10 उपाय जो बनायें आपको चुस्त और तेजतर्रार
यहां दिए उपाय आपकी सोचने-समझने की ताकत को बढ़ाने से साथ आपको खुद को तरोताजा और सक्रिय भी महसूस करायेगें।

अपने शरीर को फिट और तंदुरूस्त रखने के लिए आप न जाने क्या-क्या नहीं करते। लेकिन क्या कभी आपने अपने दिमाग को तेज और बनाये रखने के बारे में सोचा हैं। क्योंकि तेज दिमाग से आप खुद को चुस्त और तेजतर्रार बना सकते हैं। इसलिए जिस प्रकार शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिये खान-पान और एक्सरसाइज की जरूरत होती हैं। इसी तरह दिमाग को भी सही देखभाल की जरूरत होती है। यहां कुछ ऐसे उपाय दिये है जो आपकी सोचने-समझने की ताकत को बढ़ाने से साथ आपको खुद को तरोताजा और सक्रिय भी महसूस करायेगें। image courtesy : getty images

क्या आप जानते हैं कि मनाव का दिमाग हर वक्त बढ़ता रहता है। बुढापे में दिमाग इसलिये कमजोर होता है क्योंकि उससे ठीक प्रकार से काम नहीं लिया जाता है। इसलिए आप किसी पहेली को सुलझाने या अपने नए गैजेट को पूरा अच्छी तरह से छानकर खुद ही उसके हर फीचर्स को जाने। इससे आपका दिमाग तेज बनाता है। image courtesy : getty images

हाल ही में हुई एक रिसर्च के अनुसार, अगर आप अपने दिमाग को लंबे समय के लिए स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो नियमित रूप से ऐरोबिक एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। एक्सरसाइज से आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट रहते हैं। मानसिक रूप से फिट रहने के लिए सप्ताह में तीन बार तीस मिनट की एक्सरसाइज जरूर करें। image courtesy : getty images

एनर्जी का स्तर कम होने से आप दिमागी तौर पर भी सुस्त महसूस करेंगे। इसलिए पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहर में शमिल करना बेहद जरूरी है। इससे आपके मस्तिष्क को एनर्जी मिलती है। इसका असर आपकी स्वास्थ्य और परफॉर्मेंस पर भी पड़ेगा। कई अध्ययनों से साबित हुआ है कि डाइटिंग से उलझन और ध्यान हटना जैसी मस्तिष्क संबंधी समस्या हो सकती है। image courtesy : getty images

यूनिवर्सिटी ऑफ पीट्सबर्ग के शोधकर्ताओं के अनुसार, सप्ताह में एक दिन मछली खाने से दिमाग स्वस्थ रहता है। मछली में ओमेगा-3 नामक फैटी एसिड होता है जो दिमाग के लिए फायदेमंद होता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक जो लोग नियमित रूप से मछली खाते हैं उन्हें दिमागी बीमारियों का खतरा कम होता है। image courtesy : getty images

नींद पूरी न होने पर इससे कई तरह की समस्या हो सकती हैं। इससे जहां दिमाग थका हुआ महसूस करता है। वहीं, आप कुछ फ्रेश भी नहीं सोच पाते। ऐसे में नई चीजें सीखना या कुछ नया सोचना मुश्किल होता है। तो बेहद जरूरी है कि आप नींद पूरी लें। image courtesy : getty images

अगर आपको सुबह के समय चाय या कॉफी पीने की आदत है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि यह आपके लिए नुकसानदेह नहीं है। हाल ही में हुए एक रिसर्च के अनुसार, कैफीन से दिमाग सुरक्षित होता है। रिसर्च से यह भी पता चला कि चाय के दो कप अल्जाइमर के खतरे को लगभग 30 से 60 प्रतिशत तक कम कर देता हैं। ऐसे में आप अपनी कॉफी का मजा ले सकते हैं। image courtesy : getty images

तनाव से नुकसानदेह केमिकल कार्टिसोल का स्राव होता है। जिससे दिमाग पर असर होता है। इसलिए आपको तनाव से दूर रहना चाहिए। तनाव को दूर करने के लिए आप अपने पसंदीदा हॉबी का अपना सकते हैं या फिर योगा और मेडिटेशन से भी आपको फायदा होगा। image courtesy : getty images

फोन रिसीव करने के बाद या फिर किसी गाने को सुनने के बाद आप स्क्रीन पर बिना नाम देखे व्यक्ति की आवाज पहचानने की कोशिश करें या गाने में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों को पहचानने की कोशिश करें। इससे आपकी याददाश्त तेज होगी। image courtesy : getty images

शिक्षा किसी भी वरदान से कम नहीं है। निरंतर लिखना और पढ़ना आपके दिमाग को चुस्त और तेजतर्रार बनाए रखने में मदद करता है। अच्छा लिखे और पढें और साथ ही उसे अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें। अलग-अलग तरह की किताबें पढ़ना, साहित्य सम्मेलनों में भाग लें। और नई चीजों को सीखना या तलाशना आपके दिमाग को तेज करता है। image courtesy : getty images

वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन के अनुसार, ब्लड शुगर की उच्च मात्रा वाले लोग आमतौर पर डिमेंशिया के उच्च जोखिम पर रहते हैं। पत्रिका न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक ताजा अध्ययन के अनुसार, रक्त शर्करा का उच्च स्तर आपकी याददाश्त को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए अपने ब्लड शुगर की जांच नियमित रूप से करें। image courtesy : getty images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।