फाइबर की मात्रा

आंखों से जुड़ी बहुत सारी बातों से हम अनजान हैं। जैसे शायद आपको यह बात मालूम नहीं होगी कि हमारी एक आंख में 12 लाख फाइबर होते हैं। जैसे हमारी आंख हर चीज को पहले उल्‍टा देखती हैं। इसके अलावा ऐसी कई बातें हैं जो शायद हम और आप नहीं जानते।
आंखों का रेटिना

आंख के रेटिना में करीब 125 मिलियन रॉड और 7 मिलियन कोन होते हैं। रॉड से छाया और कम रोशनी में देखने में मदद मिलती है और कोन से तेज रोशनी में देखने और रंगों की पहचान करने में मदद मिलती हैं।
आंखों का आकार

मनुष्‍य की आंखों का आकार जन्‍म से लेकर मृत्‍यु तक एक जैसा ही रहता है। परन्‍तु उम्र बढ़ने के साथ इसका लेंस मोटा होता जाता है। इसलिए सामान्‍यत: चालीस की उम्र के बाद चश्मे की जरूरत पड सकती है।
आंख जैसा कोई कैमरा नहीं

क्‍या आप जानते हैं कि आपकी आंखें दुनिया का सबसे शानदार कैमरा है। आंख का लैंस मल्‍टीफोकस होता है। जिसे एडजस्‍ट होने में महज 2 मिली सेकेंड का समय लगता है। तभी तो कहा जाता है कि आंख जैसा कैमरा लाखों रुपये खर्च करके भी नहीं मिल सकता।
पलकों का झपकना

सामान्य व्यक्ति प्रति मिनट 12 बार पलकें झपकाता है। इस हिसाब से एक दिन में दस हजार बार और एक साल में (10,000,000) एक करोड़ बार पलकें झपकाता हैं।
एक वर्ष तक हो सकते हैं 'दृष्टिहीन'

पलकों के झपकाने से जुड़ी एक और सच्‍चाई से शायद आप वाकिफ नहीं होगें। वह यह कि अगर आप जिंदगी भर पलक झपकने का वक्त जोड़ेंगे तो आपको 1.2 साल का अंधेरा मिलेगा।
आंखों से जुड़ी परेशानी

आंखों से जुड़ी परेशानी बहुत जल्‍दी ठीक हो जाती है। उचित देखभाल से आंख 48 घंटे में कार्निया स्क्रैच को रिपेयर कर लेती हैं।
आईबॉल का वजन

आंखों से जुड़ा यह तथ्‍य बहुत ही चौंका देने वाला है कि मानव की पुतली का वजन लगभग 28 ग्राम होता है।
आंखों का रंग

कुछ लोगों की दोनों आंखों का रंग अलग-अलग होता है। इस परिस्थिति को हेट्रोक्रोमिया कहते है।
कॉर्निया से जुड़ा तथ्य

आंखों में मौजूद कॉर्निया के बारे में भी एक तथ्‍य शायद आप नहीं जानते होंगे। कॉर्निया मानव शरीर में रहने वाला एकमात्र ऐसा ऊत्तक है जिसमें कोई भी रक्त वाहिकाएं शामिल नहीं है।