
बच्चे अक्सर सब्जियों को देखकर भूख न होने का बहाना बनाने लगते हैं। फल और सब्जी के प्रति बच्चों के मन में प्यार जगाने के लिए क्या करें।
आमतौर पर बच्चे फल-सब्जी के नाम पर नाक-भौं सिकोड़ने लगते हैं। माता-पिता को इन बच्चों को पौष्टिक पदार्थ खिलाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। तो, क्या आप जानना चाहेंगे कि कैसे आप अपने बच्चों को फल-सब्जी खिलाना चाहते हैं, लीड्स यूनिवर्सिटी का हालिय अध्ययन इस समस्या का संभावित हल लेकर आया है।
अपने बच्चे को पौष्टिक चीजों का सेवन की चाह हर माता-पिता को होती है। लेकिन, बच्चों को पसंद आता है फास्ट फूड, जिसमें पौष्टिकता के नाम पर तो कुछ होता नहीं, उल्टे इन्हें खाने से मोटापा व अन्य बीमारियां होने का खतरा रहता है। लेकिन, इतना सब जानते हुए भी आप अक्सर खुद को असहाय महसूस करते हैं।
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लेकिन लीड्स यूनिवर्सिटी का हालिया अध्ययन इसमें आपकी मदद कर सकता है। इस अध्ययन में कहा गया है कि जो माता-पिता हफ्ते में दो से तीन बार अपने परिवार के साथ भोजन करते हैं, अमूमन उनके बच्चे फल-सब्जियां खाने के नाम पर नाक-भौं नहीं सिकोड़ते। अध्ययन में अभिभावकों को सुझाव दिया गया है कि अगर वे अपने बच्चे को अधिक मात्रा में फल-सब्जियां खिलाना चाहते हैं तो खुद भी इन आदतों का पालन करें।
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तो अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे पौष्टिक भोजन को अपने पसंदीदा फास्ट फूड पर तरजीह दें, तो इसकी जिम्मेदारी आप ही की है। आपको न सिर्फ उनके साथ खाना खाने के लिए वक्त निकालना पड़ेगा, बल्कि खुद भी उसी तरह का भोजन खाना होगा।
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