जब अकेलापन सताये तब इन उपायों से इसपर काबू पायें
अकेलापन महसूस करना एक सामान्य घटना है जो किसी भी उम्र में और किसी को भी हो सकती है, इन उपायों को आजमाकर आप अपने अकेलेपन पर अच्छे से काबू पा सकते हैं।

अवसाद और अकेलापन दोनों को एक सिक्के के दो पहलू हैं, इसकी वजह से नकारात्मक विचार पैदा होते है। अवसाद के कारण भी अकेलापन हो सकता है, लेकिन अकेलापन के कारण अवसाद हो यह जरूरी नहीं है। जब कोई अकेला महसूस करता है तब वह अपने चारों ओर एक सुरक्षा कवच बना लेता है और वास्तविक दुनिया से बिल्कुल अलग हो जाता हैं। अकेलापन उपेक्षित होने पर भी होता है। अकेला महसूस करना एक सामान्य घटना है जो किसी भी उम्र में महिला और पुरुष के द्वारा अनुभव की जा सकती है। इस स्लाइड शो में दिये गए उपायों को अपनाकर आप अपने अकेलेपन पर अच्छे से काबू पा सकते हैं।

अकेलेपन का सबसे बड़ा कारण है मन पर काबू न होना। कई बार आप मन के माध्यम से ऐसी अकथनीय भावनाओं में बह जाते है जिनमें आप अकेलेपन और मुश्किलों को अनुभव करते हैं। इसलिए इन विचारों को अपने से दूर रखने की कोशिश करें और अपने जीवन में अच्छी बातों पर ध्यान केंद्रित करें।

अपने लिए थोड़ा सा समय निकालें ताकि उसमें आप अपने अकेलेपन के कारणों को ढूंढ़ सके। इसलिए आप जब भी अपने को अकेलापन महसूस करें तो टहलने चलें जाएं या फिर मेडिटेशन करें। ऐसे तरीके आजमाकर आप दोबारा अपने-आप को जीवंत कर सकते हैं और अकेलेपन की स्थिति से उबर सकते हैं।

अकेलेपन को दूर करने को सबसे अच्छा तरीका है अपने आप से प्यार करना। आपको स्वयं से ज्यादा शायद कोई भी नहीं जानता होगा। इसलिए अपनी अच्छी या बुरी चीजों को समझें और जरूरत पड़ने पर उसमें बदलाव भी करें। आपकी जिंदगी और ये पल बहुत अनमोल हैं, इनको ऐसे ही मत खोइए, बल्कि इसे इंज्वॉय कीजिए।

अकेलेपन का यह मतलब नहीं कि आप हर समय सुस्ती में बिस्तर पर लेटे रहें। बल्कि यही वह समय है जब अपने अंदर की रचनात्मकता को बाहर निकालें। सब से दूर अपने पर ध्यान केंद्रित करें और जानें कि आपमें क्या विशेषता हैं। इसके लिए आप अपनी नई गतिविधि और शौक को जाने और उसको पूरा करें।

अकेलेपन को दूर करने के लिए सुबह की सैर करने के लिए जाएं, सुबह सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने से शरीर में विटामिन-डी का स्तर बढ़ जाता है। विटामिन डी अवसाद से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा बाहर का खुशनुमा माहौल आपको सुकून देगा और आपको अच्छा लगेगा।

हंसने से शरीर से एंडोर्फिन नामक तत्व निकलता है और इस तत्व से क्रोध को कम करने मे मदद मिलती है। इसलिए अकेलेपन महसूस होने पर आप कोई भी मजेदार फिल्म या हंसी वाले चुटकुलों को पढ़कर अपना मूड ठीक कर सकते हैं। अपनी पुरानी मस्ती वाली बातों को यादकर करके हंस सकते हैं, ऐसे पल जिसमें आपने दोस्तों के साथ मिलकर चुल्हणबाजी की थी उन पलों को याद कीजिए और ठहाके लगाकर हंसिये।

मधुर और खुशहाल संगीत को सुनकर आप अपने अकेलेपन से बाहर आ सकते हैं। जब आप अपनी पसंद का संगीत सुनते हैं, तो आपका नकारात्मक विचारों पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है। पसंदीदा संगीत सुनने से दिमाग में डोपामाइन नामक हार्मोन का स्तर बढ़ता है। डोपामाइन हार्मोंन हमें उत्साहित भी करता है और प्रेरित भी। इसलिए हल्की आवाज में संगीत सुनकर अकेलेपन को दूर भगाइए।

अकेलेपन को दूर करने के लिए नए लोगों से मिलना या नए दोस्त बनाना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन अपने प्रियजनों से बात करना सही रहता है। तो अगली बार आपको जब भी अकेलापन लगें तो अपने प्रियजनों को फोन करने में जरा भी संकोच न करें। हो सके तो अपने दोस्तों के पास जाकर थोड़ा सा वक्त बिताइए, इससे आपको अच्छा लगेगा और अकेलेपन का एहसास भी नहीं होगा।

यह बात तो आपने सुनी ही होगी कि जानवर आपका सबसे अच्छा साथी बन सकता है। इसलिए अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए कोई कुता या बिल्ली गोद ले लें। पालतू जानवारों के प्रति आपका और उनका आपके प्रति स्नेह और प्यार अकेलेपन को दूर करने का सबसे अच्छा साथी साबित होगा। साथ ही इससे आपको नया अनुभव भी मिलता है।

सोशल साइट्स से आप अपने विचारों और अनुभव को दूसरों के साथ शेयर कर सकते हैं और वैसी ही परिस्थितियों से गुजरने वाले व्यक्तिओं से उनके विचार जान सकते हैं। इसलिए आपको जब भी अकेलापन लगें तो सोशल साइट्स इस समस्या को को दूर भगाने में आपकी मदद कर सकता है।

हालांकि यह थोड़ा अजीब है लेकिन अकेलेपन को दूर करने का बहुत मजेदार उपाय हैं। इसके लिए आप किसी शॉपिंग माल या पार्क में जाकर लोगों के व्यवहार को देखें। या फिर किसी पार्क, शांत और प्रकृतिमय जगह पर जाकर पशु-पक्षियों के व्यवहार को देखें। इन सब में आपको बहुत मजा आएगा और अकेलापन भी महसूस नहीं होगा।

आस-पास की जानकारी आपको खुशी दें यह जरूरी नहीं है। कई बार जिज्ञासा चीजों को और बदतर बना देती है। इसलिए अपने चारों ओर सब कुछ पता करने की कोशिश न करें। इसकी बजाय आप अपने आपको खुश करने पर ध्यान केंद्रित करें।

अकेले में आप हर तरह के बंधन से मुक्त होते हैं। पहले आप कई चीजों को इसलिए नहीं कर पाते थे क्योंकि आपके आस-पास लोग रहते थे। लेकिन अब आप वह सारी चीजें कर सकते हैं जिसकी आपको ख्वाहिश थी। इसलिए अकेलेपन से घबराएं नहीं बल्कि इसको इंज्वॉय करें।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।