दाढ़ी और बाल : रंग अलग, रूप अलग

शायद ही कभी किसी पुरुष ने यह सोचा हो कि उसके सिर के बाल और दाढ़ी के बाल अलग अलग क्यों होते हैं? अगर आप ऐसा सोचते हैं तो यह जानना दिलचस्प होगा कि ऐसा क्यों होता है?

Meera Roy
Written by:Meera RoyPublished at: Sep 05, 2016

आखिर क्‍यों होता है दाढ़ी और बालों का रंग अलग

आखिर क्‍यों होता है दाढ़ी और बालों का रंग अलग
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शायद ही कभी किसी पुरुष ने यह सोचा हो कि उसके सिर के बाल और दाढ़ी के बाल अलग अलग क्यों होते हैं? अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आपको बता दें कि आप अकेले ऐसे शख्स नहीं है जिसके दाढ़ी और सिर के बाल बाल अलग अलग हैं। सब लोगों के साथ ऐसा ही है। लेकिन यह जानना दिलचस्प होगा कि ऐसा क्यों होता है? इसके पीछे विज्ञान का जवाब छिपा हुआ है। जैस कि हम सब जानते हैं कि हम जैसे जैसे बड़े होते हैं हमारे शरीर के तमामा भागों में बाल निकल आते हैं। ताज्जुब की बात यह है कि हर जगह के बालों के रंग और रूप अगल होते हैं। बालों के अंदरूनी हिस्से में दो किस्म के रंगद्रव्य होते हैं जो बालों के रंगों के लिए जिम्मेदार होते हैं।

दो रंगद्रव्य हैं-यूमेलानिन और फियोमेलानिन

दो रंगद्रव्य हैं-यूमेलानिन और फियोमेलानिन
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यूमेलानिन बालों में काला ओर ब्राउन रंग देता है। जबकि फियोमेलानिन बालों को सुनहरा और लाल रंग देता है। आपने सुना ही होगा कि ज्यादातर लोगों में कम मात्रा में ही सही फियोमेलानिन पाया जाता है। यह सिर्फ ऐसा होता है कि जिन लोगों में फियोमेलानिन कम होता है, उनके बाल काले और भूरे रंग के होते हैं। ठीके इसके उलट अगर यूमेलानिन ज्यादा है तो वह असरकारक है जिससे आपके बाल काले हो जाते हैं।

क्यों है अलग

क्यों है अलग
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लेकिन जैसा कि ऊपर ही जिक्र किया गया है कि शरीर के अलग अलग भाग में अलग अलग रंग के बाल होते हैं। यही नहीं उनके रूप यानी आकार भी भिन्न होते हैं। इसके पीछे कोई विशेष विज्ञान नहीं छिपा हुआ है। इसके पीछे सिर्फ इतनी सी वजह है कि इनमें रंगद्रव्य ज्यादा पाया जाता है। मसलन आप भौहें की बात करें। यह शरीर के तमाम हिस्सों के बाल से ज्यादा काले होते हैं। मतलब यह कि इसमें ज्यादा रंगद्रव्य यानी पिगमेंट होतो है।

हार्मोन

हार्मोन
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सवाल उठता है कि बालों को आकार कहां से हासिल होता है। शरीर के गुप्तंगों में भी बाल होते हैं और बगल में भी। यूं तो शरीर के हर हिस्से में बाल होते हैं, जो बेहद छोटे होते हैं। लेकिन सिर, भौहें, मूछ, दाढ़ी आदि जगहों के बालों की अनदेखी नहीं की जा सकती। इसलिए यह जानना दिलचस्पी से भरा हो जाता है कि इन्हें आकार या रूप कहां से हासिल होता है? यही नहीं पुरुषों के पेट या सीन में उगे बाल घुंघराले या पेंचदार क्यों हो जाते हैं? इसके पीछे भी एक वजह छिपी है। यह वजह सिर के बालों से बिल्कल उलट है। सिर के बाल और दाढ़ी के बाल अलग अलग वजहों से जुड़ते है जिसे एंड्रोजेनिक हेयर कहा जाता है। असल में यह यौवन के समय खिलता है। कहा यह जाना चाहिए कि उम्र के साथ साथ हो रहे बदलावों के पीछे हारमाने में हो रहे बदलाव जिम्मेदार है जिससे शरीर के तमामा हिस्सों में बाल अलग अलग ढंग से उगते हैं।

भेद

 भेद
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एंड्रोजेनिक हेयर के कारण ही सिर और दाढ़ी के बाल अलग अलग होते हैं। इसके भी अलग अलग तीन स्तर होते हैं। जिस कारण सिर के बाल तेजी से बढ़ते हैं। जबकि शरीर के अन्य हिस्सों के बालों की ग्रोथ कम होती है। यह समय, उम्र से भी प्रभावित होता है। इसके अलावा हमारा खानपान भी इसके लिए जिम्मेदार है। अगल हम अच्छा खानपान करते हैं तो इसका सिर के बालों पर अच्छा असर पड़ता है। जबकि ऐसा शरीर के अन्य हिस्सों में उग रहे बालों के साथ नहीं है।

प्राकृतिक

प्राकृतिक
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अगर आप सोचते हैं कि आप अकेले ऐसे हैं जिसके शरीर के अन्य हिस्सों में घुंघराले बाल हैं और सिर में सीधे। आपको बता दें कि आप सरासर गलत सोच रहे हैं। समूचे विश्व में ऐसे ही लोग मौजूद हैं जिनके गुप्तांग सहित पेट, छाती में घुंघराले बाल होते हैं। दाढ़ी, मूछ अलग होती है। भौंहें में अलग किस्म का मुलामियत होती है। जबकि सिर के बाल इन सबसे भिन्न होते हैं। इसे आप अप्राकृतिक सोचकर तनाव न घिरे। ऐसा सबके साथ होता है। यह पूरी तरह प्राकृतिक बदलाव है।

स्थितियां भी जिम्मेदार

स्थितियां भी जिम्मेदार
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यह कहने की जरूरत नहीं है कि हमारे सिर के बाल धूप से भी प्रभावित होते हैं। जबकि सामान्यतः ऐसा दाढ़ी या भौहों के साथ नहीं होता। चूंकि सिर के बाल प्रभावित होते हैं तो उनके हल्के और सुनहरे रंग होने की संभावना बरकरार रहती है। जबकि ऐसा दाढ़ी के बालों के साथ नहीं होता। वे ज्यों के त्यों ही रहते हैं। इसलिए ऐसा भी कहा जा सकता है कि बालों के रंग, रूप के लिए स्थितियों को जिम्मेदार माना जा सकता है।Image Source : Getty

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