बालों के लिए योग

बालों का झड़ना आजकल काफी सामान्‍य बात है। तनाव, धूम्रपान, खाने की गलत आदतें, केमिकल्‍स युक्‍त उत्‍पादों का प्रयोग प्रदूषण और अनियमित दिनचर्या ने इस समस्या को बढ़ा दिया है। तमाम उपायों के बावजूद इस समस्‍या का हल नहीं मिलता। लेकिन, योग के जरिये बालों का झड़ना कम किया जा सकता है। साथ ही ये आसन पूरे शरीर को स्‍वस्‍थ बनाते हैं। योगासन और प्राणायाम का नियमित अभ्यास शरीर में खून का संचार सही तरीके से करने में मदद करती है।
अधोमुख शवासन

कुत्ते की तरह नीचे झुकने की पोजीशन में सिर में रक्‍त संचार बढ़ जाता है। यह साइनस और सर्दी के भी अच्‍छा इलाज है। दिमागी थकान, तनाव और नींद न आने जैसी समस्याओं को दूर करने में भी अधोमुख शवासन बहुत मदद करता है। इसे भी पढ़ें: तन और मन के बेहतर संतुलन के लिए करें ये 2 योगासन
उत्थानासन

उत्थान आसन बालों की त्वचा में रक्‍त संचार सुधारता है। इस आसन से थकान और चिंता दूर होती है। यह रजोनिवृत्ति के लक्षणों से आराम दिलाता है तथा पाचन में भी सुधार लाता है। इसके अलावा आप अपानासन भी कर सकते हैं, यह आसन शरीर के जहरीले पदार्थो को बाहर निकाल कर शरीर को शुद्ध करता है, दिमाग को शांत रखता है और कब्ज से राहत देता है। इसे भी पढ़ें: दौड़ने की रफ्तार तेज करने के लिए करें ये योगासन
वज्रासन

वज्रासन को डाइमंड पोज भी कहते हैं। इसकी खासियत यह है कि इसे भोजन के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। इसमें आगे की ओर झुकना होता है। जिससे सिर की त्वचा में रक्त परिसंचरण बढ़ता है। यह मूत्र विकार के उपचार में सहायक होता है, वजन कम करने में भी मदद करता है। व्रजासन पाचन शक्ति को दुरुस्‍त करता है। यह पेट से गैस कम करने में भी मदद करता है। पाचन सुधरने से शरीर में संतुलन बढ़ता है। इससे बालों का गिरना भी कम हो जाता है।
सर्वांगासन

सर्वांग आसन यह थायराइड ग्रंथि के पोषण में सहायक है जिसके कारण आपका श्वसन, पाचन, जननांग और तंत्रिका तंत्र स्वस्थ तरीके से कार्य करते हैं। इस आसन में सिर नीचे की ओर झुका हुआ होता है जिसके कारण सिर की त्वचा में रक्त का परिसंचरण अच्छे से होता है जिससे बालों का गिरना कम हो जाता है। इसके अलावा आप पवनमुक्तासन कर सकते हैं। इससे गैस कम होती है तथा पाचन अच्छे से होता है। पीठ के निचले हिस्से की मांस पेशियाँ मज़बूत होती हैं। इससे पेट और नितम्बों पर जमा हुआ वसा भी कम होता है। अच्छे पाचन के कारण संतुलन बढ़ता है और बाल भी बढ़ते हैं।
कपालभाति प्राणायाम

कपालभारती प्राणायाम इस प्राणायाम के कारण आपके मस्तिषक की कोशिकाओं को अधिक मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है जो आपके तंत्रिका तंत्र के लिए बहुत अच्छा है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलता है तथा मोटापे और मधुमेह को दूर करने में भी सहायक है। यह शरीर में संतुलन बनाए रखता है जिसके कारण बालों का झड़ना कम हो जाता है। जिन लोगों को हृदय से जुड़ी परेशानियां हैं, अस्थमा है, आर्थराइटिस, अवसाद, तनाव, या फिर माइग्रेन है, उनके लिए यह प्राणायाम काफी फायदेमंद है।
पवनमुक्तासन

पवनमुक्तासन इससे गैस कम होती है तथा पाचन अच्छे से होता है। पीठ के निचले हिस्से की मांस पेशियाँ मज़बूत होती हैं। इससे पेट और नितम्बों पर जमा हुआ वसा भी कम होता है। अच्छे पाचन के कारण संतुलन बढ़ता है और बाल भी बढ़ते हैं। image courtesy : getty images
कपालभाति प्राणायाम

कपालभारती प्राणायाम इस प्राणायाम के कारण आपके मस्तिषक की कोशिकाओं को अधिक मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है जो आपके तंत्रिका तंत्र के लिए बहुत अच्छा है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलता है तथा मोटापे और मधुमेह को दूर करने में भी सहायक है। यह शरीर में संतुलन बनाए रखता है जिसके कारण बालों का झड़ना कम हो जाता है। image courtesy : getty images
नाड़ी शोधन प्राणायाम

जिन लोगों को हृदय से जुड़ी परेशानियां हैं, अस्थमा है, आर्थराइटिस, अवसाद, तनाव, या फिर माइग्रेन है, उनके लिए यह प्राणायाम काफी फायदेमंद है। image courtesy : getty images
भस्त्रिका प्राणायाम

यह हमारे शरीर से कफ और पित्त को बाहर निकाल देता है और पूरे नर्वस सिस्टम को शुद्ध करके सभी तरह की बीमारियों से निजात दिलाता है। image courtesy : getty images