स्वस्थ दिल के लिए वजन प्रबंधन के नुस्खे
जीवनशैली व खान-पान के तरीकों में आज-कल तेजी से बदलाव आए हैं। जिनके परिणाम स्वरूप लोग तेजी से मोटे हो रहे हैं और हृदय रोगों की चपेट में आ रहे हैं। हालांकि वजन प्रबंधन कर काफी हद तक इस समस्या से निपटा जा सकता है।

इन दिनों युवाओं में दिल के रोग तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण वजन का बढ़ना भी है, इसलिए भारतीय युवाओं के लिए जरूरी है कि वह अपनी दिनचर्या में कुछ सकारात्मक परिवर्तन करें और दिल को स्वस्थ रखें। छोटी-छोटी सावधानियां रखकर आप अपना वजन काबू कर सकते हैं। इससे आपके दिल की सेहत भी अच्छी रहेगी।

व्यस्त दिनचर्या अकसर व्यायाम न करने का बहाना बन जाता है। और इस कारण शरीर पर अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है इससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे लोग जिनके पास व्यायाम करने का समय न हो, वे पैदल चलकर, आॅफिस की सीढ़ियां चढ़कर और साइकिल आदि चलाकर वजन कम कर सकते हैं। समय का बेहतर प्रबंधन कर आप इतना वक्त तो निकाल ही सकते हैं। और फिर आखिर सेहत से महत्वपूर्ण और क्या हो सकता है भला।

नियमित, दैनिक व्यायाम घातक हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है। शारीरिक गतिविधि और नियमित व्यायाम वजन के नियंत्रण में मदद करते हैं और कई अन्य बीमारियों के उत्पन्न होने की संभावनाओं को कम करते हैं जो हृदय पर जोर डाल सकती हैं। कुछ नहीं तो दिन में कमसकम 30 मिनट तक तेज वॉक करें। ऐसा करने से दिल के दौरे की आशंका एक-तिहाई तक कम हो जाती है।

अगर आप शराब छोड़ दें तो ये सबसे अच्छा है, लेकिन फिर भी यदि आप पुरुष हैं तो एक दिन में 2 पैग यानी 60 मिली से अधिक अल्कोहल का सेवन न करें और महिलाएं 1 स्टैंडर्ड ग्लास से अधिक अल्कोहल का सेवन न करें। अधिक एल्कोहॉल लेने से न सिर्फ दिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है बल्कि वजन भी बढ़ता है।

सेहत से जुड़े फायदों के लिए डाइट में छोटे-मोटे बदलाव करें। फुल-फैट मिल्क की बजाय सेमी-स्कीम्ड मिल्क का सेवन करें। खाने की चीजों को हो सके तो फ्राई न करें, बल्कि भून कर या भाप में पका कर खाएं।

कम वसा, कोलेस्ट्रॉल और नमक वाले खाद्य पदार्थ खाएं। सब्जियों, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन हृदय की रक्षा में सहायता होते हैं। छिलके वाले अनाज, फल, फलियां, सब्जियां, बीज और नट्स अपने आहार में शामिल करें और हृदय की बीमारियों से दूर रहें।

सुबह के नाश्ता बेहद जरूरी है, इसमें अगर आप अंकुरित अनाज लें तो यह शरीर के लिए अच्छा होता है। चने और मूंगफली के दाने भिगोकर खाने से भी शरीर को काफी ऊर्जा मिलती है और यह फैट भी नहीं बढ़ाते। डार्क चॉकलेट, बेरी, चाय हमारी धमनियों के आकार को चौड़ा कर देते हैं, जिससे रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और क्लॉटिंग की समस्या से हमारा बचाव होता है।

मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है, जो हमारे गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। तो यदि आप मांसाहार करते हैं तो हफ्ते में एक बार मछली का सेवन कर सकते हैं।

योग से न केवल शरीर की अनावश्यक चर्बी कम होती है बल्कि शरीर को बेहतर आकार भी मिलता है। रोज सूर्य नमस्कार को दिल के लिए एक प्रभावी योगाभ्यास माना जाता है। यह शरीर के मेटाबोलिज्म की दर को बढ़ाता है। इससे शरीर से ज्यादा पसीना निकलता है और गैरजरूरी चर्बी भी कम होती है।

यदि किसी महिला को हृदय की बीमारी का कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉंक्टर से संपर्क करना चाहिए। ध्यान रहे कि सांस लेने में तकलीफ, जबड़ों और पीठ का दर्द, उल्टी, ठीक से नींद न आना और थकान होना आदि इसके लक्षण हो सकते हैं।
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