दिल का दौरा अर्थात हार्ट अटैक

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की मानें तो पूरी दुनिया में हृदय रोग से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हम हार्ट अटैक से जुड़ी बातों के बारे में अक्सर पढ़ते व सुनते भी रहते हैं। लेकिन जब दिल का दौरा पड़ता है तो शरीर के अंदर अजीब प्रतिक्रियायें होती हैं। क्‍या आप जानते हैं वे किस तरह की प्रतिक्रिया होती है। यहां विस्‍तार से जानिये इन प्रतिक्रियाओं के बारे में।Images courtesy: © Getty Images
रक्त वाहिकाओं में रुकावट

अधिकांशतः दिल के दौरा पड़ने की वजह रक्त वाहिकाओं में कोई रुकावट होती है। यह रुकावट प्लाक (कोलेस्ट्रॉल, सफेद रक्त कोशिकाओं और वसा से बना एक चिपचिपा पदार्थ) के दिल की धमनियों की दीवारों पर जमा हो जाने की वजह से होती है। Images courtesy: © Getty Images
प्लॉक का टूटना

जब यह प्लाक छेड़ा जाता है तो यह यह कई छोटे टुकड़ों में टूट जाता है और फिर ये टूटे हुए कई सारे छोटे-छोटे प्लाक कई अलग-अलग जगहों पर जमा हो जाता है और रुकावट पैदा करता है। Images courtesy: © Getty Images इसे भी पढ़ें- आदतें जो बन रही हैं युवाओं में हार्ट अटैक की जिम्‍मेदार
रक्त वाहिकाओं का अवरुद्ध होना

आपकी रक्त वाहिनियों के लिए कोई खतरा है, ऐसा महसूस कर लाल रक्त और सफेद रक्त कोशिकाएं खुद को प्लाक के साथ जोड़ देती हैं। (ऐसा सिर्फ घाव के मामले में होता है)। जबकि यह एक मरम्मत की व्यवस्था है, कोशिकाएं रक्त वाहिकाओं को अवरुद्ध कर देती हैं। Images courtesy: © Getty Images
दिल की तरफ रक्त संचार न होना

एक बार रक्त वाहिकाओं के अवरुद्ध हो जाने पर दिल की करफ रक्त जाना बंद हो जाता है और दिल बंद हो जाता है और हृदय की मांसपेशी के अन्य भागों तक नहीं पहुंच पाता है। क्योंकि ऐसे में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, हृदय की मांसपेशियों के ये भाग मरने शुरू हो जाते हैं। Images courtesy: © Getty Images
शरीर में आभास होता है

ऐसे होने पर आपके शरीर को आभास होता है कि आपका दिल ठीक से काम नहीं कर पा रहा है, और वह एटेंशन मोड में आ जाता है और रीढ़ की हड्डी को संकेत भेजता है कि दिल परेशानी में है।Images courtesy: © Getty Images इसे भी पढ़ें- छोटी गलतियां जो बना देती हैं आपकी दिल की बीमारियों को बड़ा
मस्तिष्क को संदेश

बदले में रीढ़ की हड्डी आपके मस्तिष्क के लिए एक संदेश भेजती है, जोकि दर्द के रूप में जबड़े, बाएं हाथ और छाती में होता है। इस दर्द को रेफ्रेड पैन के नाम से भी जाना जाता है। Images courtesy: © Getty Images
शरीर से पानी बहना

और फिर जवाब में जीवित रहने के एक प्रयास के रूप में शरीर खूब सारा पसीना बहाना शुरू कर देता है। (यह वास्तव में एक बहुत ही उपयोगी तंत्र होता है, क्योंकि इससे व्यक्ति ज्यादा बीमार लगता है और लोग उसे जल्दी अस्पताल ले जाते हैं।) Images courtesy: © Getty Images
श्वांस अवरुद्ध होना

ऐसे में आपकी श्वास भी अस्वाभाविक हो जाती है, क्योंकि आपका दिल फेफड़ों को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं कर पा रहा होता है। इसलिए यह भी ठीक से काम करना बंद कर देता है। Images courtesy: © Getty Images इसे भी पढ़ें- दिल की सेहत के लिए घटाएं वजन
फेफड़ों के साथ दिमाग पर प्रभाव

फेफड़ों के अलावा मस्तिष्क भी प्रभावित हो जाता है और व्यक्ति को चक्कर आना शुरू हो जाता है। ये खतरा और गंभीर तब होता है जब आपके शरीर के आवश्यक अंगों को ऑक्सीजन मिलना पूरी तरह से बंद हो जाती है। Images courtesy: © Getty Images