
यदि आपको कम उम्र में ही अनचाहा गर्भधारण हो जाता है तो घबराएं नहीं। इस स्थिति का साहसपूर्वक सामना करें। इस दौरान आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जानिए इस लेख के जरिए।
गर्भधारण के लिए प्लानिंग जरूरी है। कई बार बिना किसी प्लानिंग के कुछ महिलाओं का कम उम्र में ही गर्भ ठहर जाता है। ऐसा खासकर किशोर उम्र में ज्यादा होता है।
किशोरी का शरीर कुछ इस तरह होता है कि वह गर्भधारण बहुत जल्द कर लेता है, चाहे वह नहीं भी चाहे तो भी। ऐसे समय में किशोरी भावनात्मक और आर्थिक रूप से बच्चा पैदा करने की स्थिति में नहीं होती। ऐसी स्थिति आने पर आपको हिम्मत से काम लेना चाहिए, यह चुनौती है जिसका आपको सामना करना है। कम उम्र में बच्चे की परवरिश करना थोड़ा मुश्किल भरा होता है। आइए जाने ऐसी स्थिति का आपको किस तरह सामना करना चाहिए।
गर्भावस्था परीक्षण
यदि आपको गर्भवती होने का संदेह है तो सबसे पहले आपको अपना परीक्षण करना चाहिए। आजकल बाजार में होम प्रेग्नेंसी किट भी उपलब्ध है, जिससे घर पर ही पता लगाया जा सकता है कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं। यदि प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आता है तो आपको तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
अन्य विकल्प
यह पता लगने के बाद कि आप गर्भवती हैं, आपको यह निर्णय करना है कि आपको प्रेग्नेंसी को किस प्रकार हैंडल करना है। अपनी करीबी व जानकार व्यक्ति से इस बारे में चर्चा करें और इसके फायदे तथा नुकसान के बारे में जानने के बाद ही कोई निर्णय लें। आखिरी निर्णय आपका ही होगा, इसलिए किसी के दबाव में आए बिना स्वतंत्र रूप से निर्णय लें। बच्चे के जन्म से पहले और बाद में बाद आपके पास निम्नलिखित विकल्प होते हैं।
गर्भपात :यदि आप बच्चा नहीं चाहती तो आप गर्भपात करा सकती हैं। गर्भपात कराने से पहले चेकअप जरूरी है और इसके लिए कुशल चिकित्सक की ही मदद लें।
गोद देना :यदि आप बच्चे का पालन पोषण करने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं है और गर्भपात भी नहीं कराना चाहती तो एक विकल्प यह है कि आप अपने बच्चे को किसी सम्मानित एजेंसी या परिवार को गोद दे सकती हैं।
एकल पेरेटिंग :एकल पेरेटिंग का निर्णय लेना मुश्किल भरा होता है। इसका अर्थ यह होता है कि आप अपने बच्चे का लालन-पालन अकेले करेंगी।
स्वस्थ गर्भावस्था टिप्स
हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए आपको खानपान का ध्यान रखना चाहिए। आहार में आपको ताजे फल, सब्जियां, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद और जरूरी विटामिन लेने चाहिए। गर्भावस्था में आपका आहार कैसा हो इसके लिए आप चिकित्सक से भी परामर्श कर सकती हैं। एल्कोहल के सेवन और धूम्रपान से बचें। इस दौरान जंक फूड और कैफीन से भी परहेज करना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान खयाल
किशोर गर्भावस्था के समय आपका मन अशांत रहता है। ऐसे में कई बार आप अपने स्वास्थ्य के प्रति भी लापरवाही बरतना शुरू कर देती हैं। स्वस्थ गर्भावस्था के लिए जरूरी है कि आप अपनी सही तरीके से देखभाल करें। गर्भावस्था के दौरान भरपूर नींद लें और हल्के व्यायाम करें। किशोर गर्भावस्था से गुजरना काफी मुश्किल है, लेकिन अपने जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण बनाएं रखें, इससे आपको मदद मिलेगी।
सहायता समूहों से संपर्क
आदर्श गर्भावस्था के लिए आप किसी सहायता समूह से संपर्क कर सकती हैं, ऐसे समूह आपको गर्भावस्था के बारे में पूरी जानकारी देते हैं। साथ ही आप अपने रहने और चिकित्सा के खर्च के लिए 'आशा दीदी' से संपर्क कर सकती हैं।
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