपका हृदय भी स्वस्थ रहता है साथ ही आप ब्लड प्रेशर की समस्या से भी बच सकते हैं। मधुमेह में हृदय रोग व रक्त चाप की समस्या बहुत ही खतरनाक साबित हो सकती है।
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अंगूर के अन्य फायदे
- अंगूर दिमाग के लिए काफी फायदेमंद होता है। अक्सर बच्चों को परीक्षा के समय उनके माता पिता खाने के लिए अंगूर देते हैं क्योंकि इससे उनके दिमाग को रिफ्रेशमेंट मिलता है और याद्दाशत मजबूत होती है।
- अंगूर में कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने की शक्ति है। कैंसर को नियंत्रित करने के लिए अंगूर खाने की सलाह दी जाती है।
- अंगूर आपके हृदय को स्वस्थ रखता है जिससे आप हृदय रोगों से दूर रहते हैं।
- अंगूर का रस माइग्रेन में काफी फायदेमंद है।
- अंगूर का सेवन गुर्दे के रोग में भी किया जाता है। अंगूर, गुर्दे व लिवर से विषैले तत्व को बाहर निकालता है।
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