
आहार विशेषज्ञों के अनुसार खाना पकाते वक्त हम लोग जितना ध्यान स्वाद के लिए देते हैं उतना उसकी पौष्टिकता पर नहीं। इन कारणों से ही हम उपयोगी नियमों का पालन न करके खाद्य पदार्थों के 40 प्रतिशत पौष्टिक तत्वों को नष्ट कर देते हैं।
आहार विशेषज्ञों के अनुसार खाना पकाते वक्त हम लोग जितना ध्यान स्वाद के लिए देते हैं उतना उसकी पौष्टिकता पर नहीं। इन कारणों से ही हम उपयोगी नियमों का पालन न करके खाद्य पदार्थों के 40 प्रतिशत पौष्टिक तत्वों को नष्ट कर देते हैं। खाद्य पदार्थ सिफ कैलोरी नहीं देते बल्कि शरीर के विकास के लिए बहुत जरूरी होते हैं। एक संतुलित आहार में 70 प्रतिशत कार्बोहाइडेट, 15 प्रतिशत प्रोटीन और 15 प्रतिशत के करीब वसा होना चाहिए। कोशिकाओं की मरम्मत करके शरीर की गतिविधियों को सही तरीके से चलाने का काम भी खाद्य पदार्थों का होता है। यह सच है कि घर में पके खाने में रेस्टोरेंट या होटल की तुलना में सैचुरेटेड फैट, सोडियम और शुगर की मात्रा कम होती है। घर पर खाना पकाते वक्त आप जरूरत के हिसाब से कैलोरी पर नियंत्रण कर सकते हैं।
खाना पकाते वक्त ध्यान रखने वाली प्रमुख बातें
- किचन को पहले अच्छी तरह साफ कर भोजन पकाने की शुरूआत करें क्योंकि किचन में कई प्रकार के कीटाणु होते हैं जो कि खाने में घुसकर आपको बीमार कर सकते हैं।
- हरी और पत्तेजदार सब्जियों को काटने से पहले अच्छी तरह धुल लें। क्योंकि हरी और पत्तेदार सब्जियों में मौजूद विटामिन और मिनरल पानी में घुलनशील होते हैं।
- खाने में यदि आप नियमित रूप से 3-4 चम्मच कुकिंग आयल का इस्तेमाल करते हैं तो 30 की उम्र के बाद 3 चम्मच और 45 की उम्र के बाद 2 चम्मच इस्तेलमाल करना चाहिए। जैतून और सरसों के तेल का ही प्रयोग करें।
- वजन नियंत्रण के लिए खाना पकाते वक्त कम घी या तेल का प्रयोग करना चाहिए, ज्यादातर भाप में पकाना चाहिए।
- आपको कम कैलोरी और अधिक कैल्शियम की जरूरत है तो वसा रहित टोंड दूध का इस्तेमाल कीजिए। सामान्य दूध में 3.5 प्रतिशत वसा, 150 प्रतिशत कैलोरी और 290 मिग्रा कैल्शियम होता है। जबकि टोंड दूध के एक कप में 0.5 प्रतिशत वसा, 90 कैलोरी और 316 मिग्रा कैल्शियम होता है।
- उचित तापमान का ध्यान रखें, ज्यादा देर तक खाना पकाने से उनके पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं। सब्जियों को बार-बार गर्म नहीं करना चाहिए।
- तडका तैयार करते समय प्याज, अदरक और मसालों को बहुत अधिक घी या तेल में देर तक ना भूनें।
- मसालों का पूरा स्वाद लेने के लिए खाना पकाते वक्त नमक कम डालें।
भोजन पकाने की विधियां
माइक्रोवेव : इससे बहुत सुरक्षित तरीके से खाना पकाया जा सकता है। इसमें भोजन अपनी नमी के द्वारा पकता है इसलिए खाने की महक ओर रंग बरकरार रहता है। माइक्रोवेव से खाना पकाते वक्त आप चयन कर सकते हैं कि आपकी पसंद का खाना कितने समय में तैयार हो जाएगा।
स्टीमिंग या भाप : खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों को सुरक्षित रखने का यह सबसे आसान तरीका है। ताजी सब्जियां जैसे कि गाजर, फूल गोभी, पालक, बींस आदि को जहां तक संभव हो भाप में पकाएं।
स्टीर फ्राइंग : इसमें कम मात्रा में घी या तेल की जरूरत होती है और कम समय तक सब्जियों को पकाया जाता है। खाद्य पदार्थ कम तेल होने पर पैन से न चिपकें इसलिए धीरे-धीरे हिलातें रहें या बीच-बीच में थोडा पानी छिडक दें।
ग्रिलिंग : इस प्रक्रिया द्वारा भोजन पकाने से खाद्य पदार्थों के फ्लेवर और टेक्सचर बढते हैं। इसमें घी या तेल का बहुत कम इस्तेमाल होता है। इसमें पकाए जाने वाले वस्तु को ग्रिल के उपर रखते हैं जिसमें आंच नीचे से आती है।
रोस्टिंग : सब्जियां पकाने के लिए रोस्टिंग को तेज और आसान तरीके के रूप में जाना जाता है। इस विधि में पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं। जैतून के तेल का इस्तेमाल करें।
सोलर कुकर : इसमें खाना पकाने के लिए सूर्य के उर्जा की आवश्यकता होती है। इसमें भोजन पकाने से खाद्य पदार्थों में पारंपरिक खाना पकाने की तुलना में प्रोटीन और विटामिन की मात्रा 20-30 प्रतिशत अधिक होती है। इससे ईंधन पर होने वाले खर्चे को बचाया जा सकता है और यह प्रदूषण मुक्त है।
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