धूम्रपान

धूम्रपान की आदत कई स्वास्थ्य संबंधी रोगों के साथ ही हृदय रोग का कारण भी बन सकती है। धूम्रपान से दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। यह आपके हृदय को नुकसान पहुंचाने वाली सबसे बुरी आदत है।
शारीरिक गतिविधियों में कमी

स्वस्थ दिल के लिए दिनभर में 500 से 950 कैलोरी जलाने के लिए पर्याप्‍त शारीरिक गतिविधि की जरूरत होती है। यदि आप शारीरिक रूप से कम सक्रिय हैं तो ऐसे में दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
नींद

एक रिपोर्ट के मुताबिक रात में भरपूर नींद लेने वाले लोगों की आर्टरी ब्‍लॉक होने की आशंका कम होती है। आर्टरी ब्‍लॉक होने से हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। जो लोग पर्याप्‍त नींद नहीं लेते, उन्‍हें दिल संबंधी रोग होने का ज्‍यादा खतरा होता हैं।
तनाव

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार गुस्से, चिड़चिडेपन और दुश्मनी के रूप में नकारात्मक भावनाएं रक्‍तचाप को बढ़ाती हैं। डिप्रेशन से ग्रसित लोगों को दिल का दौरा पड़ने की आशंका चार गुना ज्‍यादा होती है।
फास्ट फूड

लो कोलेस्‍ट्रॉल आहार दिल का सबसे अच्‍छा दोस्‍त होता है। परिष्कृत शर्करा और ट्रांस फैट से भरपूर आहार हृदय रोग की समस्या बढ़ाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। फास्ट फूड के सेवन से भी हृदय रोग की आशंका बढ़ जाती हैं।
मोटापा

मोटापा आदत नहीं है, यह गलत खान-पान और अनियमित जीवन शैली का परिणाम है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार मोटापा उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्‍तचाप और इन्‍सुलिन रेजिस्टेंस का नेतृत्व करता है। इससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
शराब

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक शराब का अधिक सेवन उच्च रक्‍तचाप और दिल के फेल होने का कारण बन सकता है। शराब का सेवन दिल के लिए हानिकारक होता है।
खर्राटे

खर्राटे लेना स्‍लीप एपनिया का संकेत है, ये नींद के दौरान सांस को बाधित करते हैं। इसके साथ ही ये रक्‍तचाप भी बढ़ाते हैं। खर्राटों से हृदय संबंधी रोग होने की आशंका ज्‍यादा रहती है।
रेड मीट का प्रयोग

रेड मीट में सैचुरेटेड फैट बहुत अधिक मात्रा में होता है। इसके अधिक सेवन से हृदय रोग का खतरा बढ़ता है। कम मात्रा में रेड मीट युक्‍त स्वस्थ आहार हृदय रोग के खतरे को कम करने का अच्छा विकल्प है।
स्किपिंग मेडिसिन्स

स्किपिंग मेडिसिन्स बहुत ही आम आदत है। जब व्‍यक्ति के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार होने लगता है तो वह अक्‍सर दवाओं को समय पर लेना भूल जाता है। हाई बीपी नहीं होने पर भी यह आदत दिल को नुकसान पहुंचा सकती है।