गलत जूते पहनने से हो सकती हैं ये आठ बीमारियां
गलत जूते पहनने के कारण आप न केवल असहज महसूस करते हैं बल्कि इनसे कई प्रकार की पैरों की बीमारियां भी होने लगती हैं, इसलिए गलत जूते पहनने से बचें।

अच्छे और आरामदायक जूते आपको संतुष्टि प्रदान करते हैं जिससे आप कहीं भी असहज महसूस नहीं करते हैं। लेकिन फैशन के कारण वर्तमान में कई तरह के जूते पुरुष और महिलायें प्रयोग कर रही हैं। फिटिंग वाले जूते, हाई हील, नैरो जूते (संकरे और आगे की तरफ पतले) और संकीर्ण यानी टाइट जूते लोग पहन रहे हैं। कुछ लोग इतने संकीर्ण जूते पहनते हैं कि इससे न केवल उनके पैरों में दर्द होता है बल्कि इसके कारण उन्हें चलने में भी परेशानी होती है। लेकिन आपको शायद ही पता हो कि गलत जूते पहनने से कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है।
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यह पैरों में होने वाली एक ऐसी बीमारी है जिससे न केवल एथलीट ही प्रभावित होते हैं बल्कि सामान्य लोगों को भी होती है। यह बीमारी कवक संक्रमण के कारण होती है। यह उंगलियों के बीच में होती है, इसके कारण खुजली और जलन की समस्या होती है। अधिक संकीर्ण जूते पहनने के कारण उंगलियों के बीच में पसीना हो जाता है और यह संक्रमण का कारण बनता है।
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यह पैरों में गांठ की तरह दिखाई देते हैं जो अक्सर तलवों या उंगलियों में होते हैं। जब भी आप मोजे के साथ ऐसे जूते पहनते हैं जो आगे से बहुत संकीर्ण होते हैं, तब उंगलियों और तलवों में दबाव के कारण गोखरू की समस्या होती है। यह पैरों की बड़ी उंगली में सबसे अधिक होती है। यह दूसरी उंगलियों में भी हो सकता है।
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यह समस्या भी गलत जूतों के कारण तलवों में होती है, यह मोटी त्वचा के धब्बे की तरह उभरता है और दबाव के माध्यम से बढ़ता है। कॉर्न्स अक्सर तेज दर्द का कारण भी बन जाता है। घरेलू नुस्खों के प्रयोग से कॉर्न्स का उपचार आसानी से किया जा सकता है।
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जो लोग डायबिटीज से ग्रस्त होते हैं उनके पैरों में तंत्रिका क्षति अक्सर देखने को मिलती है। इसके कारण पैरों में सुनसुनी नहीं होती है। डायबिटिक फूट के कारण पैरों में होने वाली समस्यायें जैसे - खुजली और जलन का भी एहसास नहीं होता। तंग जूते पहनने के कारण ये फफोले या घावों में भी तब्दील हो सकते हैं।
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तंग और संकीर्ण जूते पहनने के कारण पैरों की उंगलियां मुड़ जाती हैं, यह पंजे की तरह दिखाई देते हैं। इसके कारण अंगूठे के बगल वाली उंगली सबसे अधिक प्रभावित होती है। मध्य उंगली में अधिक दबाव पड़ने के कारण दर्द भी होता है। इसके कारण उंगली बहुत कठोर हो जाती है और जोड़ हमेशा के लिए उखड़ जाता है।
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एड़ी के नीचे की हड्डी का विकास जब होता है तब यह समस्या होती है। यह पैर की लंबाई के साथ मांसपेशियों और और एड़ी की हड्डी के साथ भी जुड़े होते हैं। इसके कारण एंड़ी का विस्तार आधा इंच तक हो सकता है, यह गंभीर दर्द भी पैदा करता है। बहुत कसे हुए जुतों के कारण यह समस्या होती है।
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यह ऐसी समस्या है जिसमें पैरों की उंगलियां बाहर की बजाय अंदर की तरफ बढ़ती हैं और यह पैरों में घाव भी पैदा कर देती हैं। इसके कारण बहुत दर्द भी होता है। जूते से दबाव पड़ने के कारण यह समस्या होती है। अगर नाखूनों को काटा न जाये तो संक्रमण के कारण स्थिति और भी बदतर हो सकती है।
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इसे स्टोन ब्रूज या पत्थर खरोंच भी बुलाते हैं। यह पैरों के सामने के हिस्से को प्रभावित करती है, जो कि बहुत ही दर्दनाक स्थिति है। इसमें आमतौर पर पैर की बॉल सबसे अधिक प्रभावित होती है और इसमें सूजन और दर्द होता है। तंग जूतों के साथ व्यायाम करने, दौड़ने और कूदने के कारण यह समस्या होती है।
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