टंग पियर्सिंग का फैशन

फैशन के नाम पर कुछ भी किया जा सकता है। फिर चाहे वह दर्दभरा हो या फिर मस्ती भरा। टंग पियर्सिंग भी कुछ कुछ ऐसा ही फैशन है। यह न सिर्फ दर्द भरा अनुभव हो सकता है वरन जरा सी भी गलती ताउम्र के लिए सजा बन सकती है। बावजूद इसके मौजूदा नई पीढ़ी टंग पियर्सिंग की दीवानी है, उसे मस्ती के रूप में लेती है। हैरानी तो इस बात की है कि वे धड़ल्ले से इस दीवानगी की ओर बढ़ रही है। टंग पियर्सिंग करते हुए कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। आइये जानते हैं।
कौन नहीं कर सकते

अगर टंग पियर्सिंग के शौकीनों को लगता है कि हर कोई टंग पियर्सिंग कर सकता है तो आपको बता दें कि ऐसा नहीं है। टंग पियर्सिंग जितना ट्रिकी है, उतना ही रिस्की भी है। जिन लोगों की छोटी जीभ है वे टंग पियर्सिंग नहीं करवा सकते। यही नहीं जिन लोगों की जीभ में विभिन्न किस्म के दाग या फिर काफी ज्यादा रेखाएं हैं, वे भी टंग पियर्सिंग का मजा नहीं उठा सकते। असल में जिन लोगों के जीभ में ज्यादा रेखाएं होती हैं उसके कटने से जीभ में सूजन, घूटन और ब्लीडिंग आदि समस्या हो सकती है। टंग पियर्सिंग सब लोगों के लिए कानूनी नहीं है। सर्जन को यह तय करना होता है कि कौन टंग पियर्सिंग करवा सकता है और कौन नहीं। नसों की स्थिति के साथ साथ कुछ स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियां भी यह सुनिश्चित करती है कि कौन टंग पियर्सिंग कर सकता है। टंग पियर्सिंग के लिए उम्र भी बड़ी भूमिका अदा करते हैं। 16 साल से कम उम्र के किशोर टंग पियर्सिंग नहीं करवा सकते।
किन बातों को जानें

टंग पियर्सिंग करवाना बच्चों का खेल नहीं है। इसके पहले कई बातों का ख्याल रखना होता है। टंग पियर्सिंग से जीभ में आसानी से संक्रमण फैल सकता है। यही नहीं टंग पियर्सिंग के बाद यदि नियमों को सही तरह से न माना गया है तो जीभ को भारी नुकसान हो सकता है। अतः पियर्सिंग से पहले अपने शरीर के बारे में थोड़ी रिसर्च कर लें, अपनी जीभ की स्थिति जान लें। यही नहीं डाक्टर से संपर्क करने के बाद ही ऐसा कोई फैसला करें। इसके अलावा इन बातों की ओर भी नजर दौड़ाएं-
स्टुडियो का चुनाव

टंग पियर्सिंग यूं ही किसी स्टूडियों का चुनाव न कर लें। किसी विश्वसनिय स्टूडियो में ही जाएं। ध्यान रखें कि उसके इतिहास के बारे में जान लें। कितने कैसेज बिगड़े हैं, इसकी जानकारी अवश्य लें। सस्ते स्टुडियो का चुनाव न करें। असल में टंग पियर्सिंग के दौरान पैसों को दरकिनार करें। जो बेहतर हो, उसको ही चुनें। आपको बता दें कि पेशेवर टंग पियर्सिंग वालों के पास लाइसेंस होगा साथ ही उनके पास अच्छी मशीनें भी मिलेंगी। जबकि छुटपुट दुकानों के पास न तो लाइसेंस होगा और न ही आधुनिक मशीनें। ऐसी जगहों से टंग पियर्सिंग कतई न करवाएं।
सही ज्वैलरी चुनें

जीभ सामान्यतः 16 से 18 मिलीमीटर तक छिदवाई जाती हैं। यह अधिकतम 1.6 मिलीमीटर तक पहुंच सकता है। टंग पियर्सिंग टाइटेनियम या सर्जिकल स्टील से किया जाता है। जीभ में पहनने वाले ज्वैलरी पर विशेष ध्यान दें। ऐसे किसी मेटल का इस्तेमाल न करें जिससे जीभ को एलर्जी हो। टंग पियर्सिंग के तुरंत बाद यदि आपको एलर्जी हो जाए तो यह जीभ के स्वास्थ्य के लिए कतई अच्छा नहीं है। टंग पियर्सिंग के लिए टाइटेनियम सबसे अच्छा मेटल माना जाता है। असल में टाइटेनियम त्वचा के लिए अच्छा मेटल होता है। इससे एलर्जी होने की आशंका कम से कम होती है। जीभ लगाने वाले बारबेल जो कि टाइटेनियम के ही अच्छे होते हैं, कई रंगों में भी पाए जाते हैं।
दर्द का स्तर

यूं तो टंग पियर्सिंग अन्य पियर्सिंग की तुलना में कम दर्दनाक होता है। लेकिन यह व्यक्ति दर व्यक्ति निर्भर करता है। कुछ लोगों के लिए टंग पियर्सिंग के दौरान शून्य फीसदी दर्द महसूस होता है। लेकिन कुछ लोगों के लिए दर्द खतरनाक हो जाता है। आपकी जीभ जितनी लम्बी होगी, दर्द उतना ही कम होगा।
टंग पियर्सिंग के पहले

एक अच्छे स्टूडियो के चयन के बाद टंग पियर्सिंग के पहले आपके जहन में जितनी बातें होंगी, सब विशेषज्ञों से पूछें। यह न सोचें कि प्रोफेशनल आपकी बातों से परेशान होंगे। इसके उलट आप जितना पूछेंगे, आपको उतना कम तनाव होगा। मतलब की टंग पियर्सिंग के पहले अपने से जानने लायक सारी जरूरी जानकारी ले लें।
टंग पियर्सिंग के दौरान

जीभ में नस की स्थिति देखने के बाद प्रोफेशनल आपकी जीभ में एक दाग बनाते हैं। इसके बाद बेहतरीन सूई से जीभ को छेद कर देते हैं। इसमें न तो ज्यादा समय लगता है और न ही ज्यादा दर्द होता है। इसके बाद वे आपके पसंद की ज्वैलरी टंग पियर्सिंग की जगह में डाल देते हैं। अंत में वे बाल चिपका देते हैं जिसके बाद आप स्टूडियो से बाहर जाने के लिए तैयार हो जाते हैं।
टंग पियर्सिंग के बाद

टंग पियर्सिंग के बाद अपनी जीभ की अच्छे से देखभाल करें। प्रोफेश्नलों के बताए मुताबिक चलें। जिन चीजों की अनेदखी करनी है, अवश्य कलें। असल में ज्यादातर परेशानियां पेशेवरों की बात अनसुनी करने से ही पैदा होती है। अतः उन्हें नजरंदाज न करें।