महिलाओं में गर्भाशय कैंसर के लक्षण

महिलाओं के शरीर में हमेशा परिवर्तन होते रहते हैं। हालांकि कभी-कभी सामान्य दिखने वाले लक्षण कैंसर का कारण भी हो सकते हैं। इसलिए हर महिला को अपने शरीर की ओर ध्यान देना चाहिए ताकी कुछ भी अलग महसूस होने पर आप उस पर नजर रख सकें। गर्भाशय कैंसर गायनेकोलॉजी से संबंधित सबसे खतरनाक कैंसर में से एक है। चूंकि अब तक गर्भाशय कैंसर की जांच के लिए कोई भी भरोसेमंद डाइग्नोस्टिक स्क्रीनिंग उपलब्ध नहीं है, ऐसे में एडवांस स्टेज तक पहुंचने तक या तो इसकी पहचान नहीं हो पाती है। 75 लगभग से भी अधिक मामलों में इसका पता एडवांस स्टेज में पहुंचने के बाद चलता है। सिर्फ 19 प्रतिशत मामलों का ही शुरूआत में पता लग पाता है। जिन महिलाओं की समस्या का एडवांस स्टेज में पहुंचने के बाद पता लगता है उनमें से अधिकतर 5 साल तक भी जीवित नहीं रह पाती हैं। इसलिए हर महिला को इसके लक्षणों की जानकारी होनी चाहिए। आइए गर्भाशय कैंसर के लक्षणों के बारे में जानें।
भूख न लगना

कैंसर की बड़ी हुई स्थिति में प्रभावित महिला की भूख कम होने लगती है। या महिला को बिल्‍कुल भी भूख नहीं लगती। इसके अलावा खाने में परेशानी महसूस होना और जल्दी पेट भरा हुआ महसूस होना आदि भी गर्भाशय कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। अगर आप के भी सामने कभी इस तरह की समस्‍या आये तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। Image Courtesy : Getty Images
थकान

बिना किसी कारण के थकान या कमजोरी महसूस करना भी गर्भाशय कैंसर का एक और लक्षण हो सकता है। इसलिए असामान्य कमजोरी या थकान को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। Image Courtesy : Getty Images
वजन कम होना

अगर एक्‍सरसाइज और डायटिंग बिना आपका वजन अपने आप ही जरूरत से ज्‍यादा कम हो रहा हैं तो यह भी चिंता का विषय हो सकता है। क्‍योंकि यह भी गर्भाशय कैंसर के लक्षणों में से एक है। Image Courtesy : Getty Images
यूरीन या संभोग के दौरान दर्द होना

गर्भाशय कैंसर से प्रभावित महिला को यूरीन करते समय दर्द का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा कैंसर से प्रभावित महिला को संभोग के दौरान भी दर्द का अहसास हो सकता है। ऐसा कुछ भी महसूस होने पर बिना किसी देरी के अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें। Image Courtesy : Getty Images
एनीमिया

गर्भाशय कैंसर से पीड़ि‍त महिलाओं में मल या मूत्र से खून निकलने और मासिक चक्र के दौरान अत्याधिक रक्त स्राव होने के कारण एनीमिया की समस्या हो सकती है। इसलिए एनीमिया से पीड़ि‍त महिलाओं को भी सावधान रहना चाहिए। Image Courtesy : Getty Images
पेट के निचले हिस्से में दर्द

हालांकि गर्भाशय कैंसर के लक्षण गंभीर या गहरे नहीं होते हैं, खासतौर से शुरूआती दिनों में, लेकिन ये पूरी तरह साइलेंट भी नहीं होते हैं। जब इसे एक साइलेंट बीमारी के तौर पर ध्यान देते हैं तो पता चलता है कि गर्भाशय कैंसर से पीड़ित 95 प्रतिशत महिलाओं को अस्पष्ट लेकिन स्थायी लक्षण होते हैं। अगर पेट या पेट के निचले हिस्‍से में दर्द, सूजन या बार-बार यूरीन आने की समस्‍या हो तो भी आपको सावधान हो जाना चाहिए। Image Courtesy : Getty Images
अन्य लक्षण

हालांकि यह लक्षण बहुत कम देखने को मिलते हैं, लेकिन छाती में जलन, पेट खराब होना, पैरों में दर्द जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। आंतों की आदत में बदलाव जैसे कि कब्ज या डायरिया होना, वजन कम होना, माहवारी अनियमित होना और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण भी इसमें दिखाई दे सकते हैं। अगर इनमें से कुछ लक्षण आपको दिखाई दें और ये 2 हफ्तों तक बरकरार रहें तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Image Courtesy : Getty Images