मोशन सिकनेस

मोशन सिकनेस कोई बीमारी नहीं है बल्कि शरीर के संतुलन को महसूस करने से जुड़ी समस्या है। वह स्थिति है जब हमारे दिमाग को भीतरी कान, आंख और त्वचा से अलग-अलग सिग्नल मिलते हैं यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को दुविधा में डाल देता है, जिससे सिर चकराने लगता है और उबकाई आती है, यानी मोशन सिकनेस हावी हो जाती है। मसलन, कार में ट्रैवलिंग के वक्त आपके कान रफ्तार का संदेश दें और आंखें किताब पढ़ने का। हालांकि कुछ घरेलू मुस्खओं की मदद से इसे ठीक किया जा सकता है।
किसे होता है मोशन सिकनेस?

हम में से तकरीबन हर कोई जीवन में कभी न कभी मोशन सिकनेस को महसूस करता ही है। यह समस्या छोटे-बच्चों या बढ़ती उम्र के लोगों को ज्यादा होती है। हालांकि भीतरी कान की संवेदना कई मामलों में अनुवांशिक होती है, इसलिए कुछ परिवारों को मोशन सिकनेस ज्यादा परेशान करता है। Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
मोशन सिकनेस की पहचान

मोशन सिकनेस होने पर उबकाई आ सकती है या फिर अपच, ज्याद पसीना आना, असहज महसूस होना, चेहरा पीला पड़ना और सिर चकराना आदि हो सकते हैं। यह समस्या सफर की शुरुआत से लेकर कुछ घंटों तक रहती है। कुछ मामलों में यह 2 से 4 दिन तक भी रह सकती है।Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
क्या है इसका इलाज

आमतौर पर मोशन सिकनेस के लिए एंटी हिस्टामाइन दवाइयां दी जाती हैं, जिससे भीतरी कान की संवेदना कम हो जाती है। यह दवाइयां तभी काम करती हैं, जब इसे मोशन सिकनेस शुरू होने से पहले यानी सफर से पहले ले लिया जाए। Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
अदरक

कहीं सफर करने से पहले एक कप अदरक की चाय पीने से मोशन सिकनेस के कारण आने वाली उल्टी नहीं होती हैं। साथ ही मतली होने पर भी एक कप अदरक चाय से आराम मिलता है।Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
सेब साइडर सिरका

सेब साइडर सिरका शरीर पर एक क्षारीय और पीएच संतुलन प्रभाव डालता है। मोशन सिकनेस होने पर एक कप गुनगुने पानी में एत चम्मच सेब साइडर सिरका और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से, मोशन सिकनेस ठीक हो जाती है। Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
पेपरमिंट

पेपरमिंट मोशन सिकनेस की समस्या से तुरंत निजात दिलाता है। पुदीना में मौजूद मेन्थॉल पेट की मांसपेशियों को शांत करता है और मतली को कम करने तथा मोशन सिकनेस की समस्या को दूर करने में मदद करता है। Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
नींबू

ताजे नींबू या ताजे नीबू के रस में साइट्रिक एसिड होता है, जो यात्रा के दौरान होने वाली उल्टी, मोशन शिकनेस और नाज़ुक पेट को ठीक कर सकता है। यहां तक की नींबू का खशबू भी दिमाग की मदद से इस समस्या में राहत दिला सकती है। Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty ImagesImage courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
ग्रीन एप्पल

ग्रीन एप्पल (हरे सेब) में मौजूद पेक्टिन पेट में मौजूद एसिड को बेअसर करने में मदद करता है और इसके कारण हो रही मोशन सिकनेस की समस्या से राहत दिलाता है। इसके अलावा हरे सेब में पाई जाने वाली प्राकृतिक शर्करा पेट को ठईक रखने में मदद करती है। Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images
सौल्ट क्रैकर्स (Crackers)

क्रैकर्स आसानी से पचने वाला नाश्ता होते हैं और पेट के लिए भी बहुत ही अच्छे होते हैं। नमकीन और सुगंधित और बिना मीठे वाले ये क्रैकर्स अतिरिक्त एसिड को सोख लेते हैं और मोशन सिकनेस को रोकने के लिए इस्तेमाल किये जा सकते हैं। Image courtesy: © Thinkstock photos/ Getty Images