बच्चों के मुंह के छाले ठीक करने के घरेलू नुस्खे

छाले होना एक आम समस्या है, लेकिन बच्चों के मुंह में छाले पड़ जाने पर यह अधिक तकलीफदेह हो सकते हैं। हालांकि छाले संक्रामक होते हैं इन्हें आसानी से ठीक किया जा सकता है। बच्चों के मुंह में छाले हो जाएं तो वे ठीक से खाना खाने में भी असमर्थ हो सकते हैं। इसलिए छाले होने पर ऐसे नुस्खे अपनाएं जिनसे बच्चे के छाले को तुरंत आराम मिल सके। इस लेख के माध्यम से हम आपको ऐसे तरीके बताएंगे, जिनसे आपके बच्चे को छाले से जल्द ही आराम मिलेगा। चलिए जानते हैं इसके बारे में।
बर्फ लगाएं

बच्चों के मुंह में छाले पड़ जाएं तो प्रभावित हिस्से को बर्फ से थोड़ी देर रगड़ना अच्छा रहता है। इससे छालों की जलन मिटती है। ऐसा करने से बच्चों को ठंडक का एहसास मिलता है। छाले पड़ जाने पर बच्चों से कुछ खाया भी नहीं जाता है। इसके लिए छोटा बर्फ का टुकड़ा लें और हल्के हाथों से उनके मुंह में मलें। इससे छालों की सूजन भी कम होती है।
टी ट्री ऑयल

टी ट्री एसेंशियल ऑयल लगाने से बच्चों के मुंह के छाले तेज़ी से ठीक होते हैं। टी ट्री ऑयल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। जो छालों जैसे समस्या में तुरंत असर करते हैं। इसे लगाने से दर्द और जलन भी कम हो जाती है। इसमें पाई जाने वाली एंटी सेप्टिक प्रॉपर्टीज छालों तक पहुंचकर उन्हें जल्दी सुखाने में मदद करती हैं।
शहद

शहद की हीलिंग पॉवर्स बच्चों को छालों से राहत दिलाने में मदद करती है। शहद एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है। शहद की एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण छालों को जल्द ही ठीक कर देते हैं। एक शोध में भी यह पाया गया है कि शहद पेट और मुंह के छालों के लिए काफी कारगर होती है। इसके लिए आप बच्चों के छालों पर शहद लगा कर छोड़ दें। इससे उन्हे काफी आराम मिलेगा।
एलोवेरा

एलोवेरा एंटीऑक्सिडेंट्स का भंडार होता है। एलोवेरा की हीलिंग प्रॉपर्टीज छालों पर तेज़ी से असर करती है। एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। ये बच्चों को छालों से राहत दिलाते हैं। इसके लिए बच्चों के छालों पर एलोवेरा लगाकर छोड़ दें और थोड़ी देर बाद उन्हें पानी से कुल्ले करा दें। इससे काफी राहत मिलेगी।
लौंग का तेल

लौंग का तेल छालों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। लौंग का तेल को सीधा छालों पर लगाने से दर्द सुन्न पड़ जाता है। लौंग के तेल में मौजूद एगुनोल के सूजनरोधी और एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण छाले की जलन और सूजन में भी राहत मिलती है। इसके लिए आप बच्चों को लौंग का तेल पानी में मिलाकर कुल्ला भी करवा सकते हैं। बेहतर होगा कि इसे किसी एसेंशियल ऑयल के साथ मिलाकर लगाएं।
तुलसी

तुलसी एक हर्बल पौधा होता है। तुलसी को आयुर्वेद में हजारों बीमारियां और समस्याएं ठीक करने में इस्तेमाल किया जाता है। बच्चों के छाले को ठीक करने के लिए भी तुलसी बहुत फायदेमंद होती है। इसके लिए बच्चे को तुलसी की पत्तियों को चबाकर उसका रस निगलवाएं। तुलसी के एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण छालों पर तेज़ी से असर करते हैं।
गरारे

बच्चों को छाले होने पर गरारे करना काफी मददगार होता है। गर्म पानी में नमक मिलाकर बच्चों को गरारे करवाएं। नमक में सोडियम क्लोराइड होता है। यह छालों का संक्रमण रोकता है। नमक का असर छालों पर बहुत उपयोगी होता है। इससे बच्चे के दर्द में भी आराम मिलता है। साथ ही छाले भी जल्दी ठीक होने लगते हैं।
हल्दी

हल्दी तो लगभग हर समस्या जैसे कि कटे जले घाव आदि पर इस्तेमाल की जाती है। हल्दी की मेडिसिनल प्रॉपर्टीज घाव और छालो को बहुत जल्द ठीक करती है। हल्दी के एंटीऑक्सिडेंट्स, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण, एंटीबैक्टीरियल गुण और एंटीइंफेक्शन गुण छाले को ठीक करने में मदद करती है। इसके लिए हल्दी को शहद, एलोवेरा या फिर दूध के साथ मिक्स करके छाले पर थोड़ी देर के लिए लगाएं। उसके बाद गर्म पानी से
चमेली की पत्तियां

चमेली की पत्तियां मुंह के छालों को ठीक करने के लिए सदियों से इस्तेमाल की जाती हैं। चमेली के केमिकल कंपाउंड्स बच्चों के मुंह के छालों से छुटकारा दिलाते हैं। इसके लिए चमेली के पत्तों को मुंह में चबाकर रस निगल लें और पेस्ट को थोड़ी देर छाले पर लगाए रखें। आप चाहें तो चमेली की पत्तियों को पीसकर उनका रस भी बच्चो के छाले पर लगा सकते हैं।