तैलीय त्वचा के लिए

तैलीय त्वचा वालों के लिए साबुन में सिट्रिक एसिड जैसे पदार्थ होने चाहिए क्योंकि ये एक प्राकृतिक टोनर और क्लीन्ज़र का काम करता है। साबुन में लैक्टिक एसिड होने से ये अतिरिक्त तेल को सोख लेते हैं। इन साबुनों से त्वचा को नमी भी मिलती है।अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड और सेलिसैलिक एसिड युक्त साबुन त्वचा में जान डालते हैं और रक्त संचार बढ़ाते हैं।Image Source-Getty
साधारण त्वचा

साधारण त्वचा को हमेशा कोमल साबुन से ही धोना चाहिये। इस तरह के साबुनों में तेल, शिया बटर, पैराफिन वैक्स, ग्लिसरीन आदि चीजों का प्रयोग किया जाता है, जो आपकी त्वचा को मुलायम बनाये रखने में मदद करते हैं। ये त्वचा को केमिकल के प्रभाव से बचाते हैं। इनका इस्तेमाल कोई भी कर सकता है क्योंकि इनके साइड इफेक्ट कम होते हैं। Image Source-Getty
मुहांसों वाली त्वचा के लिए

पिंपल हटाने के लिए pH मान को संतुलित रखना बहुत जरूरी होता है, इससे चेहरा साफ़ होता है।कुछ चिकित्सकीय साबुनों की सहायता से चेहरे पर से कील मुंहासे, धूल, तेल को बिना चेहरे को रूखा किये हुए हटाया जा सकता है| इनमें मौजूद , जिंक पीसीए, ट्रीक्लोसान, सैलिसिलिक एसिड, ईथाइल लेक्टेट और तेल जैसे टी ट्री तेल, जैतून का तेल आपके पिंपल्स की समस्या को कम करने में मदद करते है। Image Source-Getty
संवेदनशील त्वचा

अगर आपकी त्वचा काफी संवेदनशील है तो आपको खुशबू वाले साबुनों एवं डाई से दूर रहना चाहिए क्योंकि सुगंध और फैब्रिक डाई संवेदनशील त्वचा को नुक्सान पहुंचा सकते हैं। ऐसी त्वचा के लिए आपको हाइपोएलर्जेनिक साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसी त्वचा वाले लोग मलाई युक्त साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।Image Source-Getty
रूखी त्वचा

रूखी त्वचा टाइप वालों के लिए ग्लिसरीन युक्त साबुन फायदेमंद होता है। आपको इसकी आवश्यकता ठण्ड के मौसम में अधिक पड़ेगी क्योंकि इन महीनों में आपकी त्वचा सामान्य से अधिक सूखना शुरू हो जाती है। सूखी त्वचा का मतलब है काफी कम मात्रा में तेल का तेल उत्पादन होना जो आपकी त्वचा को कठोर मौसमों का सामना करने से रोकती है।Image Source-Getty