ततैया के डंक के लिए घरेलू नुस्खे
ततैया के काटने के बाद डंक के कारण त्वचा में जलन, दर्द और सूजन होनी शुरू हो जाती हैं। लेकिन घबराइए नहीं क्योंकि ततैया के डंक को कुछ घरेलू उपचारों के प्रयोग से ठीक किया जा सकता हैं।

ततैया मधुमक्खी की भांति उड़ने वाली प्रजाति का जीव है। इन दोनों में बहुत ज्यादा अंतर नहीं होता है। ततैया भी मधुमक्खी की ही तरह अपना छत्ता बनाती हैं, लेकिन यह मधुमक्खी की भांति अपने छत्ते में कुछ एकत्रित नहीं करती। यह अपना छत्ता पेड़ के साथ-साथ लोगों के घरों की दीवार में भी बना लेती हैं। ततैया का डंक भी मधुमक्खी के डंक की तरह जहरीले होता हैं। ततैया के काटने के बाद जलन, दर्द और सूजन होनी शुरू हो जाती हैं। लेकिन घबराइए नहीं क्योंकि ततैया के डंक को कुछ घरेलू उपचारों के प्रयोग से ठीक किया जा सकता हैं। आइए ऐसे ही कुछ घरेलू उपायों की जानाकरी लेते हैं।

कुछ भी करने से पहले दर्द और खुजली को कम करने के लिए प्रभावित हिस्से पर ठंडी सिंकाई करें। ठंडी सिंकाई नसों को स्तब्ध करके सूजन को कम करती है। 2006 में क्लीनिकल टेक्निक्स इन स्माल एनिमल प्रैक्टिस में प्रकाशित एक रिर्पोट के अनुसार लीडोसाइन या कोर्टिकोस्टेरॉयड लोशन के साथ बर्फ या ठंडी सिंकाई ततैया के डंक के सफल प्रबंधन में महत्वपूर्ण होती है। ततैया के डंक को दूर करने के लिए ठंडे पानी के बाउल में कुछ बर्फ के क्यूब मिलायें। फिर इस पानी में कपड़े को भिगोकर और अतिरिक्त पानी को निकालकर, डंक वाले हिस्से पर सीधा लगायें। इसे दस मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। इस उपाय को दिन में 2-3 बार करें। अगर जरूरत हो तो पहले 24 घंटे के दौरान इस उपाय को कई बार करें। आप ठंडी सिंकाई के लिए पानी की ठंडी बोतल या फ्रोजन सब्जियों के बैग (एक पतले कपड़े में लपेटा) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

बेकिंग सोडा ततैया के डंक के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है। बेकिंग सोडा की क्षारीय प्रकृति डंक को बेअसर करने में मदद करती है। यह दर्द और खुजली से तत्काल राहत प्रदान करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन, दर्द और लालिमा को कम करने में मदद करता है। समस्या होने पर एक चम्मच बेकिंग सोडा लेकर उसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट को प्रभावित हिस्से पर 5 से 10 मिनट के लिए लगा लें। दस मिनट के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें। अगर जरूरत हो तो इस उपाय को कुछ ही घंटों के बाद दोहराये।

सफेद सिरका और सेब साइडर सिरका दोनों ततैया के डंक का प्रभावी तरीके से उपचार करता है। सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और दर्द को दूर करते हैं। इसके अलावा, यह विष में एसिड को बेअसर कर दर्द और खुजली को दूर करने में मदद करता है। ततैया के डंक को दूर करने के लिए कॉटन बॉल को कच्चे, अनफिल्टर्ड सेब साइड सिरके या सफेद सिरके में डूबोकर प्रभावित हिस्से पर 5 से 10 मिनट के लिए लगायें। जरूरत पड़ने पर इस उपाय को दोहराये।

ततैया के डंक के लक्षणों से तत्काल राहत पाने के लिए शहद एक बहुत ही बढि़या उपाय है। शहद में मौजूद एंजाइम जहर को बेअसर करने में मदद करते हैं और इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण बढ़ने नहीं देता है। साथ ही यह दर्द और खुजली को कम करने में मदद करता है। डंक वाले हिस्से में शहद को अच्छे से लगाकर छोड़ दें। इसका ठंडा और सुखदायक प्रभाव डंक के लक्षणों को काफी हद तक कम कर देता है। या आप शहद को एक चम्मच हल्दी में मिलाकर पेस्ट बनाकर प्रभावित हिस्से पर लगायें। इस उपाय को दिन में दो बार करें।
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