रेड मीट का सेवन

रेड मीट का सेवन करने से त्वचा के लिए कई तरह से नुकसानदायक हो सकता है। रेड मीट खाने से शरीर में कई तरह के विषैले पदार्थ जमा हो जाते है, जो त्वचा के कसाव को कम कर देते है साथ ही अंदर से उसकी कोशिकाओं को क्षति पहुंचाते है। मांसाहारी लोगों की तुलना में शाकाहारी लोगों में प्राकृतिक रूप से कुछ ऐसे बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो क्रेनिटाइन को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने में सक्षम होते हैं। अध्ययन बताता है कि कम रेड मीट खाना ही बेहतर है।Image Source-Getty
एक्जिमा

रेड मीट, खाने में बेहद लजीज लगता है लेकिन इसके सेवन से त्‍वचा पर दाने निकल सकते है और फिर ये लाल रंग में बदलने लगते हैं फिर इनमें खुजली होती रहती है। इसे एक्जिमा कहते है। इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है जिससे खूबसूरत त्‍वचा पर नकारात्‍मक असर पड़ सकता है। Image Source-Getty
सैचुरेटेड फैट की अधिक मात्रा

रेड मीट में भी जंक फूड्स की तरह सैचुरेटेड फैट मौजूद होता है जिसकी वजह से आपकी त्वचा से तेल निकलने लगता है और फिर पिंपल आदि होने लगते हैं। साथ ही इसके अधिक सेवन से कमर और पेट के इर्द-गिर्द चर्बी भी बढ़ती है। लेकिन आज के युवा ऐसा खाना खाना चाहते हैं, जो उनके शरीर और त्वचा को साफ रखे। जिसे खाकर सारे विषैले पदार्थ शरीर से बाहर चले जाएं। Image Source-Getty
एंटी ऑक्सीडेंट्स की कमी

शाकाहारी भोजन में फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट्स की पर्याप्त मात्रा के कारण शरीर को खुद की सफाई का अवसर मिलता है और त्वचा में निखार आता है। शाकाहारी भोजन से त्वचा संबंधी समस्याओं से निपटने में आसानी होती है। Image Source-Getty
झुर्रियां बढ़ायें

शरीर पर पड़ने वाली झुर्रियां यह राजफाश कर ही देती हैं कि उम्र बढ़ रही है। वैसे तो इन झुर्रियों की असल वजह धूप में छिपी होती है, लेकिन सच मानिए इनका संबंध भोजन से भी होता है। एक रिसर्च से पता चला है कि जो लोग संतुलित और वेज खाना लेते हैं, उनकी त्वचा नॉनवेज लोगों की अपेक्षा ज्यादा हेल्दी रहती है। Image Source-Getty