सर्दियों में स्वस्थ रहने के लिए अपनाएं ये तरीके
कुछ आसान से उपाय अपनाकर हम खुद को गर्म और स्वस्थ रख सकते हैं। आइए ऐसी ही कुछ बातों को ध्यान में रखें।

सर्दियों में सेहत का जरा ज्यादा ही खयाल रखना पड़ता है। तापमान कम होने के कारण शारीरिक क्रियाशीलता भी धीमी हो जाती है। लेकिन कुछ आसान से उपाय अपनाकर हम खुद को गर्म और स्वस्थ रख सकते हैं। आइए ऐसी ही कुछ बातों को ध्यान में रखें।

सर्दियों में गर्म चाय या कॉफी पीने से हमें कुछ देर के लिए गर्मी महसूस होती है। लेकिन इसमें मौजूद कैफीन शरीर की उष्मा को कम कर देता है। इसलिए बेहतर होगा कि इसके स्थान पर कैफीनरहित या हर्बल पेय का सेवन करें। इनमें गर्म रखने के प्राकृतिक गुण होते हैं।

बिस्तर से निकलने से पहले कुछ मामूली व्यायाम कर आप स्वयं को बाहर आने पर भी गर्म रख सकते हैं। इसके लिए अपने पैरों की अंगुलियों को 20 बार ऊपर नीचें करें। फिर दोनों दिशाओं में पैरों के टखनों को गोलाकार घुमाएं। इससे खून का प्रवाह बढ़ेगा व आप गर्म महसूस करेंगे।

प्रोटीन के हजम होने पर शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इसे पचाने के लिए शरीर को बहुत मेहनत करनी पड़ती है, जिस कारण आपको ज्यादा ऊर्जा की जरूरत पड़ती है। इससे ऊष्मा पैदा होती है और जो हमें गर्म रखती है। इसके लिए आप दूध और इससे बनी चीजों का नियमित रूप से सेवन करें।

विभिन्न शोधों से यह बात स्पष्ट होती है कि पुराने लम्हों को याद करके भी आप खुद को गर्म रख सकते हैं। ऐसा करने से शरीर का तापमान तो बढ़ता ही है साथ ही आपकी ठंड बर्दाश्त करने की क्षमता भी बढ़ जाती है।

ठंड लगने पर हम अक्सर अपनी जेब में हाथ डालकर चलने लगते हैं, जबकि हाथ को खुला छोड़कर चलने से मांसपेशियों की कसरत हो जाती है। इससे खून का प्रवाह तेज हो जाता है जो ऊष्मा पैदा करने में शरीर की मदद करता है।

घर के बाहर दोस्तों के साथ घूमने-फिरने या किसी समारोह में जाने से भी ठंड कम महसूस होती है। घर में रहने पर भी लोगों के बीच ही रहें। ऐसा करने से ध्यान ठंड की तरफ नहीं जाता और हम गर्मी महसूस करते हैं।

कुछ सावधानी बरत कर आप निश्चित रूप से सर्दियों के आरामदायक बना सकते हैं। इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए संतुलित आहार लें। हाथ की सफाई का विशेष ध्यान रखें, इससे जुकाम से बचाव होता है। दूध के साथ च्यवनप्राश आदि के सेवन से भी आप अपने को गर्म महसूस कर सकते हैं।

सर्दियों की शुरूआत में कभी सर्दी कम तो कभी ज्यादा लगती है। इसलिये कपड़े पहनने में लापरवाही न करें। सर्दी कम रहने पर भी गर्म कपड़ों से परहेज न करें। ठंड का प्रकोप सबसे पहले सिर, हाथों व पैरों पर होता है, इसलिए शरीर को ढंक कर रखें।

सर्दियों की धूप सुहावनी होती है और इससे हमें विटामिन डी भी भरपूर मात्रा में मिलता है। धूप से सुस्त पड़ी त्वचा को ऊर्जावान आहार मिलता है। सर्दियों में सुबह उगते हुए सूर्य की किरणों का भरपूर आनन्द लेना न भूलें। इससे जहां मन को सुकून मिलता है वहीं शरीर को प्राकृतिक ऊर्जा मिलती है।
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