शादी की पहली रात

शादी से पहले हर लड़का-लड़की शादी के बाद अपनी पहली रात के बारे में काफी उत्साहित होते हैं। और भी क्यों ना, शादी के बाद ये दो लए लोगों की साथ में पहली रात होती है। लोग इस रात के बारे में सोचकर काफी असमंजस की स्थिति में रहते हैं। आम-तौर पर इस रात को हमबिस्तर होने से लेकर जोड़ा जाता है, लेकिन आपको बता दें कि शादी की पहली रात आपको और भी कई काम करने पड़ते हैं, जैसे -
कल्पनाओं का अंबार

कई बार शर्म या झिझक की वजह से शादी की पहली रात जो वर वधू शादी एक दूसरे के करीब नहीं आ पाते हैं, उनकी रात जो वे नहीं कर पाें हैं उकी कल्पनाओं में निकलती है। और होता है अपनी अगली सुबह.... मेरा मतलब है, अगली रात का इंतज़ार।
दिल खोल कर बातें

शादी की पहली रात कई जरूरी मुद्दों को लेकर बात होती है, जैसे पसंद ना पसंद, घर में एडजैस्ट करने को लेकर और कई सारी प्लानिंग। अध्कांशतः देखा जाता है कि शादी की पहली रात को दोनों एक दूसरे से दिल खोल कर बात करते हैं।
शादी में मिले तोहफों को खोलना

शादी की पहली रात ज्यादातर खास मेहमानों के दिए गए तौहफों को चो खोल कर देख ही लिया जाता है। लेकिन जब इन्हें खोलने पर बरतन, और लैंप जैसे गिफ्ट्स निकलते हैं तो वाकई मज़ा किरकिरा हो जाता है और सारा इक्साइट्मेंट खत्म हो जाता है। फिर दूसरे इक्साइट्मेंट पर ध्यान दिया जाता है।
हनीमून की तैयारी

शादी के अगले ही दिन उन्हें हनीमून पर जाना है तो वे उसके लिए पैकिंग और बाकी तैयारियां करने में सारी रात बिता देते हैं।