कहीं आप गलत विटामिन तो नहीं ले रहे हैं?
कई बार लोग सदा स्वस्थ व जवान बने रहने के लिए व अज्ञानता के चलते मल्टीविटामिन लेने लगते हैं, लेकिन बिना सही जानकारी और डॉक्टर की सलाह के विटामिन लेना हानिकार साबित होता है।

जवान और सदा स्वस्थ बने रहने के लिए विटामिन लेकर कहीं आप खुद को नुकसान तो नहीं पहुंचा रहे हैं! जी हां अति हर चीज की बुरी होती है फिर चाहे व अच्छी हो या फिर बुरी। यह बात उन विटामिनों पर भी लागू होती है जिन के बारे में कहा जाता है कि वे स्वास्थ के लिए लाभदायक हैं। तो चलिये जानें कि क्या कहीं हम भी तो गलत विटामिन तो नहीं ले रहे हैं?
Image courtesy: © Getty Images

अक्सर कहा जाता है कि यह खाओ नहीं तो शरीर में विटामिन की कमी हो जाएगी। लेकिन हम यह नहीं जानते कि कौन से विटामिन की कमी की के कारण शरीर में कौंन – कौंन से रोग हो सकते हैं। हमें केवल कुछ सामान्य सी चीजें ही मालूम होती हैं, जो काफी नहीं हैं।
Image courtesy: © Getty Images

जब एक 40 वर्षीय व्यवसायी को किसी ने बताया कि यदि वह विटामिंस और अन्य सप्लीमैंट रोजाना लेता रहेगा तो हमेशा स्वस्थ और जवान बना रहेगा। अतः वह रोज सुबह और शाम विटामिंस व सप्लीमैंट्स की 8 गोलियां लेने लगा। कुछ ही दिनों बाद उसे हृदय रोगों और मधुमेह की शिकायत होने लगी।
Image courtesy: © Getty Images

यदि विटामिंस भी अधिक मात्रा में और लंबे समय तक लिये जाएं तो आपके शरीर को नुकसान होगा। विटामिन ए, डी, ई और की शरीर में अधिक मात्रा टॉक्सिक या जहरीले स्तर तक पहुंच सकती है। यदि आप सही से भोजन कर रहे हैं और आप को किसी बीमारी की शिकायत नहीं है तो आप को मल्टीविटामिंस लेने की कोई जरूरत नहीं होती है। इन्हें डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए।
Image courtesy: © Getty Images

विटामिन एक प्रकार के आर्गेनिक कम्पाउंड हैं जो शरीर को चलाने में सहायता करते हैं। शरीर के प्रत्येक भाग को उसके काम के हिसाब से अलग – अलग विटामिन की जरूरत होती है। मनुष्य और जानवरों के शरीर की विटामिन की जरूरतें अलग – अलग होती हैं। उदाहरण के तौर पर इंसान के शरीर को जिस चीज के लिए विटामिन C की जरूरत पड़ती है, जानवरों को उसी काम के लिए विटामिन D की जरूरत होती है।
Image courtesy: © Getty Images

विटामिन, सभी सब्जियों और फलों में होता है। दूध, मछली, मीट, हरी पत्तेदार सब्जी और अनाज व फलों में अलग – अलग प्रकार के विटामिन मिलते हैं। आजकल बाजार में विटामिन के कैप्सूल और टेबलेट भी उपलब्ध हैं जो किसी विशेष विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर्स द्वारा रिकमेंड किये जाते हैं।
Image courtesy: © Getty Images

बिना डॉक्टरी सलाह के विटामिन लेने से हाइपरविटामिनोसिस (शरीर में विटामिन की अधिकता से होने वाला रोग), पेट से संबंधित समस्याएं, डायरिया जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। वहीं विटामिन सी या जिंक की अधिकता से डायरिया, क्रैंप, गैस्ट्रिक, थकान और घबराहट जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
Image courtesy: © Getty Images

vitamin A - रतौंधी, हाइपरकेराटोसिस
vitamin B1 – बेरीबेरी
vitamin B2 - ऐरीवसेफ्लेवनोसिस
vitamin B3 – पेलिग्रा
vitamin B5 – पेस्थेसिया
vitamin B6 – एनीमिया
vitamin B7 – डर्मीटेटिस
vitamin B9 – बर्थ डिफेक्टस
vitamin B12 – मेगालोब्लास्टिक एनीमिया
vitamin C – स्कर्वी
vitamin D – रिकेट्स
vitamin E – हीमोलाइटिक एनीमिया
vitamin K – ब्लीडिंग डाइथेसिस
Image courtesy: © Getty Images

एक सीमित मात्रा में मल्टीविटामिन गोलियों से कोई नुकसान नहीं होता लेकिन इन पर निर्भरता बिल्कुल भी ठीक नहीं है। लेकिन आमतौर पर डॉक्टर विशेष परिस्थितियों में मल्टीविटामिन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। जैसे, किसी लंबी बीमारी या सर्जरी से उबरने, हेवी दवाओं के साथ, बढ़ती उम्र में महिलाओं में विटामिन और अन्य पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए या फिर शरीर में विटामिन बी12, फोलिक एसिड व आयरन की कमी होने पर।
Image courtesy: © Getty Images

अच्छी हेल्दी डाइट और घर के बने खाने से बेहतर विटामिन कोई विकल्प कोई नहीं है। सप्लीमेंट्स के रूप में कॉर्नफ्लेक्स, दाल, दलिया आदि लें। एक दिन में चार अलग-अलग रंग के फल खाएं, दूध व डेयरी उत्पाद खूब लें, तथा नट्स खासतौर पर बादाम का सेवन रोज करें।
image courtesy : getty images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।