भाई बहनों के बीच मजबूत संबंध

भाई बहनों के बीच के रिश्ते आमतौर पर लंबे समय तक रहते हैं, और निश्चित रूप से ये रिश्ते व्यक्ति के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक होते हैं। तो पाता-पिता होने के नाते हम यह कैसे सुनिश्चित करें कि उनका ये रिश्ता सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े। भविष्य में 100 प्रतिशत कुछ भी निश्चित नहीं होता है, लेकिन कुछ बुनियादी परिवारिक नियमों की मदद से भाई बहनों के बीच एक मजबूत बंधन को बढ़ावा देने की कोशिश जरूर की जा सकती है। मैंने हाल ही में एक शुरू से ही भाई बहनों के बीच स्वस्थ रिश्ते बनाने के विषय पर एक एक्सपर्ट टॉक में हिस्सा लिया। जहां इस विषय पर बेहद महत्वपूर्ण और लाभदाय जानकारियां प्राप्त हुईं। जिनके आधार पर पांच महत्वपूर्ण व लाभदायक जानकारियां आपसे साझा कर रहा हूं। Images source : © Getty Images
एक परिवार की तरह साथ खेलें

इससे परिवार एक इकाई के तौर पर मजबूत होता है और बच्चे परिवार को महत्व देना सीखते हैं, व अपने भाई-बहनों को ज्यादा करीब आते हैं। नियमित रूप से परिवार के साथ खेलने से भाई-बहन निष्पक्ष खेलने के आदि होते हैं, जिससे वे ईमानदार बनते हैं और अपने भाई-बहनों के साथ उत्तम दर्जे के संबंध बनाने योग्य बन पाते हैं। उम्र बढ़ने के साथ शायद आपके साथ खेलने का ये नियम टूटने लगे, लेकिन रोज़ाना परिवार के साथ समय बिताने की आदत हमेशा संबंधों को मज़बूत और मधुर बनाए रखेगी। Images source : © Getty Images
पॉज़िटिव पेरेंटिग का उदाहरण पेश करें

हम सभी जानते हैं कि बच्चे बड़ों को जो करता देखते हैं, उसे दोहराने की कोशिश करते हैं और उससे काफी कुछ सीखते हैं। इसलिए यदि बड़े ज्यादा चिल्लाते, ड़ांटते या मारते हैं तो घर में बच्चे भी अपने से छोटे भाई-बहनों के साथ ऐसा ही व्यवहार करने लगते हैं। इसलिए घर में अनुशासन और प्यार भरा महौल रखने से बच्चों को भी अपने से बड़े व छोटे भाई-बहनों के साथ प्यार और खुशी से रहने की प्रेरणा मिलती है। Images source : © Getty Images
बच्चों को दी जाए सही सीख

बच्चों को सही गलत सभी माता-पिता बताते ही रहते हैं, लेकिन किस तरह की चीज़़ें बहुत गलत हैं और किस तरह की सामान्य, बात की सही ट्रेनिंग बच्चों को देना बेहद ज़रूरी होता है। इसे आप बड़ी परेशानी या छोटी परेशानी में विभेद कर, उसके हिसाब से प्रतिक्रिया करने की सहजवृत्ति कर सकते हैं। अपने बच्चों को बचपन से ही ये सीखाएं और उन्हें बताएं कि यदि उनका छोटा या बड़ा भाई-बहन कुछ जोखिम भरा करता है तो उसकी रक्षा करें और माता पिता को इसकी सूचना भी दें। इस तरह बड़े भाई-बहन में जिम्मेदारी की भावना पैदा होती है और वे भाई-बहनों के साथ ज्यादा जुड़ाव महसूस करते हैं। Images source : © Getty Images
बड़ो का आदर व सही और गलत के बीच फ़र्क सिखाएं

बड़ों का सम्मान करना सिखाएं, और ऐसा बता कर नहीं बल्कि उनके सामने खुद अपने बड़ो का आदर कर एक उदाहरण पेश कर दिखाएं। उसे अहसास करने दें कि जो बच्चा अपने से बड़ों का सम्मान करता है, सब लोग उसकी प्रशंसा करते हैं। साथ ही उसे सही और गलत के बीच का फर्क करना भी सिखाएं। जब बच्चा छोटा होता है तो उसे अच्छे-बुरे की बहुत ज्यादा समझ नहीं होती है, तो ऐसे में उसे कुछ सामान्य बातें सिखाएं, जैसे कि उसे बताएं कि किसी का दिल दुखाना, किसी के साथ गलत व्यवहार करना, किसी के साथ लड़ाई करना बहुत ही बुरी आदतें होती हैं। Images source : © Getty Images