जानें क्यों पुरुषों को लगता है बीवी से बेहतर होती है गर्लफ्रेंड
जीवनभर साथ निभाने वाली बीवी के मुकाबले पुरुष गर्लफ्रेंड को बेहतर मानते हैं, ऐसा क्यों है, इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए इस स्लाइडशो को पढ़ें।

पुरुषों को अपनी आज़ादी और खुलेपन से बहुत प्यार होता है। यही कारण है कि आपको 25 से 30 के बीच के कई लड़के शादी के फैंसले से भागते या डरते नज़र आते हैं। वे दरअसल शादी के बाद एक साख आने वाली जिम्मेदारियों और पाबंदियों से दूर भागते हैं। ऐसे में उनको गर्लफ्रेंड ज्यादा बेहतर विकल्प नज़र आता है। वे पुरुष, जिनकी शादी हो चुकी है वे भी गलफेंड को ज्यादा बेहतर मानते हैं। इसके पीछे वे कई कारण भी बताते हैं, पुरुषों के अनुसार अपनी पत्नी के साथ होने पर कई चीज़ों की पाबंदी होती है, क्योंकि उन्हें पत्नी का ख्याल रखना पड़ता है, उसकी बात सुननी पड़ती है और घर की सारी जिम्मेदारियां निभानी पड़ती है। हालांकि इनकारणों के सही और गलत होने के संबंध में विचारों में मतभेद और विरोधाभास हो सकता है, लेकिन पुरुषों के पास की ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से उन्हें बीवी की तुलना में गर्लफ्रेंड ज्यादा बेहतर लगती है। तो चलिेये जानें कि पुरुषों को क्यों लगता है कि गर्लफ्रेंड, बीवी से बेहतर होती है।

पुरुषों का मानना हैं कि गर्लफ्रेंड के साथ होने पर अपने पास ज्यादा आजादी रहती है, क्योंकि गर्लफ्रेंड के साथ होने पर उन्हें कई तरह की चिंताएं नहीं होती हैं। अधिकांश मर्दों को गर्लफ्रेंड के साथ होने पर भी आज़ादी का भाव रहता है। दिन में गर्लफ्रेंड के साथ रहने के बाद वे शाम को मनमर्जी के काम कर पाते हैं। चौबीस घंटे उनके साथ रहने की मारा-मारी नहीं होती है। इसके अलावा गर्लफ्रेंड के साथ रहने पर वे ज्यादा इंज्वाय कर पाते हैं। लड़कों की मानें तो गर्लफ्रेंड उन्हें गले का हार लगती हैं, जबकि बीवियां उन्हें बंधंन का कारण लगती हैं।

ज्यादातर पत्नीयां अपने पति से हर पल का हिसाब लेती रहती हैं, और पतियों को मजबूरी में जवाब देने भी पड़ते हैं। जबकि गर्लफ्रेंड की ये आदत नहीं होती है, और अगर हो भी तो वे इसे टल भी सकते हैं। वहीं जहां एक और पुरुष बीवी से झगड़ा न होने के डर से कई सवालों के जवाब छुपते हैं, गर्लफ्रेंड को वे अपनी मर्जी से उसके करीब जाने के लिए हर बात बताते हैं। यही वजह हैं कि हर लड़का बीबी नहीं गर्लफ्रेंड को ज्यादा चाहता है।

पत्नी को सारे पति पर सारे अधिकार प्राप्त होते हैं। ऐसे में अधिकांश पत्नियां अपने पति को कंट्रोल करने के लिये उन पर नजर रखती हैं। पर गर्लफ्रैंड आपतोर पर ऐसा नहीं करती हैं, इसलिए मर्द भी बीवी की तुलना में गर्लफ्रेंड को ज्यादा पसंद करते हैं। वहीं कहीं आने-जाने के भी पति को पत्नी से इजाज़त मांगनी पड़ती है। पति को पत्नि से घर के सभी कामों में इजाज़त या सलाह लेना जरूरी होता है। वहीं दूसरी ओर गर्लफ्रेंड से इस तरह की बातों की इजाज़त नहीं मांगनी पड़ती है। इसके चलते भी लड़के गर्लफ्रेंड को पत्नी से बेहतर मानते हैं।

शादी करने के लिए समाज और कागज़ी कार्यवाही और पैसों की जरूरत होती है। वहीं गर्लफ्रेंड बनाने या उसके साथ रहने के लिये किसी तरह की कागज़ी कारवाई, दस्तावेजों या ढेर सारे पैसों की जरूरत नहीं होती है। वहीं गर्लफ्रेंड के साथ उनके पास रिश्ते से निकलने की आज़ादी भी होती है, उनका मानना होता है कि अगर गर्लफ्रेंड उनके साथ ज्यादा चिपकेगी या बात बिगड़ेगी तो वह रिश्ते से बाहर निकल जाएंगे। जबकि बीवी के साथ एक बार रिश्ते में आने पर बाहर जाना आसान नहीं होता है। इसलिए भी लड़कों को गर्लफ्रैंड ज्यादा भाती हैं। वहीं लड़को को बिना शादी की जिंदगी भर की पॉलिसी लिये गर्लफ्रेंड के साथ शारीरिक संबंध बनाना ज्यादा अच्छा लगता हैं।
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