टीबी कब बन जाता है जानलेवा और कैसे संभव है इससे बचाव? वीडियो में जानें सभी जरूरी बातें

अन्य़ बीमारियांBy Onlymyhealth editorial teamMar 29, 2022

टीबी या ट्यूबरक्युलोसिस फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। टीबी संक्रामक रोग है, यानी ये छींकने और खांसने के दौरान मुंह और नाक से निकली बूंदों के जरिए फैल सकती है। टीबी का इलाज संभव है और इस बीमारी को पूरी तरह ठीक करके स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है, लेकिन इसके बावजदू भी भारत में हर साल 480,000 से ज्यादा मौतें टीबी के कारण होती हैं। भारत को साल 2025 तक टीबीमुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया था, जो कि कोरोना की लहरों के चलते पूरा होता नहीं दिखाई दे रहा है। इसमें सबसे बड़ी चुनौती बन रहा है मल्टीड्रग रेजिस्टेंट टीबी (Multi-drug Resistant TB)।

MDR-TB उस स्थिति को कहते हैं, जब टीबी के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली 2 प्रमुख दवाएं Isonaizid और Rifampicin का इस्तेमाल करने के बाद भी मरीज को ठीक न किया जा सके। हालांकि ऐसा नहीं है कि MDR-TB लाइलाज है। उसका भी इलाज है लेकिन सामान्यतः ऊपर बताई गई दो दवाओं के इस्तेमाल से जहां सामान्य टीबी को लगभग 6 महीने में ठीक किया जा सकता है, वहीं MDR-TB को ठीक करने के लिए कई अन्य दवाओं के साथ 2 साल से ज्यादा समय तक इलाज करना पड़ता है। इन दवाओं को सेकेंड लाइन ड्रग कहा जाता है। चूंकि ये दवाएं मंहगी होती हैं और इनके कई दुष्प्रभाव होते हैं, इसलिए MDR-TB की स्थिति में ज्यादातर मरीज इलाज छोड़ देते हैं, जिसके कारण उन्हें जान गंवानी पड़ती है। इस टीबी के बारे में और अधिक जानकारी के लिए देखें ये वीडियो।

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