अस्थमा या दमा, यह सांस संबंधी बीमारी होती है। यह एक ऐसी बीमारी है जो आज के समय में कम उम्र के लोगों को भी हो रही है। इसका सबसे बड़ा कारण आजकल के बदलते वातावरणीय प्रदूषण, खानपान से लोग बीमार हो रहे हैं। जब किसी व्यक्ति की सूक्ष्म श्वास नलियों में कोई रोग उत्पन्न हो जाता है तो उस व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होने लगती है, जिससे पहले खांसी की समस्या और फिर फेफड़े में इंफेक्शन होने लगता है। अस्थमा होने वर स्वसन नलिका में सूजन होने लगता है। यह स्थिति बहुत ही संवेदनशील हो जाती है। जब नलिकाएं प्रतिक्रिया करती हैं तो उनमें संकुचन होता है इससे फेफड़े में हवा की मात्रा कम जाती है। इसे तमाम तरह की समस्या जैसे, खांसी, छींक आना, सीने में भारीपन, कफ आदि। अगर किसी को अस्थमा की समस्या है तो उसका इलाज और देखभाल कैसे हो यह बहुत मायने रखता है। इसका अलग-अलग तरह से इलाज करते हैं ऐसी स्थिति में ओरल मेडिसिन, इन्हेलर्स और नेब्यूलाइजर का प्रयोग कर इसे कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। अस्थमा के बारे में इस विडियो में पार्क ग्रुप अस्पताल के डॉक्टर सालिक रजा विस्तार से बता रहें है।
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