फेसबुक के अनफ्रेंड बटन का सही इस्तेमाल

फेसबुक इस आईटी युग का एक सबसे दमदार पटल है। फेसबुक की सीमाएं बेहद बड़ी जो हैं। लेकिन वास्तविक ज़िंदगी में जिस तरह आपको दोस्त बनाते समय काफी सजग रहना पड़ता है, फेसबुक पर भी दोस्त बनाते समय भी इस सजगता की ज़रुरत है। हमारे लिये फेसबुक शोशल होने से कहीं ज्यादा रिलैक्स होने के लिये होता है, और अपने प्रीय जनों से लगातार जुड़े रहने के होता है। एक शोध से भी पता चला है कि आपकी कीर्ति और सोशल नेटवर्किंग साइट पर आपकी खुशी आपकी सोच और बर्ताव को प्रभावित करती है। हालांकि, कई बार फेसबुक आपके तना का कारण बन जाता है, अगर आपकी फ्रेंड लिस्ट में वे लोग हैं जो आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिये ठीक नहीं हैं और तनाव की ओर ले जाता हैं। इसलिए आपको पता होना चाहिए कि फेसबुक पर मौजूद अनफ्रेंड बटन का सही इस्तेमाल कैसे किया जाता है। चलिये जानें कि किस तरह के दोस्तों को आपको फेसबुस से अनफ्रेंड करने में देरी नहीं करनी चाहिये।
बेवजह की बहस करने वाले

विचारों का आदान प्रदान करने और अपनी राय रखने में कोई समस्या नहीं, लेकिन फेसबुक पर आपके कुछ दोस्त ऐसे भी होंगे जो छोटी से छोटी बहस करना पसंद करते हैं। वे सोशल साइट पर राजनीति, धर्म और ऐसे कई संवेदनशील मुद्दों पर बहस करने के लिये हमेशा तैयार रहते हैं। इस दौरान वे कई बार आपा खोकर कुछ अपमानजनक और अप्रिय भाषा का इस्तमाल भी कर देते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप ऐसे लोगों को अपनी फ्रैंड लिस्ट से निकाल दें ताकि आपको बाद में इस विषय पर सोच कर तनाव से ना गुज़रना पड़े।
दिखावा करने वाले

फेसबुक पर आपको ऐसे लोग जरूर मिल जाएंगे जो अपनी छोटो-छोटी बातों का कुछ ज्यादा ही विस्तार से वर्णन करते हैं। वे अपने शानदार ड्रेस से लेकर आलीशान बाथरूम तक कुछ नहीं छोड़ते। उनका एक ही मकसद होता है, अपने दोस्तों के बीच खुद को उनसे बेहतर दिखाना। बेहतर होगा आप इन्हें अपनी फ्रैंड लिस्ट से हटा दें। विश्वास रखें उन्हें इससे ज़रा भी फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि वे आपके दोस्त कभी थए ही नहीं।
हमेशा धौंस दिखाने वाले और आलोचक

फेसबुक पर आपके बॉस का आपकी फ्रेंड लिस्ट में होना आपके लिये सही नहीं। वह आपका बॉस है और आप ये कतई नहीं चाहेंगे कि उसे यह पता चले कि आपने बीमार होने का जो बहाना बनाकर छुट्टी ली है, वो दरअसल आपके पिकनिक जाने का बहाना था। इसके अलावा हर बात पर ज्यादा ही आलोचना करने वाले लोगों को भी दूर करें। देखिये आलोचना अगर तर्कपूर्ण व अर्थपूर्ण हो तो मानवीय विकास में सहायक होती है, लेकिन अन्यथा अर्थहीन की आलोचना की आदत वाले लोगों को डिलीट करने में पल भर की भी देरी न करें।
पुराना प्यार अब दोस्त नहीं

अपने पुराने प्यार को अपनी लिस्ट में न रखें। क्योंकि एक लड़का और लड़की पक्के दोस्त हो सकते हैं ये विरोधाभास रखता है, लेकिन एक पुराना प्रेमी जोड़ा संबंध टूट जाने के बाद दोस्त रह सकता है ये उससे भी बड़ा विरोधाभास का विषय है। उसे डिलीट कर दें, इससे आप खुश रहेंगे। अपने पुराने प्यार को लिस्ट में रखकर आप अपने पास्ट को सोचकर दुखी होंगे और आप अपने वर्तमान में खुश नहीं रह पाएंगे।