पुरुष, महिला और दुनियादारी

एडम और ईव की कहानी सबने सुनी होगी। तब से पुरुष और महिला के साथ रहने की कहानी भी सामने आती है और तभी से पुरुष और महिला एक-दूसरे की जरूरत बन गये। जिस तरह पुरुष को अपनी पूरी जिंदगी गुजारने के लिए एक महिला के साथ की जरूरत होती है ठीक उसी तरह महिला को भी अपनी जिंदगी गुजारने के लिए एक पुरुष का साथ चाहिए होता है। दोनों भले ही आत्‍मनिर्भर क्‍यों न हो, दोनों को किसी न किसी मोड़ पर एक-दूसरे की जरूरत होती है। दोनों का साथ रहना सिर्फ जरूरत है या फिर इससे बढ़कर। इस स्‍लाइडशो में हम आपको बता रहे हैं कि पुरुष और महिला एक-दूसरे के बिना क्‍यों नहीं रह सकते हैं।
सुरक्षा की भावना

हालांकि इस मामले में पुरुषों से कहीं अधिक महिलाओं को इसकी जरूरत होती है, वह पुरुष के साथ ही खुद को सुरक्षित महसूस करती है। लेकिन यहां केवल सामाजिक सुरक्षा की बात नहीं हो रही बल्कि मानसिक सुरक्षा की भी बात हो हरी है। हालांकि दोनों के लिए इसके मायने अलग हैं लेकिन उद्देश्‍य एक ही है।
दुनिया को आगे बढ़ाने के लिए

शारीरिक संतुष्ट‍ि और परिवार को आगे बढ़ाने के लिए महिला और पुरुष दोनों ही एक-दूसरे पर निर्भर रहते हैं। दोनों के साथ रहने की यह भी एक बहुत बड़ी वजह है। क्‍योंकि केवल महिला या फिर केवल पुरुष अकेले परिवार को बढ़ा नहीं सकता है। ये जरूरत भी दोनों को साथ रहने के लिए बाध्‍य करती है।
इमोशनल सहयोग

इस ब्रह्मांड में रहने वाला हर इंसान भावनात्‍मक होता है। भावनायें कभी प्रबल होती हैं तो कभी सामान्‍य। ऐसे में भावनात्मक सहयोग और मनोबल के लिए भी दोनों एक-दूसरे का साथ देते हैं। हर किसी को एक ऐसे शख्स की तलाश होती है जो उनकी बातों को समझ सके और उनका मनोबल बढ़ा सके। ऐसे में पुरुष और महिला एक-दूसरे का हर कदम पर साथ देते हैं।
अच्छे सलाहकार और अलग खूबियां

महिला और पुरुष दोनों को हर कदम एक अच्‍छे सलाहकार की जरूरत होती है। एक साथ रहने हुए दोनों एक-दूसरे को अच्‍छी तरह समझ जाते हैं। महिलाओं की सोच, पुरुषों की सोच से अलग होती है और साथ रहने से सोच के दायरे बढ़ते हैं। महिलाओं में कुछ गुण ऐसे होते हैं जो पुरुषों में नहीं होते और पुरुषों में कुछ ऐसी खूबियां होती हैं जो महिलाओं में नहीं होती हैं। ऐसे में दोनों के बीच का साथ उन्हें संपूर्ण करता है।