सहवाग के कोच ए एन शर्मा के अनुसार जब भी कोई खिलाड़ी उनके यहाँ कोचिंग के लिए आता है, तो सबसे पहले वो उन्हें दौड़ लगाने के लिए बोलते है क्योंकि उस समय जिम नहीं हुआ करते थे हम खिलाडिओं को एक-दूसरे के साथ वार्मअप करें, एक-दूसरे की मदद करें। पर इतना भी नहीं कि बॉडीबिल्डिंग करने लगो आप। सहवाग इन मामलों में सही था फिटनेस को लेकर उन्होंने कभी कोम्प्रोमाईज़ नहीं किया। फिटनेस की वजह से ही वो आज इतनी बड़ी क्रिकेट खेल रहा है। पर आज के समय में क्रिकेट इतना खेले जाना लगा है तो ऐसे में इंजरी होना आम हो गया है|
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