
एक छोटा सा करोंदा किस तरह आपको बीमारियों और संक्रमण से दूर रखता है।
यूटीआई (यूनीरली टेक्ट इंफेक्शन) की समस्या से निपटने के लिए नियमित करोंदे का सेवन फायदेमंद है। हाल ही में हुए शोध में सामने आया है कि करोंदे के सेवन करने वाले लोगों में यह बीमारी कम पाई जाती है।
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पाया कि करोंदे या उसके जूस का नियमित सेवन करने से यूटीआई की समस्या नहीं होती। खासकर महिलाओं के लिए यह बहुत ही उपयोगी और गुणकारी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि करोंदा मूत्र नलिका के ऊतकों (टिश्यू) को जीवाणुओं (बैक्टिरिया) से बचाता है।
विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक डॉ डिबोरा विंग ने कहा, हमारी दादी-मां के घरेलू नुस्खे को अब विज्ञान ने प्रमाणित कर दिया है। डॉ विंग ने कहा कि कुछ महिलाओं को करोंदे का जूस पीने में तथा कुछ अन्य को इसका कैप्सूल खाने में परेशानी होती है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इन दोनों में से ज्यादा फायदेमंद क्या होता है।
नेशनल ताईवान विश्वविद्यालय के डॉ. चिह हुंग वांग ने करीब डेढ़ हजार लोगों पर पहले किये गये 10 अध्ययन की नये सिरे से समीक्षा की। इनमें से कुछ लोगों को रोजाना एक ग्राम से लेकर 200 ग्राम के करोंदे का जूस दिये गये जबकि अन्य को खाने में करोंदा नहीं दिया गया। जिन्हें करोंदे का जूस दिया गया था उनमें यूटीआई संक्रमण की दर 38 प्रतिशत कम पायी गयी।
वैज्ञानिकों का मानना है कि जिन लोगों को यूटीआई में संक्रमण नहीं होता उनके लिए भी करोंदे का सेवन फायदेमंद होगा क्योंकि यह अन्य संक्रमणों से भी बचाता है।
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