स्वस्थ प्यार और अस्वस्थ प्यार में क्या अंतर है
प्यार में किसी एक की खुशी मायने नहीं रखती है। जब तक दोनों ही खुश नहीं होंगे तब तक ये रिश्ता स्वस्थ नहीं कहलाता है। जानिए हेल्दी और अनहेल्दी लव में अंतर के बारे में।

क्या है हेल्दी और अनहेल्दी लव
प्यार दो तरह का होता है एक तो वो जिसमें आप दोनों एक दूसरें की खुशी का खयाल रखते हैं। एक दूसरे की और उनकी भावनाओं की इज्जत करते हैं। इसे रिश्ते में जो प्यार होता है उसे हेल्दी लव कहते हैं। और दूसरी तरफ ज्यादातर लोग ऐसे रिश्तों में होते हैं जिसमें सिर्फ किसी एक इंसान को प्राथमिकता दी जाती है जैसे किसी एक खुशी का ध्यान रखना, किसी एक ही भावनाओं को ही समझता है। इस तरह के रिश्ते में जो प्यार होता है उसे अनहेल्दी लव कहा जाता है।

आपसी समझ
एक मजबूत रिश्ता बनाने के लिए रिश्तों को समझने की जरूरत होती है। एक परिपक्व रिश्ते की निशानी है कि पति-पत्नी दोनों एक-दूसरे की भावनाओं को समझते हुए सूझबूझ से अपना काम करते हैं।

एक दूसरे की परवाह करना
जरूरी नहीं कि आप बार-बार अपने प्यार को शब्दों के जरिए ही बयां करें। अगर आप एक दूसरे की परवाह करते हैं तो इससे भी जाहिर होता है कि आप एक दूसरे को कितना प्यार करते हैं।

मिलकर मुश्किलों का सामना करना
एक स्वस्थ रिश्ते और प्यार की निशानी है कि आप हर परेशानियों का सामना एक दूसरे के साथ मिलकर करते हैं। मुश्किल की घड़ी में एक दूसरे को संभालना और साथ देना दिखाता है कि आप एक दूसरे के लिए ही बने हैं।

एक दूसरे की इज्जत करना
जहां प्यार होता है वहां एक दूसरे के प्रति इज्जत भी जरूर होती है। अगर आप अपने साथी से सच्चा प्यार करते हैं तो आपको उसकी इच्छाओं को भावनाओं का पूरा-पूरा खयाल रखना चाहिए।

गलतियों को नजरअंदाज करना
स्वस्थ संबंधों में रहने वाले कपल्स एक-दूसरे के प्रति अपनी जिम्मेदारियां समझते हुए एक-दूसरे के प्रति लचीलापन भी दिखाते हैं ऐसा नहीं कि किसी एक से गलती होने पर सर घर पर चढ़ा लें।

कमियों पर तंज कसना
असवस्थ रिश्ते और प्यार की मुख्य वजहों में से एक है साथी की कमियों या कमजोरियों पर बार-बार तंज कसना। इससे आपके साथी और आपके बीच प्यार धीरे-धीरे खत्म होने लगता है और फिर एक मोड़ ऐसा आता है जहां आप एक दूसरे से काफी दूर हो चुके होते हैं।

एक-दूसरे से लगाव ना होना
कई बार कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिनमें एक दूसरे के प्रति लगाव नहीं होता है और इसी वजह से दोनों के बीच कोई रिश्ता बनना भी नामुमकिन सा दिखाई पड़ने लगता है। ऐसे रिश्ते में जो लोग होते हैं उन्हें अपने पार्टनर के आसपास रहने ना रहने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।

स्थितियां भी होती हैं जिम्मेदार
कुछ अनहेल्दी लव के लिए स्थितियां भी जिम्मेदार होती है। रिश्तों को बिगाड़ने में स्थितियां भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती है। जैसे दोनों में से किसी एक का जिद्दी होना, एकाधिकार दिखाना, अधिक गुस्सैल होना अपने को एक साथी का सर्वोपरि समझना, हर समय तनाव का माहौल इत्यादि।

अहम की दीवार
पति-पत्नी के रिश्तों में खटास की सबसे बड़ी वजह है अहम का आड़े आना जिसकी वजह से कोई अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझता। दोनों में से कोई भी अपनी बातें, अपनी समस्याएं एक-दूसरे से नहीं बांटता है तो आपका रिश्ता स्वस्थ नहीं है।

दूसरे के सामने साथी का अपमान
अगर किसी रिश्ते में आपका पार्टनर किसी अन्य के सामने आपका अपमान करने से नहीं चूकता है और फिर भी आप उसके साथ रहते हैं या उसकी परवाह करते हैं तो यह अस्वस्थ प्यार का लक्षण हो सकता है।
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