किशोरावस्था का प्यार

आज के दौर में किशोरावस्था में प्यार हो जाना कोई बड़ी बात नहीं है, पर कई बार ऐसे रिश्तों में दिल भी जल्दी ही टूट जाया करते है। फिर बच्चों को संभालना मुश्किल हो जाता है। कुछ यही परेशानी राधिका की भी है, जिनकी बेटी लता बारहवीं की तैयारी कर रही और हाल में ब्रेकअप होजाने के कारण चिढ़चिढ़ी व गुमसुम सी रहने लगी है। आइये जानते है कि ऐसे हालातों से कैसे निपटें। Image Source-Getty
बात करें

आपके बच्चे की पढ़ाई की बात हो या दिल की आप उससे हर बारें में पहले अच्छे से जान ले। उसका क्या परेशानी हो रही है इस बात को जानने के बाद ही आप उसको संभाल सकते है। बच्चों को प्यार और आकर्षण का अंतर भी समझायें। हो सकता है आप बच्चा मन में ही सारी बातों को रखे हो इसलिए वो ज्यादा परेशान हो, उससे खुल कर बात करें। उसे समझायें।Image Source-Getty
पढ़ाई के महत्व को समझायें

किशोरावस्था के प्यार के चलते अक्सर पढ़ाई प्रभावित हो जाती है। बच्चे को पढ़ाई का महत्व प्यार से समझायें। उसे समझायें कि ये उम्र पढ़ाई करने के लिए कितनी जरूरी है। ये पढ़ाई उसके करियर की नींव होती है। इस समय पढ़ाई के प्रति लापरवाही उसके भविष्य को खराब कर सकती है। जरूरत हो तो काउंसलर के पास ले जाए। Image Source-Getty
दोस्तों से बात करें

अगर आप लग रहा कि आपका बच्चा दोस्तों के साथ ज्यादा कंफर्टेबल है तो उसके दोस्तों को घर बुलायें। उन्हें बात करने का मौका दें। ताकि वो अपने मन की बात को कह सकें। साथ उनकी आपस की मस्ती भी उसे पुरानी बातों को भुलाने में मदद करेंगी।Image Source-Getty
उसकी हॉबी को बढ़ावा दे

गाने सुनना, गाना या लिखने से लेकर पेंटिंग तक जो भी आपके बच्चे की हॉबी हो उसे करने के लिए प्रेरित करें। इससे उसका मन बहलेगा। पर ध्यान रखें कि अपनी हॉबी को करते समय उसका मन कैसा रहता है। उसको घुमाने भी ले जा सकते है। Image Source-Getty