काले धब्बे काले केले

केला पूरे साल मिलने वाला फल होता है। इसका सेवन सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है। केले का सेवन दो तरह से होता है, कच्चा और पका केला। कच्चा केला सामान्यत: सब्जी के रूप में प्रयोग होता बै। वहीं केले के छिलकों पर दिखने वाले काले धब्बे वाले केले पूरी तरह से पके होते हैं। जिन्हें आप फल के रूप में खाते हैं। ऐसे केलों के सेवन से मिलने वाले फायदों के बारे में पढ़ें।Image Source-Getty
पोषक तत्वों से भरपूर

केले के पकने के साथ साथ ही उसमें एंटीऑक्सीडेंट तत्वों का स्तर बढ़ जाता है। केले मे कैरोटिनॉएड एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाता है। जिससे इसमें मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा में आठ गुना तक बढ जाती है। जिसके कारण ऐसे केले का सेवन शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करता है। इसमें पोटेशियम, विटामिन ए, सी, बी1 और बी2 फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह कम पके केलों की अपेक्षा शरीर के लिए ज्यादा पौष्टिक है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।Image Source-Getty
पेट संबंधी रोग

केले में एफओऐस के तत्व पाए जाते हैं, जिससे पेट की बीमारियों में आराम मिलता है। पका केला पेट में जलन, गैस, एसिडिटी से राहत दिलाता है। इसके लिए केले को चीनी के साथ मिलाकर खाना बेहतर विकल्प है। मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा के कारण केला आसानी से पच जाता है जिससे शरीर का मेटाबॉलिज्म दुरुस्त रहता है। इसमें शर्करा की मात्रा प्राकृतिक रूप से ही ज्यादा होती है। ये हीमाग्लोबिन को बढ़ाने में भी मदद करता है। Image Source-Getty इसे भी पढ़ें:केले का तना भी फायदेमंद
ल्युकोरिया की समस्या

पेशाब में जलन हो, रुक-रुक कर पेशाब आ रहा हो तो केले के पेड़ का ताजा रस पिलाना चाहिए। धातु दुर्बलता और शारीरिक दुर्बलता में पका केला खाने से लाभ होगा। प्रदर रोग ल्युकोरिया में पका केला खाना उपयोगी है। पेचिश में कच्चे केले की सब्जी चावल के साथ खानी चाहिए। जी मिचलाए तो पका केला कटोरी में फेंट कर एक चम्मच मिश्री या चीनी और एक छोटी इलायची पीस कर मिला कर खाने से राहत मिलेगी।Image Source-Getty
ब्लड प्रेशर को रखता है नियंत्रित

केले में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है और सोडियम की मात्रा बहुत कम। यही कारण है जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। यह शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है और शरीर को दिल के दौरे और स्ट्रोक से बचाता है। यह शरीर की कई प्रकार की आंतरिक क्रियाओं को सुचारू रूप से संपन्न करने में अहम भूमिका निभाता है। Image Source-Getty
कैंसर से बचाव

केले के छिलके पर दिखने वाले काले धब्बों के कारण कई बार लगता है कि केला सड़ गया है। पर ऐसा होना जरूरी नहीं होता है। ऐसे केले ज्यादा पके हुए की श्रेणी में आते है। और इनके सेवन से कैंसर से बचाव होता है। जापान में हुए एक शोध के अनुसार जिनके छिलकों पर काले निशान बने होते हैं, वे टीएनएफ नामक तत्व से भरपूर होते है जिसे ट्यूमर नेक्रो‍सिस फैक्टर कहा जाता है। यह शरीर में कैंसर पैदा करने वाली कोशि‍श से लड़ने में बेहद सहायक होता है। Image Source-Getty