ट्रिक्स जो बदले आपके खराब मूड को मिनटों में
वर्तमान जीवनशैली में 'मूड' एक प्रचलित और मत्वपूर्ण शब्द है। कभी-कभी मूड खराब हो जाता है और इसके कई कारण हो सकते हैं। पर अधिकतर मामलों में 'मूड' हमारी सोच पर निर्भर करता है, जिसे ठीक किया जा सकता है।

मनोविज्ञानी जैजोंक के शब्दों में कहें तो मूड वह मानसिक अवस्था है जिसके अच्छे या बुरे होने पर व्यवहार क्रिया और परिणाम में उसी हिसाब से अंतर दिखाई देने लगे। बोलचाल की भाषा में इसे ही “मूड” कहते हैं। यूं तो मूड अस्थायी होता है लेकिन, जब तक यह रहता है व्यक्ति की सक्रियता या तो बढ़ जाती है या वह पूरी तरह निष्क्रिय हो जाता है। जब व्यक्ति का मूड अच्छा होता है, तब वह अधिक सक्रिय, उत्फुल्ल, स्फूर्ति, उत्साह और उमंग से भरा होता है। और मूड खराब होते ही वह निष्क्रिय, निस्तेज, निराश और निरुत्साह हो जाता है। खुशनुमा मूड न सिर्फ जिंदगी के साथ हमारी चहलकदमी को आसान बनाता है, बल्कि प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को भी आसान और रोचक बना देता है..। तो चलिए जानें कसे करें मूड को राइट।

अपने भीतर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह शुरू करें। इसके लिए बहुत कुछ नहीं बस थोड़ा सा कुछ करना होगा। लेकिन इस बार अपने लिए नहीं, बल्कि किसी और के लिए। जरूरी नहीं कि आप इसके लिए किसी पर पैसे खर्च करें। भीड़ से भरी बस या ट्रेन में किसी जरूरतमंद को सीट ऑफर करके या सिग्नल पर खड़े बच्चे को अपनी चॉकलेट में से आधी देकर देखिए, उनकी एक छोटी सी मुस्कान आपके मूड को एक दम दुरुस्त कर देगी।

मूड खराब है.. कोई बात नहीं आज अपना पसंदीदा संगीत थोड़ी तेज आवाज में सुनें। साथ-साथ गाने के बोल भी गुनगुनाते रहें और धुन पर थिरकते रहें। संगीत तो खुदा से मिला देने की ताकत रखता है, तो आपका ये खराब मूड भला चीज ही क्या है। देखिये आपके दो गाने पूरे होते ही आपकी बांछें खिल उठेंगी।

देखिए अक्सर ना चाहते हुए मूड खराब हो जाता है। लेकिन उस खराब मूड को आप अच्छे मूड में कितनी जल्दी बदलते हैं ये पूरी तरह आपके हाथ में है। तो आज अपने पसंदीदा टीवी सीरियल्स देखें और कुछ अच्छा सा पढ़ें, और उसकी खुशी महसूस करें, यकीनन आपका मूड जल्दी ही अच्छा हो जाएगा।

देखिए मूड खराब है तो ये गमगीन होकर बैठ जाने का नहीं बल्कि एक अच्छी सी पर्सनल पार्टी का वक्त है। जरूरी नहीं कि इस पार्टी में खूब सारे लोग शामिल हों, आप बस अपने बेस्ट फ्रेंड को कॉल कीजिए और एक अच्छे से रेस्तरां या पसंदीदा रोड साइड फूजड का लुफ्त लेने के लिए निकल जाएं।

मूड खराब है, तो जरूरी नहीं की सब कुछ बुरा-बुरा हो, मुझे पूरा यकीन है कि आप इन छोटी-छोटी परेशानियों से हार मानने वाले लोगों में से बिल्कुल नहीं हैं। इसलिए खराब मूड को आप कैसे भी ठीक कर ही लेंगे। तो ऐसे में अपनी पसंदीदा फिल्में देखें, ऐसा करने से आप काफी बेहतर महसूस करेंगे और और मूड भी ठीक हो जाएगा।

योग शांति पाने का सबसे बेहतर तरीका है। योग करने से ना सिर्फ आपका तनाव दूर होता है, बल्कि आप खुद को ऊर्जा से भरा महसूस करते हैं। आपका मूड भी ठीक हो जाता है। कोई भी योग करें, जो भी आपको अच्छा लगे। बस शुरू हो जाएं और देखें थोड़ा ही देर में आपका बेड मूड कैसे गुड मूड बन जाता है।

अपने आप को व्यस्त रखने से आपको उन बातों के बारे में याद नहीं आएगी, जिनकी वजह से आपका मूड खराब हुआ है। बेड मूड को खत्म करने का यह सबसे अच्छा तरीका है। खाली दिमाग शैतान का घर होता है, जब आप कुछ नहीं करेंगे तो दिमाग फालतू की बातें सोचेगा, जिससे आप और परेशान हो जाएंगे। इस लिए अपनी पसंद के किसी न किसी काम में खुद को व्यस्त रखें।

अगर आप फ्री हैं और कोई काम नहीं कर रहे हैं तो कुछ समय के लिए अपनी पसंद का काम करें। आप पेंटिग या गार्डनिंग कर सकते हैं। या फिर कागज पर अपनी भावनाओं को उतार सकते हैं। नहीं तो फोटोग्राफी के जरिये कुदरत की खूबसूरती को कैद कर सकते हैं हमेशा के लिए। या फिर कुछ भी ऐसा जो आपको पसंद हो। आप चाहें तो घर पर कुछ स्वादिष्ट सा भी बना सकते हैं, इससे ना सिर्फ आपका बल्कि आपके परिजनों का मूड भी चंगा हो जाएगा।

अगर आपमें निगेटिव एटीट्यूड बढ़ता जा रहा है और काफी दिनों से मूड ठीक नहीं हो रहा है तो एक ब्रेक लें। और कुछ भी नया करना सीखें। गाना, गाना सीखें या डांस करना सीखें, या फिर कोई और आर्ट फॉर्म। कहते हैं कला में बहुत प्यार होता है। यह कलाकार को प्यारा....बहुत प्यारा बना देती है। साथ ही इससे आपका एनर्जी लेवल और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

शोपिंग करना लोगों को बेहद पसंद होता है। इसका एक वैज्ञानिक पहलू भी है, एक शोध से सामने आया है कि शोपिंग करने से आपका खराब मूड भी ठीक होता है। इस अध्ययन के अनुसार अगर आप अपनी पसंदीदा खरीदारी करते हैं तो आपका मूड पॅाजीटिव रहता है और नकारात्मक भावनाएं मन में ठहर नहीं पाती हैं।

आप को जानकर थोड़ी हैरानी जरूर होगी लेकिन मूड को बेहतर करने के लिए भी मेकअप होता है, जिसे मूड मेकअप कहा जाता है। यह अरोमा थैरेपी या आयुर्वेद से आगे की चीज है। इनमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो आपके दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इनमें न्यूट्रो ट्रांसमीटर होते हैं, जिनका उपयोगकर्ता के मनोविज्ञान पर सकारात्मक असर होता है। साथ ही इसमें कई ऐसे केमिकल्स भी होते हैं, जिनके एक साथ होने पर मन पर असर होता है। हालांकि ये आपके मूड को एकाएक ठीक नहीं करते, लेकिन इसके इस्तेमाल से मूड धीरे-धीरे ठीक होने लगता है।
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