त्वचा पर व्हाइटहेड्स

कई बार आपने देखे होंगे कि चेहरे पर नाक के ऊपर या माथे पर सफेद दाने निकल जाते हैं। इन सफेद दानों को व्हाइटहेड्स कहते हैं। ये व्हाइटहेड्स बाहरी त्वचा में पाये जाने वाले सिबेकस ग्रंथियों से निकलने वाले प्राकृतिक तेल बनता है। इस प्राकृतिक तेल को सीबम कहते हैं। जब सीबम अधिक बनने लगता है तो ये दाने के रुप में त्वचा में निकलने लगते हैं। चिकित्‍सकीय भाषा में इन सफेद दानों को क्लोज़्ड कॉम्डोनेस (closed comedones) कहा जाता है। इनसे छुटकारा पाना मुश्किल काम नहीं है।
व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स में अंतर

ब्लैकहेड्स गंदगी से हुए दानों को कहते हैं। ये कई बार हार्मोनल डिसऑर्डर के कारण भी होते हैं। ब्लैकहेड्स में दर्द भी देता है जबकि सफेद दानों में दर्द की समस्या नहीं होती। ब्लैकहैड्स ऑयल ग्लैंड्स से अधिक तेल निकलने के कारण होता है जिससे गंदगी अंदर पोर्स में चिपक कर रह जाती है। इसी कारण ब्लैक हेड्स होते हैं।
फेसपैक तैयार करने का तरीका

चावल का आटा - 2 चम्मचगुलाब जल - 2-3 टीस्पून सफेद दानों को मिटाने के लिए चावल का आटा और गुलाब जल का फेसपैक तैयार करें। चावल का आटा और गुलाबजल मिलाकर चेहरे को स्क्रब करें। चावल का आटा एक बेहतरीन स्कीन-एक्सफलोएटिंग के तौर पर काम करता है। ये डेड सेल्स को स्कीन पर से अच्छे से स्क्रब करके निकाल देता है। जिसके आपके त्वचा में चमक आती है। ये त्वचा की टैनिंग हटाने के लिए भी बेहतर है।
क्या करता है फेसपैक

ये फेस पैक त्वचा के पोर्स को अनक्लॉग कर देता है। जिससे त्वचा के पोर्स में बनने वाला सिबम बाहर निकला जाता है। जिससे पोर्स में छुपी गंदगी आराम से बाहर निकल जाती है। इससे त्वचा के व्हाइटहेड्स को आसानी से हटाया जा सकता है। साथ ही चावल का आटा आपकी त्वचा को पोषक प्रदान करता है जिससे आपकी त्वचा और अधिक कोमल बनती है। गुलाब जल प्राकृतिक टोनर है जो त्वचा के पोर्स के आकार को कम करता है। जिससे सिबम कम बनता है दो व्हाइटहेड्स का कारण होता है। सिबम कम बनने से व्हाइटहेड कम बनते हैं।
इन बातों का भी ध्यान रखें

सफेद दाने कई बार अनियमित भोजन से भी निकलते हैं। ऐसे में अपने भोजन में डेयरी उत्पाद दूध-दही, कद्दू बीज के उत्पाद, पालक, सूखे सेम के बीज आदि को शामिल करें। साथ ही अपने भोजन में अधिक से अधिक पानी शामिल करें। सब्जियों का रस सफेद दानों को करने में मदद करता है। विटामिन ए, विटामिन बी 2 और विटामिन ई, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर भोजन खाने में शामिल करें। चेहर की सफाई का भी ध्‍यान रखें।