बच्चे के जन्म की सही उम्र

मां बनना किसी महिला के‍ जीवन का काफी अहम पड़ाव माना जाता है। लेकिन, आखिर किस आयु-वर्ग में मां बनना किसी महिला और उसके होने वाले बच्‍चे के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए सही रहेगा, इस बारे में अधिकतर महिलायें अनजान होती हैं। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर मां बनने की सही उम्र क्‍या है तथा कम या अधिक उम्र में मां बनने के क्‍या नफे-नुकसान हैं।
क्या होती है गर्भधारण की सही उम्र

मां बनना शायद हर महिला का स्‍वप्‍न होता है। लेकिन बच्चा सही समय और उम्र में पैदा किया जाए यह बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक बच्चे को जन्म देने की सही उम्र 20 से 35 वर्ष के बीच होती है। इससे पूर्व या बाद में गर्भधारण करने पर गर्भस्थ शिशु में विकृति की आशंका ज्यादा होती है। ये विकृतियां क्रोमोसोम (गुणसूत्रों) या जीन में हुई किसी गड़बड़ी के कारण आ सकती हैं। इसलिए अधिक उम्र में गर्भ धारण करने से बचना चाहिए।
क्यों न करें कम या ज्यादा उम्र में गर्भधारण

जो महिलाएं 35 की उम्र के बाद या 18 साल की उम्र से पहले गर्भधारण करती हैं उनके बच्चों में मानसिक कमजोरी आ सकती है। साथ ही ऐसे बच्चे सामान्य पैदा हुए बच्चों की तुलना में शारीरिक और मानसिक तौर पर कमजोर भी होते हैं। यूं तो गर्भधारण की सही उम्र का कोई सटीक अंदाजा नहीं लगाया जा सकता, लेकिन कम से कम 30 की उम्र से पहले गर्भधारण कर लेना चाहिए। क्‍योंकि 35 की उम्र के बाद गर्भधारण करने के अवसर भी कम हो जाते हैं।
कम उम्र में मां बनने के जोखिम

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक वर्ष 18 वर्ष से कम उम्र की करीब 73 लाख लड़कियां मां बनती हैं। जिसकी वजह से मां और बच्चा दोनों के स्वास्थ्य के लिए कई चुनौतियां पैदा हो जाती हैं। इन 73 लाख में से भी तकरीबन 20 लाख लड़कियां वे होती हैं जिनकी उम्र 14 वर्ष या उससे भी कम होती है। ऐसी लड़कियों को भविष्य में कई स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं जिसके सामाजिक कुपरिणाम भी होते हैं और इन लड़कियों की मौत होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
क्या कहती है मेडिकल सांइस

मेडिकल सांइस के मुताबिक महिलाओं का शरीर 20 साल की उम्र शुरुआत से बच्चे को जन्म देने के लिए पूरी तरह तैयार रहता है। पर आधुनिक जीवनशैली अब विज्ञान के इस मत को झुठलाती जा रही है। सोच में आए इस बदलाव में काफी हद तक आधुनिक तकनीक का भी योगदान रहा है। आईवीएफ जैसे फर्टिलिटी ट्रीटमेंट्स अधिक उम्र में भी महिलाओं को मां बनने का अवसर प्रदान कर रहे हैं।
अधिक उम्र में गर्भधारण के जोखिम

वे महिलाएं जो 35 वर्ष की आयु के बाद गर्भधारण करती है, उनमें गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। अधिक उम्र में प्रजनन शक्ति खो जाने के अलावा भी उच्‍च रक्‍तचाप और मधुमेह जैसी अन्य कई परेशानियां हो सकती हैं। जिससे आने वाले बच्‍चे को कई खतरे होते हैं।
मानसिक तौर पर तैयार होना भी जरूरी

दरअसल मां बनने का निर्णय खुद को मानसिक रूप से इस बात के लिए तैयार करना भी है। यदि आप 25 की उम्र तक खुद को मां बनने के लिए तैयार नहीं कर पा रही हैं, तो फिर जबरदस्ती किसी के कहने पर आप इसे पूरा भी नहीं कर सकतीं। बेहतर होगा कि पहले आप खुद को मानसिक तौर पर इसके लिए तैयार करें। जाहिर है कि शादी के बाद खुद को नए माहौल में ढालने और घर व दफ्तर के बीच सामंजस्य बिठाने के बाद ही कोई स्त्री मां बनने के बारे में सोच पाती है।
सेहत को भी करें कंसीडर

बच्चे को जन्म देने की सही उम्र 20 से 35 वर्ष के बीच होती है। लेकिन किसी मेडिकल कंडीशन की वजह से डॉक्टर आपको इस ऐज पेटर्न से अलग कर सकता है। कई महिलाएं शरीरिक रूप से मां बनने के लिए तैयार नहीं होती हैं। ऐसे मामलों में उनके शरीर को इस लायक बनने तक के लिए डॉक्टर उन्हें गर्भधारण करने से मना कर सकता है।