कोलेजन बढाने के टिप्स

कोलेजन हमारे शरीर के उन प्रमुख प्राकृतिक प्रोटीन्‍स में से एक है जो हमारी त्वचा को लचीली, मुलायम एवं जवां बनाये रखता है। लेकिन उम्र बढ़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है यानी उम्र बढ़ने के साथ कोलेजन के उत्‍पादन कम होने लगता है और चेहरे पर फाइन लाइन और झुर्रियों दिखाई देने लगती है। लेकिन अगर आप अपनी त्‍वचा को लंबे समय तक जवां बनाये रखना चाहते है, तो कोलेजन के उत्‍पादन को बढ़ाने के लिए कुछ आहार आपके लिए मददगार हो सकते हैं।
लाल रंग के फल एवं सब्जियां

लाल रंग के फल जैसे सेब, चेरी, स्ट्रॉबेरी एवं लाल रंग की सब्जियां जैसे चुकंदर, लाल मिर्च एवं शकरकंद आदि उम्र के प्रभाव को कम करने वाले आहार है जो कोलेजन को बढ़ाते है। लाल फल एवं सब्जियों में मौजूद लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाता है। लाइकोपीन कोशिका के डीएनए पर होने वाले नुकसान को कम करता है तथा कोशिका को सही तरीके से काम करने में मदद करता है। त्वचा के स्वास्थ्‍य को सुधारने के साथ, लाइकोपीन जैसा एंटीऑक्सीडेंट उम्र के प्रभाव को उल्टा कर देते है तथा त्वचा को आकर्षक एवं जवां बना देते है।
अलसी एवं अखरोट

फैटी एसिड हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए ए‍क आवश्‍यक तत्‍व है क्‍योकि यह दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करता है, ब्रेन की कार्यप्रणाली और विकास में मदद करता है और त्‍वचा को नुकसान पहुंचाने वाली पराबैंगनी किरणों से होने वाले खतरे को रोकता है, कोलेजन के उत्‍पादन को बढ़ाते है। इसलिए अपने आहार मे फैटी एसिड से भरपूर आहार जैसे अलसी एवं अखरोट को शामिल करें।
सोया और बींस

सोया में मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट कोलेजन के उत्‍पादन को बढ़ाता है। जिससे त्‍वचा पर जादुई असर होता है और त्‍वचा का लचीलापन बना रहता है। इसलिए अगर आप भी लंबे समय तक झुर्रियों एवं फाइन लाइन से बचना चाहते हैं तो सोया उत्पाद को शामिल करें। इसके अलावा कोलेजन के उत्‍पादन को बढ़ाने के लिए अपने आहार में बींस को शामिल करें। क्‍योंकि बींस में मौजूद हाइल्यूरोनिक एसिड उम्र के प्रभाव को कम करने वाला महत्त्वपूर्ण तत्व है। हाइल्यूरोनिक एसिड में पानी होता है जो त्वचा में पानी की मात्रा को बढ़ाकर, कोलेजन को बढ़ाते है।
गाजर और एवोकाडो ऑयल

गाजर में विटामिन 'ए' प्रचुर मात्रा में होता है जो कोलेजन के उत्‍पादन को बढ़ाने में सहायक होता है। विटामिन 'ए' त्वचा की आंतरिक परत को मोटा बनाता और प्रोत्साहित करता है। जिससे त्वचा के ऊपरी भाग में ब्‍लड सर्कुलेशन ठीक तरह से होता है और त्‍वचा में लचीलापन बना रहता है। साथ ही एवोकाडो ऑयल में प्‍लांट स्‍टेरॉरइड प्रचुर मात्रा में होता है जो उम्र के प्रभाव को कम करता है। एवोकाडो ऑयल में विटामिन 'ई' पाया जाता है जो हमारी त्वचा को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाता है। यह ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है। जो कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाते है। तथा त्वचा के कैंसर के खतरे को कम करते है। इसके अलावा एवोकाडो ऑयल रूखी एवं बेजान त्वचा के लिए किसी औषधि से कम नहीं है क्योंकि यह त्वचा के खराब सेल्स को पुनः जीवित कर जवां बनाती है।
नींबू एवं संतरा यानी विटामिन सी

नींबू एवं संतरे में मौजूद विटामिन 'सी' कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाते है। विटामिन 'सी' एक एंटीऑक्सीडेंट है जो फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को कम करता है। कोलेजन का उत्पादन बढ़ाकर विटामिन सी झूर्रियों को कम करता है। यह एक एंटीऑक्सीडेंट है जो धूप से झूलसने के निशान को कम करने के साथ ही त्वचा पर उम्र के प्रभाव को कम करता है। इसलिए कोलेजन के उत्‍पादन को बढ़ाने के लिए नींबू एवं संतरे के अलावा विटामिन सी से भरपूर अन्‍य फन जैसे पाइनएप्‍पल और पपीते को भी अपने आहार में शामिल करें। Image Source : Getty