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त्वचा रोगों से लेकर मधुमेह जैसी बीमारियों में भी नीम की निंबोली कारगर है। आपने अभी तक नीम के पत्ते, जड़ और छाल के फायदे जानें होंगे, लेकिन नीम की निंबोली के भी कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे शरीर की किन परेशानियों को दूर करने के लिए निंबोली का प्रयोग किया जाता है। साथ ही यह भी बताएंगे कि इस निंबोली का प्रयोग कैसे करना है।
सिर के जूं से छुटकारा

सिर में जूं हो जाने पर निंबोली का बहुत कारगर उपयोग किया जा सकता है। जूं होने पर नीम की निंबोली को पीसकर स्कैल्प पर लगाएं। इसे आप हफ्ते में 2 बार लगा सकते हैं। इससे आपके सिर के जूं गायब हो जाएंगे। गांव वगैरह में आज भी जूं भगाने के लिए निंबोली का इस्तेमाल किया जाता है।
त्वचा में निखार लाए

अगर आपके घर के आसपास नीम का पेड़ नहीं है तो आप निंबोली का तेल बाजार से खरीदकर ला सकती हैं। इस तेल को चेहर पर लगाने से चेहरे पर निखार आता है। इसका दूसरा उपयोग है कि आप निंबोली को पीसकर चेहरे पर लगा सकते हैं। इससे चेहरे का रंग साफ होता है। त्वचा में निखार आता है।
बालों को दे मजबूती

बालों में डैंड्रफ एक आम समस्या है। इस परेशानी की वजह से बालों के झड़ने की समस्या, बालों की ग्रोथ रुक जाना आदि शुरू होता है। तो अगर आप भी इन परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो निंबोली से आपको फायदा मिल सकता है। आपको बस निंबोली को पीसकर स्कैल्प पर लगाना फिर 15 मिनट बाद सिर धो लेना है। ऐसा करने से डैंड्रफ नहीं होगा और बाल मजबूत होंगे।
मच्छर रखे दूर

अगर आपके घर के आसपास बहुत मच्छर हैं। जिनके काटने से आपको मलेरिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इन मच्छरों को दूर भगाना का इलाज भी है निंबोली। आपके शरीर का जो हिस्सा खुला हुआ है उस पर निंबोली पीसकर लगा लीजिए। आपके पास मच्छर नहीं आएंगे। इस तरह आप मलेरिया जैसी परेशानियों से बच सकते हैं।
त्वचा की एलर्जी का इलाज

त्वचा पर अगर किसी तरह है बैक्टीरियल इंफेक्शन हो गया है तो आपके लिए निंबोली फायदेमंद होगी। अगर खाज, खुजली या दाद जैसी परेशानियों से जूझ रहे हैं तो निंबोली को पीसकर उसका पेस्ट बना लें और शरीर पर लगा लें। जिस जगह आपको दाद, खाज, खुजली की परेशानी है, वहां इसे लगाने से फायदा मिलता है।
मधुमेह में दे आराम

मधुमेह आज के समय की एक बड़ी समस्या है। निंबोली का सेवन डायबिटीज में आराम देता है। नीम में एंटी डायबिटिक गुण होते हैं जिस कारण इसका सेवन मधुमेह से दूर रखता है। जिन लोगों को मधुमेह की परेशानी है वे निंबोली को चबाकर खा सकते हैं। ठीक वैसे ही जैसे नीम का जूस पिया जाता है। यह स्वाद कड़वा तो लगेगा पर फायदा भी देगा।
पिंपल्स को करे दूर

मुहांसे होने पर चेहरा तो सुंदर नहीं दिखता है साथ ही जिन लोगों को यह परेशानी होती है उनका आत्मविश्वास भी डगमगाने लगता है। अगर आपको भी मुहांसों की समस्या है तो निंबोली को पीसकर चेहरे पर लगाएं या बाजार इसका तेल खरीदकर लगाएं। निंबोली का इस्तेमाल कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी किया जाता है। इसलिए यह त्वचा की समस्याओं को दूर करने का अचूक उपाय है।
फोड़-फुंसी भगाए

बदलते मौसम में बच्चों को फोड़े-फुंसी की समस्या होती है। उनकी त्वचा पर छोटे से लेकर बड़ तक फोड़े और फुंसी निकलते हैं। इन दोनों का इलाज भी निंबोली है। निंबोली को पीसकर फुंसी वाली जगह पर लगाएं। इसे जब तक फुंसी ठीक नहीं हो रही है तब तक लगाएं, इससे फुंसी ठीक हो जाएगी और त्वचा साफ हो जाएगी।
रोग प्रतिरोधक क्षमता करे मजबूत

नीम में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन से बीमारियां दूर रहती हैं। यही वजह है कि नीम की निंबोली इम्युनिटी को बूस्ट करती है। कुछ लोग इसकी चाय भी पीते हैं। निंबोली को और कैसे उपयोग में ला सकते हैं, इसके लिए आप किसी नजदीकी आयुर्वेदिक चिकित्सक से पूछ सकते हैं। त्वचा से लेकर बालों तक की परेशानियों को दूर करने में निंबोली कारगर है। बीमारियों को दूर करने के लिए निंबोली का उपयोग बहुत आसान है।