स्वादिष्ट खाने का भी नहीं आ रहा स्वाद? कहीं आप तो नहीं इन 4 बीमारियों के शिकार

क्या आपको कभी स्वादिष्ट खाने का भी स्वाद नहीं लगता है? अगर हां, तो चलिए आज जानते हैं क्या हैं इसके कारण

Kishori Mishra
Written by: Kishori MishraUpdated at: Nov 06, 2020 11:30 IST
स्वादिष्ट खाने का भी नहीं आ रहा स्वाद? कहीं आप तो नहीं इन 4 बीमारियों के शिकार

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कोरोना के कई ऐसे लक्षण सामने आए हैं, जो अन्य बीमारियों में भी दिखते हैं। खाने में स्वाद ना आना भी कोरोना के प्रमुख लक्षण बताए गए हैं। लेकिन इस आर्टिकल में हम आपको कोरोना के लक्षणों के बारे में नहीं बताने जा रहे हैं। बल्कि कुछ ऐसी अन्य बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें स्वादिष्ट से स्वाजिष्ट खाने के स्वाद नहीं लगता है। खाने का स्वाद ना आने के कई कारण हो सकते हैं। इन कारणों में हाइपोगेसिया, डिस्गेशिया, एजुसिया और फैंटेगोएशिया है। आइए जानते हैं इन समस्याओं के बारे में विस्तार से

खाने में स्वाद आना क्यों है जरूरी?

आने में स्वाद आना बहुत ही जरूरी होता है, क्योंकि यह भावना विभिन्न कार्यों को पूरा करने में हमारी मदद रर सकती है। अलग-अलग जायके का अनुभव आनंद प्रदान करती है। इसके साथ-साथ इससे हमारे अंदर खाने की इच्छा जागृत होती है। इतना ही नहीं यह स्वाद यादों को स्थापित रखने में हमारी मदद करता है। 

विभिन्न तरह के स्वाद को महसूस करने से खाने के प्रति प्रोत्साहन पैदा होता है, जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत ही जरूरी है। इसके अलावा स्वाद की पहचान करना स्वस्थ शरीर की निशानी होती है। इसके अलावा स्वाद का अनुभव हानिकारक प्रभावों को रोक सकता है।

हाइपोगेसिया

हाइपोगेसिया से ग्रसित लोगों में स्वाद की भावना की कमी आती है। यह एक निश्चित समय के दौरान हो सकती है। इस बीमारी में यह जानना जरूरी है कि यह खाने के सभी चीजों का स्वाद खत्म नहीं करती है, बल्कि कुछ-कुछ खाने के स्वाद को खत्म कर देती है। इसमें कुछ विभिन्न चीजों के स्वाद करने की क्षमता में कमी आती है। इस समस्या को दवाईयों के जरिए ठीक किया जा सकता है। यह अनुवांशिक रूप से पैदा होने वाली बीमारी है। 

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एजुसिया

एजुसिया की समस्या में स्वाद का अनुभव आंशिक से खत्म होता है। स्वाद के इस विकार का निदान करना मुश्किल होता है, क्योंकि इसके प्रमुख लक्षण सामने नहीं आते रहते हैं। कुछ मामलों में उम्र के साथ इसका पता चलता है। ऐसे मामलों में लोगों को स्वाद महसूस करने में परेशानी नहीं होती है। अगर वे कम तीव्रता महसूस करते हैं, तो वे अपनी इस भावना को अनदेखा कर देते हैं, लेकिन इसे एक विकार नहीं मानते।

उम्र के साथ-साथ ये समस्या बढती जाती है। इस समस्या से ग्रसित लोगों को भूख कम लगती है। हालांकि, यह बीमारी लोगों को हानि नहीं पहुंचाती, लेकिन भूख कम लगने से लोग शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। साथ ही उनका वजन काफी तेजी से घटता है।

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डिस्गेशिया 

डिस्गेशिया भी एक स्वाद से संबंधित बीमारी है, इसमें मरीज को मुंह से धातु और बासीपन जैसा अनुभव होता है। डिस्गेशिया के मरीजों को मीठे का स्वाद चखने पर कड़वा अनुभव होता है। अपनी इस समस्या के कारण डिस्गेशिया के मरीज खाना नहीं खा पाते हैं। इस वजह से उनका वजन कम होता है। हमेशा मुंह में कड़वा स्वाद महसूस होने के कारण खाने में असमर्थ रहते हैं। इससे उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। 

फंटोगेशिया

फैन्टोगेउसिया से ग्रसित मरीजों के मुंह में कड़वापन स्वाद रहता है। इसके साथ-साथ बाहरी उत्तेजनाओं के बिना ही उनके मुंह में सनसनी पैदा होने लगती है। 

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